बातें जो विद्यार्थियों को नहीं सिखाई जाती हैं - एमपी सिंह

देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफ़ेसर एमपी सिंह ने फरीदाबाद स्थित सेक्टर 21 के शांति निकेतन पब्लिक स्कूल मे वास्तविक शिक्षा पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया जिसमें अध्यापकों और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए डॉ एमपी सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों को शिक्षक सख्त और डरावने लगते हैं क्योंकि वह वास्तविक स्थिति से अवगत कराते हैं और आपको सफल व कामयाब बनाने की हर भरसक कोशिश करते हैं बचपन में हर माता-पिता अपने बच्चे की ख्वाहिश पूरी करते हैं लेकिन बुजुर्ग होने के बाद उनको दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती है तुम्हारे माता-पिता तुम्हारे जन्म से पहले इतने नीरस स्वभाव के नहीं थे जितने कि अब है तुम्हारे पालन-पोषण में उन्होंने  इतना कष्ट नहीं उठाया जितना कि आज उठा रहे हैं और बुजुर्ग होने पर तो आपने उनका स्वभाव ही बदल दिया है आप से डर कर रहना पड़ता है कुछ कहने को दिल करता है लेकिन फिर भी कुछ नहीं कह पाते हैं आपकी बिना मर्जी के वह कहीं आजा भी नहीं सकते हैं और कुछ खा पी भी नहीं सकते हैं जबकि पूरी जिंदगी की कमाई उन्होंने आपको दे दी है आपको अच्छा खिलाया अच्छे से अच्छा कपड़ा पहनाया अच्छे से अच्छे विद्यालय में पढ़ाया जो कुछ मांगा वही दिया यह सोच कर कि अच्छे पढ़ लिख कर अच्छा रोजगार व्यवसाय या नौकरी करेंगे और हमारा बुढ़ापा आसानी से ठीक कट जाएगा लेकिन अधिकतर होता उलट है जोकि ठीक नहीं है इस विषय पर बहुत गौर करने की जरूरत है 
डॉ एमपी सिंह का कहना है इंसान को जब पता चलता है जब वह नौकरी करता है बिना किसी कारण के अपने बॉस की डांट खाता है बिना किसी कारण के अपनी बेज्जती कराता है फिर भी मजबूरी बस नौकरी करता है क्योंकि शादी के बाद अपनी पत्नी अपने सास ससुर और साले का डर होता है अपने माता पिता और भाई बहन का डर बिल्कुल भी नहीं होता है
 डॉ एमपी सिंह का कहना है कि तुम्हारी गलती सिर्फ तुम्हारी है तुम्हारी पराजय सिर्फ तुम्हारी है किसी को दोष मत दो गलती से सीखो और आगे बढ़ो  
सांत्वना पुरस्कार सिर्फ स्कूल में देखने को मिलता है कुछ स्कूलों में तो पास होते हैं परीक्षा दी जाती है लेकिन बाहर की दुनिया के नियम अलग हैं वहां हारने वालों को मौका नहीं मिलता है 
डॉ एमपी सिंह का कहना है कि टेलीविजन का जीवन सही नहीं होता और जीवन टेलीविजन सीरियल नहीं होते सही जीवन में आराम नहीं होता सिर्फ काम और सिर्फ काम होता है 
क्या आपने कभी यह विचार किया कि लग्जरी क्लास कार जैगुआर बीएमडब्ल्यू ऑडी फेररी जी का किसी टीवी चैनल पर कभी कोई विज्ञापन क्यों आता है इसलिए कि उनको पता है  कि उक्त कारों को लेने वाले के पास टीवी के सामने बैठने का फालतू समय नहीं होता है 
डॉ एमपी सिंह का कहना है कि जीवन  के स्कूल में कक्षाएं और वर्ग नहीं होते यहां महीने भर की छुट्टी  नहीं मिलती है आप को सिखाने के लिए कोई समय नहीं देता यह सब आपको खुद करना होता है 
डॉ एमपी सिंह का मानना है कि जीवन उतार-चढ़ाव से भरा होता है उसे अपनी आदत बना लेनी चाहिए लोग उत्तम कैटेगरी के लोग स्वाभिमान की परवाह नहीं करते बल्कि पहले खुद को साबित करके दिखाते हैं 
डॉ एमपी सिंह का कहना है कि कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद पांच आंकड़े वाली पगार की मत सोचो एक रात में कोई प्रेसिडेंट नहीं बन जाता है इसके लिए लगन और संघर्ष के साथ  अपार मेहनत करनी पड़ती है 
डॉo एमपी सिंह का कहना है कि सफलता प्राप्ति के लिए कभी भी शॉर्टकट को नहीं अपनाना चाहिए और ना ही किसी को नीचा दिखाना चाहिए किसी की मजबूरी का फायदा भी नहीं उठाना चाहिए हमेशा सकारात्मक सोच पर कार्य करना चाहिए और सभी को यथा योग्य सम्मान करना चाहिए l
इस अवसर पर विद्यालय  के चेयरमैन मनोज नरूला ने डॉ एमपी सिंह का स्वागत किया तथा प्रधानाचार्य रंजना शर्मा ने धन्यवाद किया तथा सेमिनार मे कोरोना से बचाव के तरीके ,कोरोना की हाई कोर्ट की गाइडलाइन, चिल्ड्रन सेफ्टी, स्कूल सेफ्टी आदि के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी भी दी गई जिसमें शिखा ,श्वेता ,अलका ,सीनू ,वंदना, संध्या, मानसी, जयंती, छवि ,जितेंद्र,  जी एन मिश्रा आदि की विशेष भूमिका रही l 

Comments

  1. बहुत बढ़िया न्यूज़ सर् जी।🙏

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