यमुना का बढ़ा जलस्तर -डॉ एमपी सिंह
चीफ वार्डन सिविल डिफेंस व विषय विशेषज्ञ आपदा प्रबंधन डॉ एमपी सिंह का कहना है कि हिल एरिया में भारी बरसात होने की वजह से यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है जिसकी वजह से हथिनी कुंड बैराज से लगभग 2 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जिसकी वजह से हरियाणा के कुछ जिलों में बाढ़ आने की आशंका हो गई है इसलिए यमुना नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सचेत हो जाना चाहिए
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि हाल ही में छायशा गांव के कुछ किसान अपने पशुओं का चारा लेने के लिए अपने खेतों में गए थे लेकिन अचानक नदी का जलस्तर बढ़ने से उनके पैर स्लिप हो गए और वह पानी में बह गए जिसमें एक युवक को सकुशल निकाल कर बचा लिया गया लेकिन दूसरे 19 वर्षीय युवक को दूसरे दिन एसडीआरएफ की टीम के द्वारा मृत अवस्था में निकाला गया
इस पर शोक व्यक्त करते हुए डॉ एमपी सिंह ने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसलिए हमें सचेत हो जाना चाहिए यह एक बड़ा हादसा है जिसकी भरपाई होना असंभव है इससे हमें सीख लेनी चाहिए और अन्य लोगों को भी जागरूक करना चाहिए
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि अनेकों किसानों के खेत यमुना नदी में है जिसमें पशुओं का चारा पैदा किया जा रहा है कई किसान अपनी झोपड़ी डालकर अपने ट्रैक्टर ट्रॉली के साथ वहीं पर रहते हैं लेकिन जैसे ही यमुना का जलस्तर बढ़ता है उनके लिए परेशानी बढ़ जाती हैं
डॉ एमपी सिंह ने पुलिस प्रशासन और गांव के पंच सरपंचों के साथ यमुना नदी के बड़े जल स्तर का जायजा लिया तथा यमुना नदी में खेती करने वाले सभी किसान भाइयों से निवेदन किया है कि समय रहते अपने सामान को और पशुओं को वहां से किसी ऊंचे स्थान पर ले जाएं ताकि जान और माल की हिफाजत हो सके और किसी प्रकार की क्षति ना हो क्योंकि आग पानी और बिजली किसी की सगी नहीं होती है अचानक पानी का तेज बहाव भौतिकवाद की सभी चीजों को बहाने में और फसल को उजाड़ने में सक्षम होता है इसलिए अपनी हिफाजत स्वयं करें तथा पुलिस और प्रशासन का साथ और सहयोग दें क्योंकि अपनी सुरक्षा में ही सबकी सुरक्षा है
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