औद्योगिक सुरक्षा पुस्तक -डॉ एमपी सिंह

                           भूमिका
 उद्योग धंधे दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं जहां पर सुरक्षा संबंधी समस्याएं सामने नजर आ रही हैं प्रतिवर्ष लाखों लोग दुर्घटनाओं के शिकार हो जाते हैं जिनमे 60 फ़ीसदी लोगों की जान चली जाती है पिछले दशकों में यह स्थिति और भी अधिक बिगड़ चुकी है 
यह सर्वविदित है कि गरीब आदमी के पास पेट भर खाना नहीं होता है और रहने की छत भी नहीं होती है वह किराए पर रहता है और गंदा संदा खाकर सिर्फ पेट भरता है जिससे अनेकों बीमारियां उसे घेर लेती हैं और वह अस्वस्थ हालत में ही काम पर चला जाता है जहां पर वह घरेलू उलझनो से निकलने का रास्ता भी सोचता रहता है इसी के चलते लापरवाही हो जाती है और मशीनरी एक्सीडेंट हो जाता है जिसमें उसकी जान चली जाती है 
इसका मुख्य कारण गरीबी है यदि नौकरी में उसे उतना भी मिल जाता कि वह अपने बड़े बूढ़ों को दवाई गोली दिला देता और अपने नन्हे-मुन्ने बच्चों को पढ़ा लिखा देता है तथा स्वास्थ्यवर्धक भोजन खा लेता तो उक्त परेशानी से शायद बच जाता
 हम सभी को उक्त विषय पर विचार करना चाहिए ताकि दुर्घटना में निर्दोष व्यक्ति की जान ना जा पाए कुछ लोग धूल मिट्टी में काम करते हैं जिससे स्वास्थ संबंधी बीमारियां हो जाती हैं कुछ नमी में शोरगुल में या उच्च तापमान में काम करते हैं कुछ रासायनिक उत्पादों व रबड़ फैक्ट्री में काम करते हैं जहां पर अनेकों प्रकार की बीमारियां लग जाती हैं
 लेकिन आनेको लोग मजबूरी में कार्य करते हैं सोचते हैं कि बिना काम के घर पर भूखे मर जाएंगे और यहां काम किया तो बीमारी से मर जाएंगे इसलिए सुरक्षा उपकरण पहनकर ही काम करना चाहिए 
मालिक लोग उक्त समस्याओं मैं कम रुचि लेते हैं या अनदेखा कर देते हैं जिसकी वजह से घटनाएं घट जाती हैं असुरक्षित कार्य नहीं करना चाहिए. अधिकतर ट्रेड यूनियन उक्त प्रश्नों को उठाते नहीं है और वेतन संबंधी रोजमर्रा के झगड़ों में भी व्यस्त रहते हैं  तकनीकी क्रियान्वयन से औद्योगिक दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है जोखिम भरे कार्यों के को सावधानीपूर्वक करके दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती है लेकिन यह श्रमिकों को ही सुनिश्चित करना होगा 
हमें अपनी कमी को दूसरों पर नहीं डालना चाहिए जहां जिसकी कमी या गलती है उसे मान लेना चाहिए और सुधार करने के लिए प्रयत्न करना चाहिए ताकि भविष्य में जानमाल का नुकसान ना हो सही सूचनाओं का आदान प्रदान करना चाहिए पास्ट  में घटित घटनाओं से सीख लेनी चाहिए बड़ों के अनुभव से समस्याओं का समाधान कर लेना चाहिए सुरक्षित वातावरण तैयार करना चाहिए आपसी मतभेदों में नहीं उलझना चाहिए


                   लेखक की कलम
 दुर्घटनाओं को रोकना हम सब का नैतिक कर्तव्य है इसलिए हमें सुरक्षा नियमों को अपनाना चाहिए दुर्घटना  में असमय मौत हो जाती है कुछ लोग अपंग हो जाते हैं तो कुछ चारपाई पर ही सड़ते रहते हैं इससे देश की आर्थिक स्थिति प्रभावित होती है और परिवारीजनों का जीवन कष्ट में बीतने लगता है परिवार की सुख शांति भंग हो जाती है इसलिए हमें पूर्ण ज्ञान लेकर तथा संबंधित खतरो को पहचान कर ही कार्य करना चाहिए अधूरे ज्ञान मैं तथा दबाव और  प्रभाव में कोई कार्य नहीं करना चाहिए उसके परिणाम हमेशा गलत व दुखदाई ही होते हैं जिनके चारों तरफ दुष्परिणाम ही देखने को मिलते हैं 
सुरक्षा किसी व्यक्ति विशेष को नहीं बल्कि सभी को करनी चाहिए और सुरक्षा मानकों का प्रयोग करना चाहिए इसमें कोई बेइज्जती नहीं है समय रहते सीख गए और आत्मसात कर लिया तो भविष्य में दुष्परिणाम नहीं भुगतने पड़ेंगे 
समाज के कुछ लोग दूसरे लोगों को नुकसान ही पहुंचाने में लगे रहते हैं उन्हें दूसरों का बुरा करने में मजा आता है दूसरों की तकलीफ में वह आनंद की अनुभूति करते हैं इन सभी से बचा जा सकता है यह सब कुछ आपके हाथ में है आप  चिंतनशील बनो विवेक और बुद्धि से काम लो सब उनकी चाहत के विपरीत हो जाएगा और आपका मानव जीवन  सफल हो जाएगा अनायास मुसीबतों को भी नहीं झेलना पड़ेगा असावधानी व लापरवाही ही दुर्घटना का कारण होता है यदि हम दुर्घटना में अपंग हो गए और किसी ने हम पर दया या रहम करके कुछ धनराशि भी दे दी तो उससे क्या आपका भला हो जाएगा लालच में गलत समझौता मत करो लालच में गलत फैसले मत लो सत्य का साथ दो ईमानदारी से अपना कार्य समर्पण भाव के साथ करो हर पल आपका अच्छा होगा हर दिन आपका खुशहाल रहेगा तनावपूर्ण जिंदगी से बच जाओगे आगामी  पीढ़ी के लिए मेंटर बन जाओगे इसलिए मुख्य नियमों को अपनाओ और बेहतर जिंदगी बनाओ आज की सुरक्षा कल का भविष्य है इसलिए सुरक्षा उपकरणों के साथ खिलवाड़ मत करो जुगाड़ूराम मत बनो सम्मानित जिंदगी के लिए सचेत होकर कार्य करो


                            सुरक्षा 
हर माता-पिता अपने बच्चों को सुरक्षित रख रहने के तरीकों से अवगत कराते हैं और गुरु भी सुरक्षा के टिप्स देते रहते हैं क्योंकि सुरक्षित व्यक्ति ही दूसरे व्यक्तियों की सुरक्षा कर सकता है जंगलों में भी हिंसक जानवरों जहरीले कीट पतंगों से रक्षा करनी होती है ठीक इसी प्रकार कारखानों में भी मशीन पर काम करते समय अपनी रक्षा सुरक्षा करनी होती है 
जैसे जैसे इंसान प्रगति के पथ पर चलता है वैसे वैसे ही खाते और जोखिम बढ़ते चले जाते हैं जहां पर घटना व घटनाएं अक्सर होती रहती हैं जिसमें घरेलू, सड़क, औद्योगिक, अंतरिक्ष ,आसमानी, रेल तथा हवाई दुर्घटना शामिल हैं
 वह सभी दुर्घटना मानवीय कमियों में लापरवाही तथा अज्ञानता के कारण होती हैं वह सभी से बचा जा सकता है यदि हर व्यक्ति जागरूक हो जाए और बुद्धि तथा विवेक से काम लेने लगे
 किसी भी कार्य को करने से पहले वह उसका पूर्ण प्रशिक्षण प्राप्त कर ले और अपने गुरुओं के सानिध्य में करके देख ले उक्त सभी की रोकथाम में की जा सकती है यदि हम पूर्व की तैयारियां कर ले 
मशीन की जांच कर लें यदि कोई कमी है तो उसको दूर कर ले जो उस क्षेत्र का ज्ञाता है या जिसने महारत हासिल कर रखी है उसके ज्ञान व अनुभव का फायदा ले ले दुर्घटना से होने वाला नुकसान ना सिर्फ व्यक्ति विशेष का होता है बल्कि उसका दुष्प्रभाव चारों तरफ देखने को मिलता है उसमें देश की अर्थव्यवस्था पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है कारखाने की प्रबंधन कमेटी को भी उसका खामियाजा भुगतना पड़ता है
 अनुभव बिना ज्ञान सुना सुरक्षा बिना काम सुना अनुभव और ज्ञान से ही किसी भी काम को आसान किया जा सकता है काम को आसानी से बिना समय गवाएं बेहतर तरीके से किया जा सकता है अनुभवी इंसान दुर्घटना को पहले से भाग लेता है और सतर्क हो जाता है तथा सतर्कता से कार्य करके उस आने वाली आपदा को टाल देता है इसीलिए अनुभवी इंसान की कीमत और कदर बढ़ जाती है
 प्रेशर से काम करने से डर बना रहता है लेकिन जो  डरते डरते कार्य करते हैं वह बेहतर कार्य करते हैं क्योंकि उनके मन में सीखने की ललक के साथ नौकरी से निकालने का डर भी बना रहता है इसलिए अपनी तरफ से बेहतर कार्य कर करते हैं ताकि उनके द्वारा किए कार्य की प्रशंसा की जा सके और उन्हें उन्नति और पदोन्नति मिल सके 

कार्यक्षेत्र में खतरा कब पैदा होता है 
1. जब हमें स्पष्ट नहीं होता है कि हमें क्या करना है 
2. जब हम लापरवाही से काम करते हैं
 3. जब हम कार्यस्थल को गंदा रखते हैं
 4. जब हम अपने आसपास आवश्यक सामान को बिखेर या फैला देते हैं 
5. जब हम किसी नई आवाज को नजरअंदाज कर देते हैं
 6. जब हम बहरे - गूंगे तथा अंधे होकर कार्य करते हैं
 7. जब हम गपशप मारते हुए कार्य करते हैं
 8. जब हम बेमतलब मशीन से छेड़छाड़ करते हैं 
9. जब हम ढीले ढाले कपड़े पहन कर चप्पलों में ही काम करना शुरू कर देते हैं 

सुरक्षा के मूल मंत्र क्या है 
1. कार्य करने से पहले पूर्ण रूप से कार्य को समझ लेना चाहिए
 2. कार्य करने के सुरक्षित तरीकों को अपनाना चाहिए
 3. कार्य में पैदा होने वाले खतरों के बारे में पहले से ही जानकारी हासिल कर ले
 4. कार्य को अपने नियंत्रण में रखते हुए कार्य करें
 5. कार्य करते समय कभी जल्दबाजी व हावड़ा तगड़ी नहीं करनी चाहिए 
6. अस्वस्थ अवस्था व नशे की हालत में कभी कार्य नहीं करना चाहिए 
7. कार्य करते समय सही व सुरक्षित औजारों को ही उपयोग में लाना चाहिए

             सुरक्षा संबंधित सावधानियां 
1. सुरक्षा निर्देशों की अवहेलना नहीं करनी चाहिए 
2. हमेशा सतर्क रहकर काम करना चाहिए
 3. अपना कार्य सावधानी व निपुणता से करना चाहिए
 4. कार्य करते समय भावना अच्छी होनी चाहिए
 5. आक्रोश तथा गुस्से में कार्य नहीं करना चाहिए
 6. तनाव और नींद की अवस्था में कार्य नहीं करना चाहिए
 7. अस्वस्थ अवस्था में कार्य नहीं करना चाहिए
 8. कार्य करते समय रिसर्च नहीं करनी चाहिए
 9. अपने कार्य क्षेत्र को साफ-सुथरा रखना चाहिए 
10. काम करते समय सही व सुरक्षित औजारों का ही प्रयोग करना चाहिए 
11. कार्यक्षेत्र के रास्ते में अवरुद्ध नहीं होना चाहिए 
12. कार्य क्षेत्र में जगह-जगह थूका थाकी नहीं करनी चाहिए
 13. मशीनों के पास सोना नहीं चाहिए
 14. काम करते समय मादक पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए 

मशीन चलाते समय किन कन सावधानियों को ध्यान में रखना चाहिए 
1. मशीन चलाने से पहले मशीन की जांच कर लेनी चाहिए 
2. चलती मशीन की सफाई हाथ से नहीं करनी चाहिए
 3. लेथ सेपर ब ड्रिल मशीन पर काम करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए 
4. कहीं छीलन से शारीरिक नुकसान ना हो जाए 
5. छीलन आंख नाक कान में ना चली जाए 
6. छीलन कहीं त्वचा में प्रवेश करके घायल न कर दे
7.  काम खत्म होने के तुरंत बाद मशीन को बंद कर देना चाहिए 
8. मशीन चलाने के लिए किसी नारी को नहीं कहना चाहिए 

      काम करते समय ध्यान रखने योग्य बातें
1. वेल्डर इलेक्ट्रीशियन वायरमैन के अतिरिक्त अन्य श्रमिक वेल्डिंग व बिजली से संबंधित काम स्वयं ना करें 
2. नंगी तारों को दूध सर्किट में ना लगाएं 
3. नंगे हाथों से बिजली का कार्य ना करें 
4. भारी सामान उठाने के लिए चयन वेकुली का प्रयोग करें
 5. गरम कार्य करते समय हाथों में दस्ताने पहने
6.  वेल्डिंग का काम करते समय चश्मा अवश्य लगाएं 
7. धूल मिट्टी वाला कार्य करते समय चश्मा अवश्य लगाएं
 8. जो लंच सील क्षेत्र में काम करते समय बीड़ी सिगरेट ना पिए
 9. गैस प्लांट में कार्य करते समय लाइट  माचिस इत्यादि साथ ना रखें
 10.निर्माण क्षेत्र में कार्य करते समय नाक कान गले तथा आंखों की सुरक्षा करें
 11. बंद कमरे में कोयले की अंगीठी ना जलाएं
 12. लोहे तथा शीशे की चादर उठाते समय हाथों में दस्ताने पहने
 13. पैरों की सुरक्षा के लिए हमेशा जूते पहने
 14. औजारों को फैलाकर ना रखें यथा स्थान पर संभाल कर रखें 
15. कार्यक्षत्र के पास मेनहोल खुला न छोड़ें
 16. कारखानों में काम करते समय जहां तक संभव हो लकड़ी की सीढ़ी का प्रयोग ना करें चार पैरों वाली लोहिया अल्युमिनियम की सीडी का प्रयोग करें 
17. ग्रिड सब स्टेशन के हाईटेंशन जोन में किसी तरह की धातु को ले जाते समय विद्युत तारों वह लाइनों से सावधानी बरतें 
18. संदेह की स्थिति में मशीन ना चलाएं 
19. बिखर हुआ सामान जालीदार कब्र में डालें 
20. मशीनों में तेल गिरीश जरूरत के अनुसार डालें 
21. चिकने पदार्थों को मशीन के आसपास फर्श पर ना गिरने दें
 22. तेल गिरीश लगाने के बाद मशीन को अच्छी तरह साफ कर दें 
23. ऊंचाई वाले स्थानों पर काम करने के लिए अधिक औजार व उपकरण अपने साथ लेकर ना जाएं
 24. ग्राइंडिंग जैसा कार्य करते समय आंखों पर चश्मा अवश्य लगाएं

बिजली से कौन-कौन से खतरे हो सकते हैं ?
करंट लग सकता है
 विद्युत शार्ट सर्किट से आग लग सकती है

 विद्युत आघात की परिभाषा क्या है ?
 बिजली का करंट लगने पर व्यक्ति विशेष का नर्वस सिस्टम उत्तेजित हो जाता है उसे आघात कहते हैं 

बिजली का झटका कैसे लगता है  ?
 जब विद्युत धारा मनुष्य के शरीर के एक भाग से प्रवेश कर दूसरे भाग से निकल जाए उसे 100 क्या आघात कहते हैं 

विद्युत धारा की गंभीरता को कैसे देखा जा सकता है ?
1.  करंट व्यक्ति से मिली एंपियर में जाता है इसकी मात्रा जितनी अधिक होती है खतरा उतना ही अधिक बढ़ जाता है 
2. शरीर के किस भाग में करंट लगा है
 3. व्यक्ति करंट के संपर्क में कितने समय तक रहा है
 4. व्यक्ति के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसी है

 विद्युत शॉक लगने के कारण कौन-कौन से हैं 
1. नग्न तारों को छूने पर 
2. कमजोर इन सोलन वाले तारों को छूने पर
 3. विद्युत उपकरणों को छूने पर 
4. आसमानी बिजली गिरने पर
 5. चालू विद्युत लाइन पर
 6. असावधानी से कार्य करने पर
 7. जब टीवी एंटीना बिजली की तार से टच हो जाए 
8. जब लोहे की सीडी विद्युत आवेशित हो जाए
 9. बिजली के तारों पर गीले कपड़े सुखाने पर
 10.बिजली के खंभे व तार बांधकर उस पर कपड़े सुखाने पर 
11. पतंग उड़ाते समय सावधानी ना रखने पर 
12. औजारों की इंसुलेशन में दिसावर आज आने पर

 बिजली के शौक से कैसे बचा जा सकता है
 1. काम करने से पहले बिजली के उपकरणों की भलीभांति जांच कर लेनी चाहिए
 2. यह सुनिश्चित कर लें कि कहीं कनेक्शन दो सुकून या टूटे-फूटे वे ढीले ढाले तो नहीं है 
3. अप्रशिक्षित व अनाधिकृत व्यक्ति से काम नहीं करना चाहिए 
4. खंबे ऊंचाई पर कार्य करने वाले व्यक्ति को सेफ्टी बेल्ट अवश्य लगानी चाहिए
 5. खंभे पर चढ़ने उतरने के लिए शिर्डी का सहारा की उचित व्यवस्था होनी चाहिए
 6. चालू लाइन पर कार्य नहीं करना चाहिए यदि करना पड़े तो हाथ में रबड़ के दस्ताने पैरों में जूते अवश्य होने चाहिए
 6. गीले हाथों से काम नहीं करना चाहिए
 7. बरसात में भीगने पर बिजली का कार्य नहीं करना चाहिए
 8. शूज निकालने से पहले सप्लाई काटनी चाहिए
 9. बिजली की मशीनों को पेट्रोल से साफ करने के बाद पेट्रोल को पूर्णतया उड़ा देना चाहिए अन्यथा काम करते समय आग लग सकती है
 10.बिजली की मोटरों के ऊपर या आस-पास गीले कपड़े नहीं सुखाने चाहिए

 गैस सिलेंडर से काम करते समय क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए 
1. गैस सिलेंडर को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाते समय बालों को छतिग्रस्त नहीं होने देना चाहिए
 2. गैस सिलेंडर गिरीश नहीं लगानी चाहिए
 अगर लगी हो तो बाल बंद करके तेल व गिरीश क अच्छी तरह से साफ कर देना चाहिए
 3. गैस रेगुलेटर लगाने से पहले बालवीर को ठीक से साफ कर लेना चाहिए तथा वासर लगाकर रेगुलेटर को लगाना चाहिए
 4. कार्य समाप्त होने के बाद गैस सिलेंडर को ठीक से बंद कर देना चाहिए
 5. गैस को बिना काम के कभी खुला नहीं छोड़ना चाहिए

 गैस वेल्डिंग से काम करते समय क्या क्या सावधानी बरतनी चाहिए
 1. वेल्डिंग में कटिंग का काम करते समय हाथों में दस्ताने व आंखों पर चश्मे लगाने चाहिए
 2. वेल्डिंग का फ्लेक्स हटाते समय छिपिंग हैमर को धीरे धीरे चलाना चाहिए
 3. वेल्डिंग करते समय कोई भी विस्फोटक में जलन सील पदार्थ पास में नहीं होना चाहिए
 4. वेल्डिंग मशीन बिजली विभाग से सुरक्षित करा लेनी चाहिए
 5. वेल्डिंग की चिंगारी से सामान को बचाए रखना चाहिए
 6. वेल्डिंग पदार्थ के नीचे एमएस सट व जीआईसीटी लगा देनी चाहिए
 7. वेल्डिंग किए जाने वाले सामान को सीधे अर्थ करना चाहिए 
8. गर्म लोहे के टुकड़े को जमीन पर नहीं गिरने देना चाहिए
 9. वेल्डिंग पदार्थ को जमीन पर नहीं गिरने गिरने देना चाहिए
 10. चप्पल पहनकर ढीले ढाले कपड़ों में वेल्डिंग का कार्य नहीं करना चाहिए

 घातक कीटनाशक अर्थात पेस्टिसाइड से सावधानी कैसे करें 
1. पेस्टिसाइड के कार्य करते समय रासायनिक पदार्थ बचा के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं इसलिए कार्य के बाद शरीर को अच्छी तरह से धो लेना चाहिए
 2. यदि रासायनिक पदार्थ जमीन बेंच या शरीर पर गिर जाए तो तुरंत पानी से साफ कर लेना चाहिए
3.  पेस्टिसाइड प्लांट में पान तंबाकू गुटखा नहीं खाना चाहिए धूम्रपान भी नहीं करना चाहिए
 4. ऐसे क्षेत्र में कोई भी खाद्य व पेय पदार्थ नहीं रखना चाहिए
 5. पेस्टिसाइड के खाली डिब्बे को किसी प्रयोग में नहीं लेना चाहिए
 6. कीटनाशक रसायनों को नंगे हाथों से नहीं पकड़ना चाहिए 
7. श्रमिकों की नियमित जांच करानी चाहिए
 8. व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों को पहनकर ही कार्य करना चाहिए

 विषैले रसायनों से सावधानी कैसे करें 
1. जिसे 10 किया ड्रम सी रसायन ड्रेस रहा है उसे हैंडपंप से दूसरे धर्म या 10th में ले जाना चाहिए
 2. कार्य करते समय खास उपकरण गम बूट ऐप रन दस्ताने और चश्मे पहने चाहिए 
3. फैले हुए रसायन के चारों तरफ सिंपल कंट्रोल पाउडर डालकर सीमा बंदी कर देनी चाहिए ताकि रसायन और अधिक ना पहले यदि रसायन अधिक मात्रा में फैल गया है तो उसके पास सिंपल कंट्रोल पाउडर डालकर 20 मिनट तक छोड़ दें वह रसायन सोख लेगा बाद में ग्रुप से हटा दें इस क्रिया को दोबारा भी दोहराया जा सकता है
 वैशाली पाउडर को नियमानुसार ही नष्ट करें 

सीमेंट उद्योग में काम करते समय क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए 
1. काम करते समय हेलमेट से शील्ड व सेफ्टी बेल्ट लगाने चाहिए
 2. स्क्रीन पर आने जाने के लिए निर्धारित प्लेटफार्म का प्रयोग करना चाहिए
3.  क्रेन के काम करने के दौरान आसपास में अन्य कोई व्यक्ति नहीं होना चाहिए
 4. क्रेन के से सामान चढ़ाते व करते समय वेरीकेट लगा देनी चाहिए
 5. चयन तथा रोग को काम में लाने से पहले चेक कर लेना चाहिएकहीं कोई कड़ी ढीली व टूटी हुई तो नहीं है
 रेलवे लाइन को पार करने के लिए पुल का ही प्रयोग करना चाहिए

 उद्योग धंधों में कार्य करते समय पोशाक संबंधी क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए
 1. कार्य करते समय सूती कपड़े पहने चाहिए
 2. कमीज को पैंट के अंदर डालकर कार्य करना चाहिए
 ढीले ढाले कपड़े धोती कुर्ता पजामा गमछा आदि पहनकर कार्य नहीं करना चाहिए
 3. चप्पल पहन कर कार्य नहीं करना चाहिए
 4. पांव की सुरक्षा के लिए मजबूत जूते पहने चाहिए
 5. कंप्रेसर की हवा से कभी अपने बदन को साफ नहीं करना चाहिए इससे त्वचा खराब हो सकती है
 6. मशीनों से निकलने वाले पानी से हाथ मुंह नहीं धोना चाहिए और कुल्ला भी नहीं करना चाहिए

 कंपनी मैं गृह व्यवस्था की जांच के मुख्य मुख्य बिंदु कौन-कौन से हैं 
1. भवन की दीवारें मजबूत होनी चाहिए
 2. खिड़कियां तथा रोशनदान होने चाहिए
 3. वस्तुओं को रखने धोने व सुखाने की उचित व्यवस्था होनी चाहिए 
4. शौचालय तथा पीक दान की व्यवस्था समुचित होनी चाहिए 
5. फर्श की बनावट कार्य के अनुसार होनी चाहिए
 6. कार्य करने की जगह धूल कचरा रिसाव नहीं होना चाहिए 
7. कार्यक्षेत्र में सामान इधर-उधर नहीं फैला होना चाहिए
 8. आग बुझाने के उपकरण लगे होने चाहिए
 9. आपातकालीन द्वार बने होने चाहिए
 10.बाहर निकलने के रास्ते पीली पट्टी से दर्शाए जाने चाहिए
 11. हजारों को रखने की जगह निर्धारित होनी चाहिए
 12. इंतजार कक्ष की व्यवस्था होनी चाहिए जिसमें मेज कुर्सी पठन-पाठन की सामग्री लव होने चाहिए
 13. एग्जॉस्ट लगे होने चाहिए
 14. गोदाम की व्यवस्था अलग होनी चाहिए
 15. कच्चे माल को तथा उत्पादन के बाद प्रोडक्ट के रखने की व्यवस्था उचित होनी चाहिए
 16. जो लोग पदार्थों में हानिकारक रसायनों के लिए अलग से व्यवस्था होनी चाहिए 
17. प्रतिदिन की चेक लिस्ट व्यवस्था होनी चाहिए

 आग से बचने के लिए क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए
 1. वीडियो सिगरेट पीकर इधर उधर ना फेंके 
2. ज्वलनशील पदार्थों के आसपास माचिस या तीली तथा लाइट ना जलाएं
 3. पैकिंग प्लांट गोदाम वह खुले बोरो के आसपास बीड़ी सिगरेट ना पिए
 4. पेट्रोल पंप डीजल टैंक के आसपास बीवी से पटना पीएम 
5. गर्म काम करने के बाद भट्टी के पूर्ण रूप से शांत कर देना चाहिए
 6. ज्वलनशील पदार्थों के आसपास बीड़ी सिगरेट नहीं पीनी चाहिए पास
7. गिलास बोतल व अन्य बर्तन में पेट्रोल व डीजल इधर उधर ना ले जाए 



विद्युत आभास लगने पर क्या करना चाहिए
 1. यदि कोई व्यक्ति बिजली से चिपका हुआ है तो विद्युत सप्लाई बंद कर दें फिर रूबी के विद्युत तार से हटाकर खुली हवा में ले जाए
 2. रोगी के हाथ और पैरों की सूखी मालिश करें ताकि ब्लड का सरकुलेशन हो सके
 3. सीपीआर दें और अति शीघ्र डॉक्टर के पास ले जाएं

 गैस से प्रभावित हो जाए तो क्या करना चाहिए 
1. प्रभावित व्यक्ति को तुरंत खुली जगह पर लेकर जाना चाहिए 
2. टाइट कपड़ों को ढीला कर देना चाहिए 
3. टाई बेल्ट को उतार देना चाहिए
 4. स्वास रुकने की अवस्था में बनावटी स्वास देना चाहिए 

पैर से बाहर खून निकलने की स्थिति में क्या करना चाहिए
 रक्तस्राव वाले भाग को थोड़ा ऊपर कर देना चाहिए
 सीधे दबाव से खून को रोकना चाहिए

 ऑक्सीजन सिलेंडर पर तेलिया ग्रीस का उपयोग करना क्यों हानिकारक होता है 
क्योंकि ऑक्सीजन तेल काग्रेस के साथ मिलकर घातक प्रतिक्रिया करता है जिससे विस्फोट हो सकता है और आग लग सकती है 

तेजाब या अन्य कोई कोरोसिव  पदार्थ शरीर पर गिर जाए तो क्या करना चाहिए 
शरीर के प्रभावित भाग को कम से कम 15 मिनट तक पानी में रखें 
आंख में गिरने पर आपको आई वासर से साफ कर दे

क्लोरीन गैस से क्या समझते हो
 1. यह पीले रंग की जहरीली गैस होती है 
2. यह हवा से ढाई गुना भारी होती है 
3. यह पानी से डेढ़ गुना भारी होती है 
4. यह कार्बनिक और अकार्बनिक पदार्थों के साथ मिलकर गर्मी पैदा करती है जिससे जलन होने लगती है
 5. यह अत्यंत ज्वलनशील होती है 
6. यह अमोनिया हाइड्रोजन इधर एसिटिलीन आदि के साथ मिलकर विस्फोट कर देती है 

क्लोरीन गैस के रिसाव पर क्या करना चाहिए
 1. सिलेंडर वाले खाद सुरक्षा उपकरण पहनने चाहिए
 2. रिसाव को तुरंत बंद करने की कोशिश करनी चाहिए
3.  लाइन सैलरी विकास टिक्की गल से प्रभावित क्षेत्र को प्रभावित कर देना चाहिए 
4. गैस रिसाव के स्थान पर पानी नहीं डालना चाहिए इससे गैस रिसाव बढ़ जाएगा
 5. हमेशा गैस रिसाव की उलटी दिशा में भाग कर अपने आप को बचाना चाहिए 
6. यदि गैस का असर आपके शरीर पर है तो पानी से शरीर को धोना चाहिए 
7. अपना मुंह बंद रखना चाहिए और हल्की स्वास लेनी चाहिए तथा तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए

 अमोनिया गैस से क्या समझते हो
 1. अमोनिया रंगहीन तीव्र गंध वाली गैस है 
2. यह हवा से हल्की होती है
 3. सामान्यता ताप पर यह गैस अवस्था में रहती है
 4. अधिकता पर हवा ऑक्सीजन के साथ मिलकर विस्फोटक हो जाती है 

अमोनिया गैस के क्या प्रभाव हैं
 1. यह स्वास्थ्य के साथ जाकर नाक व गले में जलन पैदा कर देती है जिससे सांस लेने में कठिनाई होने लगती है
 2. यदि यह अधिक मात्रा में चली जाती है तो प्रणाली भाभी सिद्ध हो सकती है 
3. इससे कम ताप वादा पर सिलेंडर में भरा जा सकता है
 4. यह पानी में घुलनशील होती है 
5. इसके गिरने से त्वचा जल जाती है 
6. यह पारा सिल्वर ऑक्साइड क्लोरीन ब्रोमीन आदि के साथ मिलकर विस्फोटक योगिक बनाती है 

सांस के साथ व्यस्त जाने पर क्या प्राथमिक सहायता करनी चाहिए 
1. रोगी को प्रभावित क्षेत्र से अतिशीघ्र निकालकर खुली हवा में ले जाना चाहिए 
2. पीड़ित व्यक्ति को पीठ के बल लेटा कर पैर थोड़ा ऊपर कर देने चाहिए 
3. गले की जलन कम करने के लिए ओलिव ऑयल देना चाहिए 
4. मुंह की सफाई करनी चाहिए तथा कुल्ला कर आनी चाहिए 
5. गुनगुने पानी में थोड़ा सिरका डालकर गरारे कराने चाहिए 
6. बेहोशी की अवस्था में कुछ नहीं पिलाना चाहिए

 अमोनिया गैस रिसाव के समय आपातकालीन कार्यप्रणाली क्या होनी चाहिए 
1. लीक होने की दिशा का पता लगाएं और विपरीत दिशा में जाकर अपना बचाव करें तथा अन्य लोगों को बचाव करने के लिए जागरूक करें 
2. गीले कपड़े में रुमाल से अपने नाक में मुंह को ढक लेना चाहिए 
3. पानी से आंख नाक मुंह को साफ करना चाहिए 
4. लेकिन के स्थान पर खूब मात्रा में पानी डालना चाहिए
 उचित स्वास उपकरण पहनकर ही लीकेज को बंद करना चाहिए 

एसिटिलीन गैस से क्या समझते हैं
 1. यह रंगहीन गंध युक्त गैस है 
2. हवा से हल्की होती है 
3. यह मामूली चिंगारी से आग पकड़ लेती है 
4. इसका विस्फोट बहुत भयंकर होता है 
5. एसिटिलीन प्लांट में गर्म कार्य नहीं किया जाता है और चिंगारी पैदा करने वाले कार्य भी नहीं होते हैं जैसे वेल्डिंग 
6. मशीन की यंत्रों व औजारों पर चोट मारने से भी चिंगारी निकलती है उससे भी आगजनी घटना का जन्म हो जाता है इसलिए चोट मारने से भी बचना चाहिए

 सल्फर डाइऑक्साइड गैस से क्या समझते हैं 
1. यह दम दम घुटने वाली रंगहीन गैस है 
2. यह हवा से भारी होती है और जमीन से सटकर चलती है यह ज्वलनशील व विस्फोटक नहीं है 
3. यह अमोनिया के साथ मिलकर दुआ फैलाती है

 कास्टिक सोडा के क्या नुकसान हो सकते हैं
 यह हानिकारक दम है 
1. यह त्वचा पर गिरने पर त्वचा को जला देता है 
2. इसके प्रभाव को कम करने के लिए प्रभावित भाग पर जल डालना चाहिए और आंखों की सुरक्षा के लिए चश्मे पहनने चाहिए चेहरे की सुरक्षा के लिए फेस मास्क लगाना चाहिए और हाथों में रबड़ के दस्ताने पहनने चाहिए 

औद्योगिक सुरक्षा के लिए सरकार को क्या कार्यवाही करनी चाहिए
 1. औद्योगिक आपदा प्रबंधन योजना का निर्माण तथा मूल्यांकन करना चाहिए
 2. सेफ्टी ऑडिट करने चाहिए करानी चाहिए
 3. सुरक्षा उपकरण मुहैया कराने चाहिए
 4. औद्योगिक अधिनियम 1948 के तहत आवश्यक 5. 5. सुरक्षा मानकों का पालन करना चाहिए
 6. निरीक्षण हेतु कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति का गठन करना चाहिए

 पेट्रोल पंप के बारे में क्या नियमावली है 
1. पेट्रोलियम पदार्थ होते हैं इसलिए पेट्रोलियम संस्थान नियमावली के अनुसार देखनी चाहिए
 2. अग्नि सुरक्षा के उपकरण लगे होने चाहिए
 3. यह आबादी वाले क्षेत्र से परे होना चाहिए
 4. आपातकालीन संपर्क सूत्र दीवार पर दर्शाए जाने चाहिए
 5. समय-समय पर सरकार के द्वारा जांच पड़ताल होनी चाहिए 
6. पदार्थों से क्या समझते हो और इसके क्या खतरे हो सकते हैं 
7. ऐसे तरल पदार्थ जिससे वार्निश और चिपकाने वाले पदार्थ तैयार किए जाते हैं इसमें ग्रीस और वार्निश भी आती है 
8. सभी को लकवे सख्त होते हैं 
9. यह बातचीत होकर श्वास नली के माध्यम से फेफड़ों में चले जाते हैं तथा रक्त वाहिनी में प्रवेश करके मस्तिष्क और जिगर में चले जाते हैं जिससे नर्वस सिस्टम खराब हो जाता है इससे नाक कान गले प्रभावित हो सकते हैं
 चर्म रोग हो सकता है 
10.स्नायु प्रणाली पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है 
11. आंतरिक अंगों को नुकसान पहुंच सकता है 

वेल्डिंग के क्या खतरे हो सकते हैं 
1. आंख क्षतिग्रस्त हो सकती है
 2. त्वचा पर घाव हो सकते हैं
 3. गैस विसात हो सकती है
 4. सांस लेने में तकलीफ हो सकती है
 5. वेल्डिंग की चिंगारी से प्रदूषण हो सकता है 
प्रदूषण में सांस लेने से दमा हो सकता है 

जोखिमों से निपटने के लिए क्या-क्या करना चाहिए 1. 1. स्वास्थ्य सर्वेक्षण
 2. स्वास्थ्य जांच 
3. संयंत्र सर्वेक्षण 
4. ट्रेनिंग 
5. सुरक्षा समिति का गठन
 6. सुरक्षा जांच, चमड़ी की जांच ,मल मूत्र की जांच, रक्त की जांच, फेफड़ों के विकार की जांच.

 पर्यावरण प्रदूषण से मुक्ति पाने के लिए उद्योग धंधों को क्या-क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए ?
1.  अधिकांश फैक्ट्रियां पर्यावरण को प्रदूषित कर रही हैं अपने घातक पदार्थों को नदी ब नालो में डाल रही हैं जिससे पानी प्रदूषित हो रहा है पानी के अंदर रहने वाले जीव मर रहे हैं पानी पीने योग्य नहीं रहा है पानी में जीव जंतु स्नान भी नहीं कर सकते हैं
2.  कुछ फैक्ट्री अपने घातक पदार्थों को खुले मैदान में डाल रही हैं जिससे भूमि और वायु प्रदूषित हो रही है जिसकी वजह से चमड़ी के रोग हो रहे हैं
 3. कुछ फैक्ट्री  और पावर हाउस की चिमनी से काला धुआं निकलता है जिससे जहरीली जैसे हवा में फैल जाती है जिससे पर्यावरण प्रदूषित हो जाता है और शुद्ध ऑक्सीजन इंसान को नहीं मिल पाती है

 उद्योग धंधों में प्रयोग होने वाले विषैले पदार्थ कौन कौन से हैं 
1. रंग रोगन की गुल्लक बहन से निकलने वाला धुआं 
2. छपाई कार्य में प्रयोग होने वाले तत्व
 3. विद्युत रोधक पर पदार्थ 
4. स्टैंडर्ड स्टील की वेल्डिंग
 5. वेल्डिंग की रोड ,प्लेटिंग धातु ,तेल शोधन उत्पादन, ओजोन, सिलका, नाइट्रिक एसिड, मरकरी, शीशा, सल्फर डाइऑक्साइड, क्लोरोफॉर्म, तारपीन जैन, मिथाइल आइसोसाइनेट आदि.

 कौन-कौन से काम करने वालों को कैंसर की संभावना बन जाती है 
1. लकड़ी और चमड़ा का कार्य करने वालों को
 2. लोहे की खदान में कार्यरत मजदूरों को
 3. धातु ग्रांडे में पॉलिश करने वालों को 
4. चांदी चढ़ाने में चांदी की सफाई करने वालों को 
5. ढलाई कारखानों में कार्य करने वालों को 
6. निखिल गलाने व्यवस्थित करने वालों को 
7. कीटनाशक दवा बनाने वे छिड़कने वाले कार्य कर मजदूरों को
 8. खनिज तेल साफ करने वाले
 9. शराब बनाने वाले रासायनिक तत्वों काम करने वाले 10. चर्मकार, खान मजदूर, मिल मजदूर ,बुनाई उद्योग में कार्यरत, जहाज निर्माण उद्योग में कार्यरत, लुब्रिकेटिंग, कूलिंग, पैराफिन, वैक्स, रबड़, प्लास्टिक, मस्टर्ड गैस ,रंग, मसाला बनाने वाले आदि 

 माचिस बनाने वाली फैक्ट्री में श्रमिकों को क्या सावधानी बरतनी चाहिए
 1. यह एक ज्वलनशील पदार्थ है जिसकी वजह से कभी भी विस्फोट हो सकता है
2.  गले में खराश हो सकती है
3.  सिर दर्द में भी हो सी हो सकती है 

अधिक गर्मी से आघात की स्थिति में क्या करें और क्या ना करें
1.  काम के दौरान रुक रुक कर आराम करें 
2. काम के बाद स्नान करें 
3. पानी में नमक डालकर बार-बार पिया
 4. हल्का नमकीन तरल पदार्थ पिया
 5. अपने आसपास पंखा चला कर रखें
 6. कपड़े ठंडे बग्गी ले कर दे 

अधिक गर्मी में काम करने पर क्या समस्याएं आती हैं खुजली होने लगती है एलर्जी हो जाती है आघात हो सकता है

 सुरक्षा कानून कौन-कौन से हैं 
1. इंडियन बॉलर एक्ट 1923
 2. विस्फोटक यह निर्माण प्रयोग बिक्री यातायात निर्यात आदि की सुरक्षा के लिए इंडियन एक्सप्लोसिव एक्ट 884
 3. गैस सिलेंडर एक्ट 1983 
4. इलेक्ट्रिसिटी एक्ट 1910
 5. श्रमिक क्षतिपूर्ति एक्ट 1923
 6. खाद्यान्न अधिनियम 1952 
7. बागवानी अधिनियम 1951 
8. अनुबंध श्रमिक अधिनियम 1970
 9. बाल रोजगार अधिनियम 1938 

दुर्घटनाओं को कैसे रोका जा सकता है 
1. दुर्घटना पर क्रियाओं में पदार्थों का निराकरण करके
 2. दुर्घटना पर तत्वों पुरुषों और मशीनों को अलग करके
 3. दुर्घटनापरक मशीनों और पदार्थों को नियंत्रण करके
 अधिक जोखिम भरे कार्यों को करने के लिए परमिट देकर व चेतावनी देकर
 4. धूल कणों को रोकने के लिए यांत्रिक फिल्टर लगाकर

5. वायु आपूर्ति के लिए स्वसन उपकरण देकर


What is industrial safety management  ?
It helps to maintain safety to everyone or everything. 

What are types of industrial safety management  ?
1. Occupational 
2. Fire suppression 
3. Material 
4. Electrical 
5. Enviormental
6. Construction 

What are the commen hazards 
1. Biological 
2. Chemical 
3. Radiation 
4. Hot and cold 
5. Evviorment 
6. House keeping 
7. Machinery 
8. Material 
9. Smoking
10. Sexual harassment 
11. Social harassment  

What are the principals of industrial safety 
1. Economics, 2. legal, 3. moral. 

What are the objectives of emergency plan 
1. Control the hazards. 
2. Safe guard The lives. 
3. Minimize the damage to process plant 
4. Minimize damages to enviornment 
5. Identify the affected people's 
6. Give first aid and save the life 

What are the steps to safety procedures 
1. Provide safe work environment 
2. Inspect regularly to work place 
3. Provide personal protective equipment.
4. Provide safety education and training. 
5. Provide ongoing property conservation procedure  
6. Develop safe work procedure. 
7. Implement safe work rule. 
8. Inforce safety rules. 
9. Safety audit and inspection. 
10. Safety program and policy. 

What is safety concept 
S-Sound thinking concerning the nature of job. 
A.-  Alertness to danger. 
F.-  Factorise the entire operation into safe sequence. 
E  - efficiency in carefully performing the work. 
T - thoughtfullness for the welfare of the group. In which the workers are attached to. 
Y  -  you and your own protection at your job. 

What are safety control 
1. Physically moving hazards 
2. Replace the hazards 
3. Isolate the people from the hazard 
4. Administrative control. 
5. Engineering control. 
6. Personal protective equipment. 

What are the main type of safety system 
1. Pss  Process safety system
2. Sss  safety shut down system. 

How to control tool accidents 
1. Select right tool for job. 
2. Inspect tools regularly before use. 
3. Ensure proper application of tools. 
4. Establish safe carrying facilities. 
5. Don't take tool in your pocket. 
6. Loose handle may be caused of accident. 
7. Cracked tool may be caused of accident. 
8. Never use blunt cutting edge. 
9. Oxygen level must be proper. 
10. Visibility must be proper. 
11. Temperature must be according job. 
12. Attendant must be trained. 
13. Work place must be fully ventilated. 
14. Follow the safety rules. 
15. Follow the govt rules. 
16. Never do the work in anger or in tension. 

What is ABCD.  card  
A- address permanent 
Temporary 
Employee name 
Father name 
Mother name 
Mark of identification 
Emergency contact number 

B-  blood pressure 
Blood group 
C- cardiac problem 
D  diabetic 

All members will keep this card in pocket. 

What is safety wheel 
1. Equipment and engineering 
2. Investigation 
3. Inspection 
4. Training 
5. Coordination 
6. Committee 
7. Rules 
8. Policy 
Management support 
Time involment money 

A to z of safety 
A - alert towards job ,avoid accidents. 
B- beware dangerous, beware splashes and spillages. 
C- confined space is death trap since it may be deficient in oxygen. 
D - danger tags mind them while working on machines. 
E- electrical lock out on essential step for safe maintenance. 
F - fire is bound to occur when fuel, air, &source of ignition combines. 
G-  Guard on machine offer protection. 
H-  horse play while engaged in work can put everyone including yourselves in serious trouble. 
I - inspect all the tools and machinery regularly. 
J.- Justify the work. 
K. - Knowledge about the work. 
L. - ladder in defective condition is responsible for many fall so use carefully. 
M. -Make sure to use appropriate personal protective equipment. 
N.- Never hesitate to call or to point out. 
O.  -Overloading of electric is hazard.
P.  -Preaching safety without practice is poor way of motivation. 
Q. - Quick impulsive action is accountable for number of accident. 
R.- Repeated counseling is required to avoid mistakes. 
S.  -Search for hazards. 
T - training on proper lifting technique can help in eliminating injuries. 
U.  -Understand the situations and problems. 
V.  -Vision is priceless procession so protect. 
W.  -Wear safety guards always in working time . 
X. -X ray during the health checkup camp is must. 
Y.  -You prepare Saftey plan before work. 
Z. - Zero tolerance is good habit.
 

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