मणिपुर में आर्मी कैंप के पास भूस्खलन होने पर जताया दुख और बचाव के लिए टिप्स - डॉ एमपी सिंह

असम स्थित मणिपुर में आर्मी कैंप के पास लैंडस्लाइड हो जाने पर 20 सैनिकों की जान चली गई है और 44 अभी लापता है जोकि बहुत दुखद और असहनीय समाचार है उक्त कार्य के लिए एनडीआरएफ के जवान सर्च एंड रेस्क्यू का कार्य कर रहे हैं 

चीफ वार्डन सिविल डिफेंस व विषय विशेषज्ञ आपदा प्रबंधन डॉ एमपी सिंह का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं अधिकतर होती रहती हैं अभी कुछ दिन पहले पंचकूला की मोरनी हिल में लैंडस्लाइड होने की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था इसी प्रकार से कुछ समय पहले उत्तराखंड में भारी वर्षा और बादल फटने से लैंडस्लाइड की घटना देखी गई थी जिसमें बहुत भारी नुकसान हुआ था

 उक्त घटनाओं को देखकर डॉ एमपी सिंह ने सिविल डिफेंस की कोर कमेटी के साथ आपातकालीन मीटिंग बुलाई और भूस्खलन के कारण परिणाम और बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि यह जागरूकता आपने जन-जन तक पहुंचानी है

 डॉ एमपी सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि भूस्खलन एक प्राकृतिक आपदा है जिसमें भूमि क्षेत्र का कुछ हिस्सा दूसरे हिस्से की हो गिर जाता है इसमें पथरीली मिट्टी का बहाव तथा चट्टान गिरने की घटनाएं शामिल है इसमें आधारहीन चट्टाने तथा वनस्पति पहाड़ी खिसक कर भी नीचे आ जाती है 

कारण --जिन चट्टानों में खनिज पदार्थ की मात्रा अधिक पाई जाती है उन चट्टानों में जल की मात्रा अधिक हो जाती है जो धूप पड़ने पर सूखने लगती है और नीचे की ओर खिसकने लगती है
 गुरुत्वाकर्षण-- खड़ी और बड़ी चट्टानों में गुरुत्वाकर्षण बल के कारण भूस्खलन हो जाता है 
भूकंप-- भूकंप से होने वाले कंपन से भूमि इतनी कमजोर पड़ जाती है कि उसमें कटाव होने लगता है निर्माण कार्य-- मानव अपनी सुविधा के लिए प्रकृति के संसाधनों का दोहन कर रहा है पहाड़ों पर पर्यटक केंद्र बनाए जा रहे हैं मनमोहक पार्क व होटल बनाकर धन कमाने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है रेलवे सड़क निर्माण के लिए पहाड़ों को काटा जा रहा है जिसकी वजह से पहाड़ कमजोर हो रहे हैं और भूस्खलन हो रहा है 
जलवायु-- जिन क्षेत्रों की जलवायु अधिक वर्षा वाली होती है या जिन क्षेत्रों में बर्फ पिघलती है तथा बादल फटते  हैं उसमें लैंडस्लाइड की घटना ज्यादा होती है मानवीय हस्तक्षेप-- कुछ लोग कच्चे पहाड़ों का दोहन करते हैं खनन उत्खनन व तकनीकी का प्रयोग करते हैं जलाशयों व बांधों का निर्माण करते हैं भूमि परिवर्तन करते हैं वनों की अंधाधुंध कटाई करते हैं जो कि भूस्खलन का मुख्य कारण है

 उपाय --वृक्षारोपण भूस्खलन रोकने का सबसे बड़ा उपाय है
 वनों की कटाई पर रोक लगाई जाए
 भूमि को कमजोर होने से बचाया जाए
 जल निकासी के उपायों को अपनाया जाए
 भूमि के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक किया जाए
 तीव्र ढलान की अपेक्षा समतल भूमि पर खेती की जाए
 खनन उत्खनन को रोका जाए
 कटाव तथा भराव वाले स्थानों पर भवन निर्माण नहीं किया जाए
 मृदा अपरदन को रोकने के लिए झाड़ी घास वृक्ष आदि लगाए जाएं
 आवास का निर्माण नदी से दूर किया जाए 
लैंडस्लाइड क्षेत्र का मान चित्र जगह-जगह अंकित किया जाए
 लैंडस्लाइड क्षेत्र में  मानवीय गतिविधियों को नहीं किया जाए
 लैंडस्लाइड क्षेत्र में सतर्कता बरती जाए

 डॉ एमपी सिंह ने बताया कि लैंडस्लाइड मैं जब एक चट्टान सड़क पर गिर जाती है तो लोग जहां के तहां फस जाते हैं उनके पास खाने पीने का सामान भी उपलब्ध नहीं हो पाता है घर पर इंतजार कर रहे लोग बेचैन हो जाते हैं भूस्खलन की वजह से पर्वतीय स्थानों पर निर्मित भवन व अन्य निर्माण कार्य पूरी तरह से क्षतिग्रस्त व ध्वस्त हो जाते हैं जिससे क्षेत्रीय विकास कार्य बाधित हो जाता है और जन धन की भारी हानि  हो जाती है

 डॉ एमपी सिंह का कहना है कि जानकारी और जागरूकता ही इस समस्या का समाधान है ग्लेशियर पिघलने , बादल फटने व भारी वर्षा के दौरान जन्मदिन मनाने, मैरिज एनिवर्सरी व अन्य किसी कार्यक्रम के लिए पहाड़ी क्षेत्रों की तरफ कूच ना करें यात्रा ना करें

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