दुकानों पर खुलेआम बिक रहा विस्फोटक पदार्थ जानलेवा सिद्ध हो रहा है -डॉ एमपी सिंह
सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन व विषय विशेषज्ञ आपदा प्रबंधन डॉ एमपी सिंह ने बताया कि आजकल दुकानों पर गंधक और पोटाश खुलेआम बिक रहा है जिसको अधिकतर युवा बच्चे यूट्यूब से देख कर विध्वंसक और विस्फोटक मिश्रण बनाने की कोशिश कर रहे होते हैं जिसकी वजह से कई जवान बच्चे इन विस्फोटकों की बलि चढ़ चुके हैं
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि फरीदाबाद स्थित भड़ाना चौक पर दो युवक कुछ ऐसा ही कर रहे थे जिससे अचानक धमाका हो गया और उनके अंग जल गए जिनको आनन-फानन में सिविल अस्पताल फरीदाबाद में भर्ती कराया गया जहां पर उनका उपचार संभव नहीं था इसलिए उनको दिल्ली के ट्रामा सेंटर मैं रेफर कर दिया गया
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि रेवाड़ी में गंधक और पोटाश के विस्फोट से किशोर की हालत गंभीर हो गई धारूहेड़ा में उक्त मिश्रण बनाते समय विस्फोट हुआ जिसमें 21 वर्षीय राजू की मौत हो गई
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि दीपावली और गोवर्धन पर अनेकों जगहों पर पटाखा चलाने से अनेकों हादसे हुए हैं जिनके बारे में अधिकतर खबरें प्रकाशित नहीं हुई है पटाखे चलाने से ध्वनि प्रदूषण और वायु प्रदूषण के अलावा अनेकों लोगों की आंखों की रोशनी चली गई और अनेकों लोगों के कान के पर्दे फट चुके हैं
डॉ एमपी सिंह देश के चिंतनशील व्यक्ति हैं इसलिए उनका कहना है की बम पटाखों की आड़ में कोई भी शैतान शैतानी हरकत कर सकता है और बम ब्लास्ट करके आतंकी हमले में कामयाब हो सकता है मानवता की आड़ में भारतवर्ष के लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है इसलिए हमें सरकार के नियमों की पालना करनी चाहिए सरकार की मंशा को समझना चाहिए
डॉ एमपी सिंह का सुझाव है कि रासायनिक पदार्थ हर जगह नहीं मिलना चाहिए अधिकृत दुकान पर ही रासायनिक पदार्थ अधिकृत व्यक्ति को ही मिलना चाहिए तभी उक्त हादसों से बचा जा सकता है जब कान पर थप्पड़ मारने से कान का पर्दा फट सकता है तो रॉकेट चलाने भयंकर आवाज करने वाले बम चलाने खतरनाक रस्सी बम से खेलने पर क्यों नहीं फट सकता
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि सरकार ने ग्रीन पटाखे चलाने की अनुमति दी थी लेकिन अधिकतर लोगों ने गली मोहल्ले में जमकर बड़े बम पटाखे चलाएं जिससे आस-पड़ोस के अधिकतर लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा जोकि सामाजिक प्राणी के लिए उचित नहीं था
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