बहादुरगढ़ के एसडीएम ऑफिस में अधिकारियों के लिए स्ट्रेस मैनेजमेंट पर सेमिनार का आयोजन किया गया -डॉ एमपी सिंह
लाइफ कोच व मोटिवेशनल स्पीकर डॉ एमपी सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि तनाव कोई बहुत बड़ी बीमारी नहीं है यह खांसी जुखाम बुखार की तरह ही है इसमें घबराना नहीं चाहिए किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए या परामर्शदाता से परामर्श करना चाहिए
डॉ एमपी सिंह ने कहा कि पब्लिक डीलिंग में हर रोज किसी ना किसी समस्या का सामना करना पड़ता है और कई लोग आपकी बात को सुनने व समझने के लिए तैयार नहीं होते हैं इसलिए उस समय उनकी बातों को सुन लेने में ही भलाई होती है कई लोग जब अपना काम करवाने के लिए अनेकों चक्कर काट लेते हैं और किसी गलत व्यक्ति के हाथ में लूट जाते हैं तो वह गुस्सा करते हैं आपको उस स्थिति का पता नहीं होता है इसलिए आपको आवेश में नहीं आना चाहिए
डॉ एमपी सिंह का कहना है कि गुस्सा करने से दिल की धड़कन बढ़ जाती है पसीना आने लगता है काम करने की क्षमता कम हो जाती है नकारात्मक विचार मन में आने लगते हैं जिसका प्रभाव कर्म क्षेत्र और घर में भी देखने को मिल जाता है
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि ऐसी स्थिति में ध्यान केंद्रित नहीं होता है विचित्र अनुभव होने लगते हैं दोस्तों से दूर रहने लगते हैं बॉस की बात अच्छी नहीं लगती है जिंदगी से हार मान लेते हैं नींद नहीं आती है आत्म सम्मान को लेकर परेशान रहते हैं ड्रग्स ज्यादा लेना शुरू कर देते हैं भोजन उचित मात्रा में नहीं लेते हैं स्वास्थ्य खराब रहने लगता है सेक्स से जुड़ी समस्याएं पैदा हो जाती हैं
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