देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने में देश का ही नुकसान है -डॉ एमपी सिंह
अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफेसर एमपी सिंह का कहना है कि भारत वासियों को देश की संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए, रेलगाड़ियों को जलाना, सरकारी बसों में आग लगाना, सरकारी इमारतों को आग के हवाले करना या उनको क्षति पहुंचाना उचित नहीं है
डॉ एमपी सिंह का कहना है कि किसी भी प्रकार का विरोध प्रदर्शन शांति पूर्वक किया जा सकता है,
धरना प्रदर्शन करके अपनी बात को शीर्ष नेतृत्व तक पहुंचाया जा सकता है,
जगह जगह जिलाधीश को ज्ञापन देकर अपनी बात को राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री तक पहुंचाया जा सकता है,
मारकाट करना पुलिस विभाग की गाड़ियों को क्षति पहुंचाना, पुलिस के दफ्तरों में आग लगाना, बाजार को बंद करना, बाजार में खड़ी गाड़ियों में आग लगाना, उचित नहीं है
डॉ एमपी सिंह ने अपील की है कि जो लोग अग्निपथ से सहमत नहीं है वह शांतिपूर्वक अपनी बात को सरकार के सम्मुख रखें लेकिन आगजनी घटनाओं को जन्म ना दें क्योंकि जो नुकसान होता है वह प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष हम सभी देशवासियों के कंधों पर ही पड़ता है तथा अन्य देशवासी इन घटनाओं को देखकर हमारा मजाक उड़ाते हैं और कुछ घुसपैठिया देश तथा लोग बीच में पडकर देश को कमजोर करने की कोशिश करते हैं उनकी साजिश को हम समझ नहीं पाते हैं और अपने देशवासियों को ही नुकसान पहुंचाते रहते हैं
कुछ लोग अल्प ज्ञान में सुसाइड कर जाते हैं जिसका जीवन भर कोई भी भुगतान नहीं कर सकता है इसलिए आत्मघाती कभी नहीं करना चाहिए
डॉ एमपी सिंह ने चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि देश है तो हम हैं जब देश ही खतरे में होगा तो हम लोगों का अस्तित्व क्या होगा इसलिए चालबाजो की चाल को पहचान कर निर्णय लेना चाहिए तथा देश की स्थिति परिस्थिति के बारे में सोचना चाहिए,
अपने सुझाव सरकार के पास भेजने चाहिए ,
सुझाव भेजने के अनेकों तरीके होते हैं,
पत्र-पत्रिकाओं के माध्यम से तथा सोशल मीडिया और मेल के माध्यम से अपनी बात को लिखा जा सकता है जब तक रिमाइंडर जारी करते रहो जब तक आपकी बात का जवाब उस ऑफिस से प्राप्त ना हो जाए लेकिन उसके लिए डंडे ,फरसा, बंदूक, हथोड़ा, पत्थर आदि ना उठाओ
मेरे देश के यारों संभलो और आगे का पथ प्रशस्त करो मैं अग्निपथ तथा अग्निबीरो के बारे में कुछ नहीं बोलना चाहता हूं लेकिन आपको सचेत करना चाहता हूं कि सब कुछ आप पर निर्भर है आप जो चाहे वह करें लेकिन देश की सशक्तिकरण और समृद्धि के बारे में अवश्य गौर करें, वर्तमान हालात के बारे में सोचें,
भारत की अर्थव्यवस्था के बारे में सोचें,
भारत की महंगाई और बेरोजगारी के बारे में सोचें हैं
,भारत की शिक्षा और स्वास्थ्य के बारे में सोचें,
अपने बड़े बूढ़े बुजुर्गों के बारे में सोचें,
अपनी बहन बेटियों के बारे में सोचें और सही फैसला ले
भारत के आसपास के लोग नजरें गाड़कर तथा टिकटिकी लगा कर देख रहे हैं जिस दिन उनको मौका मिल गया उसी दिन कुछ गलत हो जाएगा इसलिए जागरूकता का परिचय दें और इस संदेश को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में मेरी मदद करें
डॉ एमपी सिंह ने कहा है कि हमें संघर्ष करते रहना चाहिए और संघर्ष करने वालों का इतिहास बनता है लेकिन संघर्ष का प्रबंधन ठीक होना चाहिए
This speech is call of the hour, Thanks for taking up this topic n giving ur suggestions . Always stay blessed 🙏
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