बहुमंजिला इमारतों में लगने वाली आग लापरवाही का कारण है - डॉ एमपी सिंह
चीफ वार्डन सिविल डिफेंस व विषय विशेषज्ञ आपदा प्रबंधन डॉ एमपी सिंह ने अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अभी दीपावली के अवसर पर पाम रेजिडेंसी सेक्टर 70 फरीदाबाद में 18वीं मंजिल पर आग लगी थी जिसमें सब कुछ जलकर राख हो गया अब 10 दिन बाद ही अंसल रॉयल हेरिटेज सेक्टर 70 फरीदाबाद मैं 18वीं मंजिल पर आग लगी है जोकि अत्यंत दुखदाई व चिंताजनक है यह आग 18वीं मंजिल से 11वीं मंजिल तक नीचे की तरफ आई जिसमें काफी फ्लैट जलकर ध्वस्त हो गए
डॉ एमपी सिंह ने कहा कि किसी भी इमारत में आग लगने के बाद वह इमारत शक्तिहीन हो जाती है क्योंकि आग लगने पर लेंटर पिलर आदि में लगा लोहा गरम व मेल्ट जाता है जिससे उसकी वास्तविक शक्ति खत्म हो जाती है
डॉ एमपी सिंह ने कहा कि जैसे तैसे पैसा जोड़कर इंसान अपना घर खरीदना है और आगामी स्वप्न लेता है कि बच्चों को पढ़ा लिखा कर अधिकारी व कर्मचारी बनाएंगे लेकिन आग की स्थिति में सब कुछ खत्म हो जाता है
डॉ एम पी सिंह का मानना है कि इसमें भी हम कहीं ना कहीं दोषी होते हैं जब कोई घर मकान दुकान कारखाना खरीदते हैं उससे पहले हमें सेफ्टी पॉइंट का ध्यान रखना चाहिए क्या इमारत डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के आधार पर बनी हुई है क्या उसकी फायर एनओसी ठीक है क्या उसमें लगे हुए फायर इक्विपमेंट सही काम कर रहे हैं क्या बिजली के कनेक्शन सही तरीके से लिए गए हैं क्या टेंपरेरी है बिजली के कार्य में लगाया गया सामान आई एस आई मार्क का है या नहीं क्या बिजली की तारे नंगी है क्या सिक्योरिटी और सेफ्टी के उद्देश्य से इमारत ठीक है क्या पार्किंग स्पेस ठीक है क्या पानी की निकासी ठीक है फ्लैट खरीदने वाले या फ्लैटों में रहने वाले अधिकतर लोग पढ़े लिखे होते हैं लेकिन फिर भी समझदारी का परिचय नहीं देते हैं जब कोई आगजनी घटना हो जाती है तब बिल्डर्स शासन प्रशासन पर दोष देते हैं
डॉ एमपी सिंह ने कहा कि यदि हम जागरूक है तो तिमाही और छमाही मॉक ड्रिल हम स्वयं भी करा सकते हैं या जिला प्रशासन को एक निवेदन मॉक ड्रिल कराने के लिए दे सकते हैं मैंने अनेकों बहुमंजिला इमारतों में पेट्रोल पंप पर रेलवे स्टेशनों पर महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में तथा सार्वजनिक स्थानों पर भूकंप बाढ़ आगजनी घटना की मॉक ड्रिल कराई है यदि किसी भी व्यक्ति को अपने यहां पर आपदा से संबंधित मॉक ड्रिल करानी हो तो 98105665 53 पर संपर्क करें मॉक ड्रिल समय-समय पर होती रहनी चाहिए मॉक ड्रिल में काम करने के बाद किसी भी घटना दुर्घटना पर आसानी से काबू पाया जा सकता है और संभावित नुकसान से बचा जा सकता है
डॉ एमपी सिंह ने कहा कि फरीदाबाद में बहुमंजिला इमारतें चारों तरफ देखने को मिल रही है लेकिन किसी के पास भी आगजनी घटना पर काबू पाने के लिए या भूकंप की स्थिति में इमारत धराशाई होने पर उसमें घायल और पीड़ितों को बचाने के लिए साधन संसाधन नहीं है सरकार कैसी है इनको लाइसेंस देती है समझ में नहीं आता है पहले नॉर्मल पूरे होने चाहिए बाद में लाइसेंस देना चाहिए और लाइसेंस जनहित और राष्ट्रहित में होना चाहिए जब साधन सीमित हो तो इस प्रकार के निर्णय भी नहीं लेनी चाहिए मनुष्य का जीवन अमूल्य है उसके साथ अनेकों परिवार जुड़े होते हैं जिसके साथ बीतती है उसे पता चलता है कार्य ऐसा होना चाहिए जिससे नुकसान की भरपाई ना करनी पड़े यह प्रकृति का नुकसान नहीं है यह मनुष्य की लापरवाही का परिणाम है
डॉ एमपी सिंह ने आग लगने की स्थिति में घायलों को कैसे अस्पताल पहुंचाया जाता है और कैसे उनके कपड़ों में लगी आग को बुझाया जाता है घर मकान दुकान में आग लगने पर आग पर काबू कैसे पाया जाता है तथा अन्य आसपास में रहने वाले लोगों को कैसे बचाया जाता है इसकी विस्तृत जानकारी सेक्टर 14 स्थित नशा मुक्ति केंद्र में विभिन्न कारखानों में काम करने वाले कर्मचारियों को मॉकड्रिल के दौरान बताएं
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