विकास हाई स्कूल बल्लभगढ़ में जन्माष्टमी का पर्व बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया गया - डॉ एमपी सिंह
कोरोना महामारी के बाद श्री कृष्ण जन्मोत्सव के पर्व पर विकास हाई स्कूल में जन्माष्टमी बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाई गई इस अवसर पर देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफ़ेसर एमपी सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि अपने भाषण में कहा कि बचपन से ही हम उनसे जुड़ी अनेक कथाएं सुनते आए हैं और उनकी गाथाओं को गाते आए हैं सदियों से हम जन्माष्टमी के पर्व को मनाते आ रहे हैं
डॉ एमपी सिंह ने श्री कृष्ण जन्मोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस दिन सभी जगह मंदिरों को सजाया जाता है और श्री कृष्ण की गाथाओं तथा लीलाओं को संगीतमय भजन के माध्यम से सामूहिक तौर पर गाया और बजाया जाता है इस दिन अधिकतर लोग उपवास रखते हैं और रात को 12 बजे पूजा अर्चना करने के बाद उपहास को तोड़कर भोजन करते हैं
डॉ एमपी सिंह ने कहां कि कृष्ण पक्ष की अंधेरी रात में श्री कृष्ण का जन्म देवकी के गर्भ से कारागार में हुआ था क्योंकि वासुदेव और देवकी को कंस ने अपनी मृत्यु के भय से कारागार में बंद कर दिया था लेकिन कृष्ण के पैदा होते ही कारागार के द्वार स्वत ही खुल गए और वासुदेव जी मौका पाते ही देवकी के आठवें पुत्र को नंद बाबा और यशोदा के यहां छोड़ आए थे और कंस अपने प्रयासों में असफल रहा तथा अपने किए गए कर्मों का फल उसे भुगतना पड़ा
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि श्री कृष्ण ने बाल अवस्था में ही अनेकों अद्भुत कार्य किए उन्होंने गोवर्धन पर्वत को उंगली पर उठाया तथा कालिया नाग का वध किया उन्होंने पांडवों को उनका सम्मान तथा राजपाठ वापस दिलवाया और कौरवों को उनके कर्मों की सजा दिलाई उन्होंने अर्जुन का सारथी बनकर गीता का उपदेश दिया
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि स्कूल के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम किए फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया बाल गोपाल और राधा श्री कृष्ण बलराम और सुदामा की पोशाक में अधिकतर बच्चों ने श्री कृष्ण लीला तथा रासलीला का प्रदर्शन किया तथा मटकी फोड़ कर एक दूसरे को माखन और मिस्त्री खिलाई इस अवसर पर सिद्धार्थ पाराशर ने कृष्ण की भूमिका को कुछ अलग ही अंदाज में प्रकट किया जिस पर खुश होकर उसकी मैया तथा विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती ममता शर्मा ने सभी विद्यार्थियों को माखन मिश्री पेड़ा तथा खीर अपने हाथों से खिलाई
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