29 दिसंबर को गुरु पर्व के अवसर पर डॉ एमपी सिंह ने सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी तथा उनकी शिक्षाओं पर चलने का निवेदन किया
अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफ़ेसर एमपी सिंह ने गुरु पर्व के अवसर पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी इसलिए इस दिन को प्रकाश पर्व के नाम से जाना जाता है उन्होंने मुगलों के अन्याय और अत्याचार के खिलाफ लड़ाइयां लड़ी थी इसलिए वह एक महान योद्धा थे उन्होंने समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने के लिए अपना पूरा जीवन लगा दिया तथा अपने सुख को त्याग कर लोगों की भलाई की
डॉ एमपी सिंह ने सभी देशवासियों से निवेदन किया कि इस पर्व पर हमें गुरु गोविंद सिंह जी के विचारों को आत्मसात करने का प्रण लेना चाहिए क्योंकि उनका कहना था कि स्वार्थ की भावना ही बुरे कर्मों को जन्म देती है और अपने अंदर के अहंकार को खत्म करने पर वास्तविक शांति मिलती है यदि हम इन दो बातों को भी आत्मसात कर लेते हैं तो समाज में छुआछूत भेदभाव असमानता तथा वैमनस्य खत्म हो जाएगा तथा आपसी भाईचारा और प्यार बन जाएगा खाली लंगर बांटना और लंगर खाना ही इस दिन का उद्देश्य नहीं है इस दिन हमें अपने महापुरुषों से वायदा करना चाहिए और उनके बताए सिद्धांतों पर चलने की कसम खानी चाहिए
डॉ एमपी सिंह का कहना है कि गुरु पर्व अपने आप में सब कुछ कह रहा है गुरु से बड़ा इस संसार में कुछ भी नहीं होता है और गुरु की अच्छाइयों के कारण ही अनेकों उनके अनुयाई बनते हैं गुरु हमेशा हर जगह रोशनी फैलाते हैं अपने ज्ञान से सभी के दुख को दूर करते हैं सभी को सुख प्रदान करते हैं सभी की उन्नति की कामना करते हैं सभी की भलाई करते हैं इसलिए गुरु का सम्मान मन से करना चाहिए
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