Respect To Every Woman -Dr MP Singh
अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफ़ेसर एमपी सिंह का कहना है यदि आप अपने घर की खुशी चाहते हो तो औरतों का सम्मान करो क्योंकि औरत आपके वंश को चलाती है उन बच्चों की परवरिश करती है उन बच्चों को पढ़ाती लिखाती है खेलना कूदना बोलना चालना कपड़े पहनना आदि सिखाती है सुबह का अलार्म भी है जो कि समयानुसार सबको जगाती है घर में जो बड़े बूढ़े होते हैं उनके लिए नर्स भी है उनकी देखरेख भी करती है
डॉ एमपी सिंह का कहना है कि औरत भूखी प्यासी रहकर आपकी इज्जत को ढकती है आपके घर में आने वाले मेहमानों की मेहमान नवाजी करती है अपने पति की हर खुशी का ध्यान रखती है पहले आप सभी को भोजन कराती है बाद में बचे कचे भोजन से अपना पेट भर्ती है
डॉ एमपी सिंह का कहना है कि औरत घर की साफ- सफाई ,झाड़ू -पोछा, कपड़े धोना, रोटी बनाना, बर्तन साफ करना, पानी भरना ,सब्जी काटना, कपड़ों पर प्रेस करना व अन्य सभी घरेलू कामों को स्वयं करती रहती है जिसके लिए उसे कोई वेतन भत्ता या पेमेंट नहीं मिलती है बिना वेतन के 24 घंटे जी हजूरी तथा कार्य करती है लेकिन फिर भी अधिकतर लोग कहते हैं कि औरत करती क्या है जब भी ऑफिस से कोई व्यक्ति नौकरी करके आता है तो कह देता है आपने किया ही क्या है उस समय बड़ा दुख होता है
डॉ एमपी सिंह का कहना है कि जो कार्य औरत करती है उसे आदमी नहीं कर पाता है गर्म आग के सामने सब्जी पकाना, गर्म तवे पर रोटी बनाना बहुत कठिन काम है कई बार सिलेंडर फट जाता है आगजनी घटना हो जाती हैं गरम चाय या दूध बिखर जाता है कर्म सब्जी से शरीर जल जाता है कांच के शीशे का गिलास टूट जाता है शरीर के किसी अंग में शीशा टूट जाता है सब्जी काटते समय हाथ कट जाता है सफाई करते समय मोच आ जाती है अनेकों परेशानियों को चलती है लेकिन फिर भी कहते हैं कि औरत करती क्या है
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