जागरूकता से ही साइबर क्राइम से बचा जा सकता है- डॉ एमपी सिंह
अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफ़ेसर एमपी सिंह के साथ बीती घटना को ध्यान मैं रखते हुए इस लेख को जनहित में प्रकाशित किया जा रहा है
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि 23 तारीख की रात 11:00 बजे सुबोध फोगाट का फोन आता है कि सर आपकी इंस्टाग्राम आईडी से कोई पैसे की डिमांड कर रहा है मैंने उनसे कहा कि कृपया स्क्रीनशॉट लेकर मुझे भेज दो ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके उन्होंने मुझे स्क्रीनशॉट भेज दिया उसी समय सेक्रेटरी रेड क्रॉस ने अवगत कराया कि आपकी फेसबुक आईडी हैक कर ली गई है
उसी समय मैंने अपने बेटे से उस आईडी पर लिखवाया कि कितने पैसे चाहिए किस फोन नंबर पर भेजे जाएं उसने कहा 15000 पे फोन या गूगल पर कर दो बेटे ने कहा ठीक है थोड़ी देर बाद उसने कहा कि आपने किया नहीं तब बेटे ने कहा कि ट्रांसफर नहीं हो रहे हैं बेटे ने कहा कि पापा इस पर जल्दी से कार्रवाई कराओ यह ऑनलाइन बैठा हुआ है अन्यथा यह किसी ना किसी से पैसे ले लेगा इसी सोच के साथ मैंने अति शीघ्र पुलिस से संपर्क किया
इस दौरान मैंने अपने एरिया की चौकी के चौकी इंचार्ज सेक्टर 19 को इसके बारे में बताया उन्होंने कहा कि सेक्टर 17 साइबर थाना है वहां पर आप अपनी शिकायत दर्ज करा दो मैंने उनसे सेक्टर 17 साइबर थाने की मेल और फोन नंबर मांगा लेकिन उन्होंने कहा कि मेरे पास नहीं है
मैंने नेट से जाकर तालाब रोड पर साइबर थाने का नंबर लिया और लैंडलाइन पर फोन किया उन्होंने कहा कि ओल्ड फरीदाबाद के थाने में हेल्प डेस्क है वहां पर जाकर आप उनको सूचित करें
मैं इसी कार्य में दो घंटे तक लगा रहा लेकिन कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं मिला
मैंने एसएचओ ओल्ड को पर्सनल फोन पर फोन किया तब उन्होंने हेल्प डेस्क वाले का नंबर दिया मैंने प्रार्थना पत्र लिखकर उनको कार्यवाही के लिए व्हाट्सएप किया मैंने वार्तालाप करने के लिए फोन किया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया
उसके बाद मैंने अपने मित्र थाना अध्यक्ष सेक्टर 17 को फोन मिलाया उन्होंने साइबर क्राइम थाने की मेल प्रदान कराई और मैंने उनको मेल पर रिक्वेस्ट डाल दी लेकिन अभी तक कोई अपडेट नहीं है साथियों यह है पुलिस का हाल
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि वर्तमान हालात को देखते हुए अधिकतर लोग साइबर क्राइम के झांसे में आ रहे हैं और बर्बाद हो रहे हैं जीवन लीला भी समाप्त कर रहे हैं बहुत बुरा समय चल रहा है इसलिए जागरूकता का परिचय देना है समझदारी से काम लेना है तभी साइबर क्राइम से बच सकते हो
आपकी मदद करने कोई नहीं आएगा कहीं कोई सुनवाई नहीं है अधिकतर आपको यह सुनने के लिए मिलेगा कि अभी तेरे साथ कुछ हुआ तो नहीं है जब हो जाएगा तभी की जाएगी इसलिए घटना ना घटे उसके लिए जागरूक हो जाओ जब घटना घट जाएगी तो फिर आपके पास कुछ नहीं बचेगा कहीं कोई न्याय नहीं है
मैंने हाल ही में कई परिवारों को गुजरते देखा है इसलिए चिंता के साथ यह लिखना पड़ रहा है कि अन्य किसी के साथ यह घटना ना घटे कोई साइबर क्राइम का शिकार ना बने इसलिए मैंने अपनी फेसबुक आईडी , व्हाट्सएप आईडी, इंस्टाग्राम आईडी पर पर लिख दिया है कि मेरे नाम से यदि कोई पैसे की डिमांड करता है तो मेरे से संपर्क करें इस एपिसोड के बाद भी कोई फसता है तो यह उसकी नादानी और बेवकूफी है इस प्रकार के विषयों पर कोई रिसर्च नहीं करनी चाहिए
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