देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफ़ेसर एमपी सिंह के द्वारा लिखित पुस्तक क्या करें क्या न करें देशहित और जनहित में जारी

                  लेखक का परिचय
 लेखक डॉ एमपी सिंह अनेकों पुस्तकों के लेखक  साहित्यकार, मोटीवेटर, कैरियर काउंसलर, लाइफकोच, तथा सदाचार और शिष्टाचार की जीती जागती मूर्ति है इसीलिए इस पुस्तक को दूरदर्शिता पर लिखकर प्रकाशित किया गया है ताकि समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर किया जा सके और नैतिकता, जो प्रतिदिन खत्म होती जा रही है उसको वापस लाया जा सके .

आजकल अनैतिक, दुराचारी ,व्यभिचारी, देशद्रोही, कलयुगी, रेपिस्ट, ठग, चोर, नशेड़ी, झूठे, फरेबी, निकम्मे, आलसी ,कर्महीन, समाज में ज्यादा पनप रहे हैं और अधिकतर उनका ही बोलबाला दिखाई पड़ रहा है जिससे धर्म का नाश हो रहा है और समाज शर्मसार हो रहा है 

आजकल पाश्चात्य सभ्यता के अंधानुकरणबस वर्तमान पीढ़ी अपनी भारतीय संस्कृति को भूल चुकी है इसीलिए सदाचार और शिष्टाचार कम दिखाई पड़ रहा है बाहरी दिखावे का प्रचलन ज्यादा हो रहा है बनावटीपन और बहरूपिया पन झलक रहा है बहन बेटियों के सम्मान में गिरावट आ गई है दहेज के लोभी बहन बेटियों को जलाकर व फांसी पर चढ़ा कर मार रहे हैं कुछ शरारती तत्व सोशल मीडिया के माध्यम से अबोध बालिकाओं को अपनी हवस का शिकार बनाकर मृत्यु के घाट उतार रहे हैं या कोठे पर बेच रहे हैं

 कुछ धनबलियो और बाहुबलियों का आतंक खुलेआम दिखाई पड़ रहा है चारों तरफ अतिक्रमण ही अतिक्रमण दिखाई पड़ रहा है सरकारी तंत्र कुछ चंद लोगों के लिए ही कार्य कर रहा है जिसकी वजह से कमजोर वर्ग दबता ही जा रहा है और दबंग अर्थात बड़े लोगों के साथ रसूख रखने वाले लोगों का समूह उभरता ही जा रहा है   है इसीलिए रसूख वाले लोग नियमों को ताक पर रखकर तथा शॉर्टकट अपनाकर रात ही रात में अमीर बन रहे हैं जिसकी वजह से शोषित, वंचित, पीड़ित, असहाय आदि के अधिकारों के हनन के साथ-साथ ,बहिष्कार, तिरस्कार, निंदा, शोषण, दुराचार, अत्याचार हो रहा है 

न्याय प्रणाली भी अपना कार्य सही से नहीं कर पा रही है कानून का डर भी लोगों के दिल और दिमाग से निकल चुका है इसीलिए अधिकतर लोग सिफारिशों के आधार पर आतंक फैला रहे हैं जो कि बहुत ही चिंतनीय और विचारणीय विषय है यदि भविष्य में इसमें सुधार नहीं किया गया तो कुछ भी सही देखने को और सुनने को नहीं मिलेगा आतंक और आक्रमण ही चारों तरफ दिखाई पड़ेगा जिसकी लाठी उसकी भैंस यह कहावत सार्थक हो जाएगी गरीब का समय गुजारना और इज्जत बचाकर रहना बहुत मुश्किल हो जाएगा दयाभाव और सहानुभूति खत्म हो जाएगी शक्तिशाली लोग जैसा चाहेंगे वैसा ही कमजोर वर्ग के लोगों से करा लेंगे कमजोर वर्ग के पास बचाव पक्ष में कुछ भी नहीं होगा क्योंकि न्यायपालिका पर ही भरोसा होता है जब वह भी उच्च अधिकारियों और नेताओं के इशारे पर चलने लगेगी तो समानता और स्वतंत्रता का अधिकार भी खत्म हो जाएगा

आजकल कलयुगी औलाद अपने माता पिता को प्रताड़ित कर रही है उनके साथ मारपीट करके उनका सामान लूट रही है और वृद्धाश्रम का रास्ता दिखा रही है कलयुगी बाप बेटी को ही अपना हवस का शिकार बना रहा है भाई और बहन के रिश्ते दूषित हो चुके हैं परिवारी जनों का प्यार खत्म हो चुका है कौन है इसका दोषी ? कैसे इसका निवारण हो सकता है ? इसके समाधान हेतु इस पुस्तक को पढ़ें यह पुस्तक आपका भली-भांति मार्गदर्शन कर पाएगी. 

मीठा पानी ना होने की वजह से और कृषि योग्य भूमि पर बहुमंजिला इमारत बन जाने की वजह से कृषि योग्य भूमि नहीं बचेगी जिसकी वजह से फल- सब्जी और दाल, चावल, चीनी, गुड, दवाइयां आदि नहीं मिल पाएंगे जिसकी वजह से कुछ लोग बीमारी में दम तोड़ जाएंगे, कुछ भूखे मर जाएंगे, कुछ पेट भरने के लिए लड़ाई झगड़ा करेंगे जिसकी वजह से पुलिस- थाने, कोर्ट - कचहरी होंगे जिसमें वह बर्बाद हो जाएंगे अधिकतर जमीन उसर और बंजर हो जाएगी, नदियां सूख जाएंगी, जीने का आधार कुछ नहीं बच पाएगा इसलिए आज हमें पानी को बचाना बहुत जरूरी है अन्यथा भावी पीढ़ी को हम कुछ नहीं दे पाएंगे

आज दिन प्रति दिन प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है पेड़ पौधों को अंधाधुंध काटा जा रहा है घने वन तथा जंगलों को उजाड़ा जा रहा है जिसकी वजह से ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है शुद्ध ऑक्सीजन लेने के लिए अस्पतालों में जाना पड़ रहा है जहां लाखों रुपए देकर फेफड़ों को ऑक्सीजन दी जा रही है यदि ऐसा ही चलता रहा तो सारी कमाई बीमारी पर ही खर्च हो जाएगी रोटी कपड़ा नहीं मिल पाएगा सिर छुपाने के लिए छत उपलब्ध नहीं हो पाएगी सड़कों के किनारे ही गुजर बसर करनी पड़ेगी जिसमें कुछ भी सुरक्षित नहीं रहेगा यदि आज बचाना है तो अधिकतम पेड़ पौधों को लगाया जाए प्रदूषण मुक्ति के लिए जन जागरण अभियान चलाया जाए तभी कुछ आपदाओं से मुक्ति मिल सकती है अन्यथा कोविड जैसी महामारी बाढ़ भूकंप भूस्खलन जैसी आपदाएं आती रहेगी और परिवार के परिवार खत्म होते रहेंगे आज हम सभी को संभलने की जरूरत है संभल गए तो ठीक है अन्यथा बुरा समय आ ही रहा है

अधिकतर बुराइयां फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, टिक टॉक, स्नैपचैट, नेट, सोशल मीडिया के माध्यम से पनप रही हैं जिसका सदुपयोग करना चाहिए उसका दुरुपयोग हो रहा है कुछ लोग उक्त सभी गजट के माध्यम से मालामाल हो रहे हैं तो कुछ जेल मैं सड़ रहे हैं क्योंकि हर इंसान चाहे वह मेल है या फीमेल चाहे वह गरीब है या अमीर चाहे वह छोटा बालक है या बड़ा -बूढ़ा, चाहे वह अल्प ज्ञानी है या बहुत बड़ा विद्वान, चाहे वह नौकर है या मालिक, चाहे वह रिक्शा चलाने वाला है या झाड़ू लगाने वाला, चाहे वह दिव्यांग है या भिकारी ,सभी मोबाइल और सोशल मीडिया पर लगे हुए हैं अपने धर्म और कर्म को भूल चुके हैं यदि कोई जरा सा बीच में टोक देता है तो वह जम दिखाई पड़ता है और उस पर अनायास गर्जना और बरसना शुरू कर देते हैं जिससे आपसी रिश्तो में खटास बढ़ती जा रही है और इज्जत बचाना मुश्किल हो रहा है इसी कारण कोई किसी को कुछ कहना पसंद नहीं कर रहा है इसी वजह से समाज में अधिकतर बुराइयां व्याप्त हो रही है अधिकतर लोग यह भूल चुके हैं कि कब क्या करना चाहिए? कब क्या नहीं करना चाहिए ? क्या हमारे लिए जरूरी है और क्या नहीं  ?इसके करने से क्या हो सकता है किसके ना करने से क्या हो जाएगा  ?

उक्त सभी बातों के जवाब इस पुस्तक मैं सरल और आसान तरीके से दिए गए हैं जिसको पढ़ने के बाद हर इंसान अपनी गलतियों में सुधार ला सकता है और अपना जीवन सफल बना सकता है तथा स्वस्थ व सुखी रह सकता है प्रसन्न और सम्मानित जिंदगी जी सकता है 

डॉ एमपी सिंह दैनिक जीवन उपयोगी तथा व्यवहार में लाए जाने वाली बातों व नियमों को समय-समय पर रेडियो, टेलीविजन, सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तथा साहित्य के माध्यम से प्रकाशित करते रहते हैं ताकि जीवन वाटिका को महकाने वाले सुंदर शब्द आम जनता को मिल सके और वह पुष्पों की सुगंध की तरह महक सकें उक्त सभी के लिए व्यवहार कुशल तथा आशावादी होने के साथ-साथ सरल और सहज होना बहुत जरूरी है


उत्तम स्वास्थ्य के लिए क्या-क्या करना चाहिए 

1. शरीर को प्रतिदिन साफ करना चाहिए
 2. शरीर को शुद्ध हवा और सूर्य का प्रकाश देना चाहिए
 3. शरीर को अत्यधिक गर्मी और सर्दी से बचाना चाहिए
 4. हर दिन योग व व्यायाम करना चाहिए
5.  कम से कम 6 घंटे की नींद लेनी चाहिए
 6. विशुद्ध वस्तुओं से दूर रहना चाहिए
 7. पोस्टिक संतुलित आहार लेना चाहिए
 8. शरीर से निकलने वाले मत मूत्र को नियमानुसार निकालते रहना चाहिए
 9. सदा प्रसन्न चित्त रहना चाहिए
 10.अपने आसपास में साफ सफाई रखनी चाहिए
 11. समय-समय पर अपने शरीर की डॉक्टरी जांच करवाते रहना चाहिए
 12. शरीर के सभी अंगों की देखभाल ठीक प्रकार से करनी चाहिए
 13. समय अनुकूल कपड़े पहनने चाहिए
 14. उठने बैठने सोने जागने खाने-पीने संबंधी नियम निर्धारित होने चाहिए
 15. खानपान में सावधानियां बरतनी चाहिए
 16. ताजा भोजन खाना चाहिए
 17. शारीरिक सामर्थ्य के अनुसार कार्य करना चाहिए
 18. समय पर विश्राम करना चाहिए
 19. अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखना चाहिए 
20. जरूरत से थोड़ा कम भोजन करना चाहिए
 21. अपने आपको अच्छे कार्यों में व्यस्त रखना चाहिए
 22. मर्यादा में रहकर जीवन यापन करना चाहिए
 23. मौसम के अनुसार फल और सब्जी खानी चाहिए 
24. साफ-सुथरे कपड़े पहनने चाहिए
25.  एक समय भरपेट सलाद अवश्य खानी चाहिए


माता पिता के साथ क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए 

माता पिता की कुर्बानी को कभी नहीं भूलना चाहिए माता पिता के प्यार और दुलार को कभी नहीं भूलना चाहिए माता -पिता चलना, बोलना, पढ़ना -लिखना सिखाते हैं व्यवहार कुशल बनाते हैं अच्छे- बुरे और सही -गलत में फर्क समझाते हैं अच्छे से अच्छा खाना खिलाते हैं अच्छे से अच्छा कपड़ा पहनाते हैं अच्छे से अच्छे स्कूल में पढ़ाते हैं अच्छे से अच्छे गुरु के पास ट्यूशन लगाते हैं रहने के लिए अच्छा घर उपलब्ध कराते हैं आपकी हर ख़ुशी का ध्यान रखते हैं आपको घुमाने ले जाते हैं आपको तीर्थ यात्रा कराते हैं आपकी मनचाही वस्तु उपलब्ध कराते हैं आपको बिल्कुल भी रोने नहीं देते हैं आप रुठ जाते हैं तो तुरंत मनाते हैं आपकी हर जिद को पूरा करते हैं आपके लिए कहीं से भी कर्ज कर लेते हैं किसी से भी झूठ बोल देते हैं आपकी गलतियों को भी छुपा लेते हैं आपको बेहतर इंसान बनाने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं 

इतना सब कुछ करने के बाद भी आप जैसे- जैसे बड़े होते जाते हैं वैसे वैसे कहते हैं कि आपने हमारे लिए क्या किया है यह तो हर मां-बाप करता है आपने कुछ अलग नहीं किया है ऐसा सुनकर माता-पिता की आंखों में आंसू आ जाते हैं लेकिन आप पर कोई फर्क नहीं पड़ता है आपका अच्छा विवाह शादी करते हैं लेकिन कई बार आपको रास नहीं आता है क्योंकि आप कहीं और उलझे होते हैं जिसमें फंसने के बाद भी माता-पिता ही उसमें से निकालते हैं आपकी वजह से माता-पिता को शर्मसार होना पड़ता है जिन लोगों का मुंह नहीं देखना होता उनके पैर छूने पड़ जाते हैं लेकिन औलाद के लिए सब कुछ करना पड़ता है अपनी इज्जत को भी दाब पर लगाना पड़ता है जिसके लिए आप अपने माता पिता को ही दोषी समझते रहते हैं 

जैसे ही कुछ बड़े हो जाते हैं कुसंगति में पड़ जाते हो गंदी आदतें के शिकार हो जाते हो  बाल बच्चे दार हो जाते हैं तो मां-बाप को मां-बाप ना कहकर नौकर और नौकरानी का दर्जा दे देते हो तथा माता-पिता का बहिष्कार और तिरस्कार करना शुरू कर देते हैं कुछ माता-पिता को प्रताड़ित करके पीछे की बंद कोठी में डाल देते हैं या वृद्ध आश्रम भेज देते हैं क्योंकि माता-पिता की सीख उनको अच्छी नहीं लगती है अब शक्ल से भी नफरत होने लगती है ऐसी स्थिति में माता-पिता असहनीय दुख को सहन कर रहे होते वह किसी को अपना दुख कह भी नहीं पाते हैं अपने बेटा बहू की झूठी सराहना करते हैं उनसे नाती पोतो का भी सुख छीन लिया जाता है उनको भी अलग कर दिया जाता है उनके बैंक की जमा पूजा भी किसी ना किसी बहाने से ले ली जाती है माता के जेवरात भी किसी ना किसी बहाने से ले लिए जाते हैं उनके पास जाहर खाने के लिए भी पैसे नहीं रहते हैं हर तरीके से वे पराधीन व  आसरतू हो जाते हैं वह दिन देखने को पड़ जाते हैं जिनकी कभी कल्पना नहीं की थी

 बड़े लाड चाव से अपने बच्चों को पाला था सोचा था कि बड़ा होकर हमारी सेवा करेंगे हमें बुढ़ापे को महसूस नहीं होने देंगे लेकिन हम तो बुढ़ापे से पहले ही बूढ़े हो गए हैं दम तोड़ रहे हैं लेकिन परमात्मा भी नहीं सुन रहा है उनको घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाता है किसी से मिलने जुलने भी नहीं दिया जाता है 

कुछ बच्चे पढ़ लिखकर विदेश चले जाते हैं वहीं पर शादी कर लेते हैं वही अपनी जिंदगी शुरू कर देते हैं उनके माता-पिता भारत में ही अपनी गुजर-बसर कर रहे होते हैं कई बार बुढ़ापे में हाथ- पैर नहीं चलते हैं बाजार नहीं जा सकते हैं बाजार से सामान लाने में असमर्थ होते हैं बीमारी में अस्पताल नहीं जा सकते हैं बैंक से पैसे निकालकर नहीं ला सकते हैं

 ऐसी स्थिति में उनके साथ अनेकों लोग धोखा कर जाते हैं कई बार घर में काम करने वाले लोग ही उनको मार देते हैं मरने के बाद भी कंधा देने वाला कोई नहीं होता है बीमारी की हालत में भी देखने वाला कोई नहीं होता है 

क्या फायदा ऐसी जिंदगी का और क्या फायदा ऐसी औलाद का जो सुख दख में भी साथ ना दे ऐसी कमाई का कोई फायदा नहीं है  कम कमाई में भी गुजर बसर हो सकती है खर्चे बढ़ाने कोई जरूरी नहीं है बड़ी गाड़ी में चलना कोई जरूरी नहीं है बड़े महल में रहना कोई जरूरी नहीं है तीर्थ स्थानों पर जाना कोई जरूरी नहीं है जन्मदिन और शादी की सालगिरह मनाना कोई जरूरी नहीं है लेकिन माता-पिता के चरणो में शीश झुकाना उन को खुश रखना बेहद जरूरी है

 इसीलिए हमेशा प्यार और मोहब्बत के साथ में परिवार मैं मिलकर रहना चाहिए एक दूसरे की इज्जत और सम्मान करना चाहिए किसी को नीचा नहीं दिखाना चाहिए किसी पर छींटाकशी नहीं करनी चाहिए ज्यादा तर्क वितर्क नहीं करना चाहिए समय परिस्थिति के अनुसार वार्तालाप करना चाहिए पिता के सामने ऊंची आवाज में नहीं बोलना चाहिए मां के दिल को कभी नहीं दुखाना चाहिए मां साक्षात्कार देनी होती है दया के सागर होती है करुणानिधान होती है अपनी औलाद के लिए किसी से भी लड़ जाती है

पांचों उंगली बराबर नहीं है सभी के साथ ऐसा नहीं होता है सभी बच्चे एक जैसे नहीं होते हैं कुछ श्रवण कुमार भी होते हैं कुछ अपने माता पिता को भगवान की तरह भी पूजते हैं लेकिन कुछ अपने माता पिता की प्रॉपर्टी हड़पने के लिए जान से ही मार देते हैं

 ऐसे कौन से लोग होते हैं उनके लिए क्या संज्ञा और विशेषण लगाने चाहिए उनके साथ क्या होना चाहिए ऐसे बुरे आदमियों के विरोध में सामाजिक लोग खड़े भी नहीं होते अपने को पढ़ने के बाद आपको क्या लगता है क्या करने योग्य है और क्या नहीं अपने विचार लेखक के साथ अवश्य साझा करें और पढ़ने के बाद अन्य लोगों को भी जागरूक करें



विद्यार्थी जीवन में क्या करें और क्या ना करें

 छात्र जीवन गोल्डन पीरियड होता है इस समय विद्यार्थी जो भी कुछ करता है उसका असर जीवन भर देखने को मिलता है विद्यार्थी जीवन की छोटी-छोटी बातें उसके जीवन में बड़ा फर्क पैदा कर देते हैं शिक्षा कभी बेकार नहीं जाती है वह चाहे किसी भी प्रकार की हो चाहे किसी भी क्षेत्र में की गई हो लेकिन विद्यार्थी जीवन मैं की गई गलतियों की भरपाई नहीं होती है जो विद्यार्थी पढ़ते समय अपने अध्यापकों से अपनी शंकाओं का समाधान करने हेतु प्रश्न पूछता है वह थोड़ी देर के लिए उपहास का पात्र हो सकता है लेकिन जो कुछ पूछता ही नहीं है और जिसकी समझ में कुछ आता ही नहीं है वह आजीबन उपहास का पात्र बना रहता है इसलिए कभी प्रश्न करने में झिझक ना नहीं चाहिए जो पढ़ाई आज विद्यार्थी को दर्द दे रही है वहीं पढ़ाई उसकी भविष्य में ताकत बन जाएगी जिससे वह सारी दुनिया को भी बदल सकता है अच्छे लोग और अच्छी किताबें तुरंत समझ में नहीं आया करती हैं उनको समझने के लिए बार-बार पढ़ना पड़ता है

 विद्यार्थी जीवन में क्या-क्या करना चाहिए 

1. सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए
 2. प्रतिदिन की दिनचर्या को करना चाहिए
 3. सुबह स्नान आदि करने के बाद योग व मेडिटेशन करना चाहिए 
4. साफ-सुथरे कपड़े पहनने चाहिए
 5. सभी को यथायोग्य सम्मान देना चाहिए 
6. हमेशा अपने आप को ऊर्जावान बनाए रखने के लिए संतुलित आहार लेना चाहिए
 7. सिलेबस को अच्छी तरह समझना चाहिए
 8. प्रतिदिन का कार्य प्रतिदिन करना चाहिए 
9. समय प्रबंधन पर विशेष जोर देना चाहिए
 10.अपनी पढ़ाई पर फोकस करना चाहिए 
11. अनुशासन बनाए रखना चाहिए 
12. कम बोलना चाहिए और ज्यादा सुनना चाहिए
 13. अमूल्य समय का सदुपयोग करना चाहिए
 14. माता पिता गुरु की आज्ञा का पालन व सम्मान करना चाहिए
 15. विद्यार्थी का ध्यान बंगले की तरह तथा नींद कुत्ते की तरह होनी चाहिए
 16. शारीरिक दक्षता के आधार पर खेलकूद प्रतियोगिताओं में भाग लेना चाहिए
 17. अपनी रूचि के अनुसार गायन, वादन, भाषण व वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में भाग लेना चाहिए 
18. तनाव मुक्त रहकर पढ़ाई करनी चाहिए 
19. मोटिवेशनल पुस्तकों को पढ़ना चाहिए
 20.मोटिवेशनल वक्ताओं को सुनना चाहिए
21. पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सार्थक प्रयास करना चाहिए 
22. अभ्यास करते समय अच्छी राइटिंग लिखनी चाहिए 23. समय पर स्कूल पहुंचना चाहिए
 24. समय पर खाना खाना चाहिए 
25. समय पर पढ़ाई करनी चाहिए
 26. समय पर खेलकूद करने चाहिए
 27. समय पर नींद लेनी चाहिए
 
क्या क्या नहीं करना चाहिए
 
1. झूठ नहीं बोलना चाहिए
 2. किसी प्रकार का नशा नहीं करना चाहिए
 3. अधिक सोना नहीं चाहिए
 4. आलस्य नहीं करना चाहिए
 5. पढ़ाई में टालमटोल नहीं करनी चाहिए
 6. बेकार की बातों में समय को बर्बाद नहीं करना चाहिए
 7. ओवर कॉन्फिडेंस नहीं करना चाहिए
 8. परीक्षा में नकल नहीं करनी चाहिए
 9. क्लास बंक नहीं करनी चाहिए
 10.गुरुओं का अपमान नहीं करना चाहिए
 11. आज का ग्रह कार्य कल के ऊपर नहीं छोड़ना चाहिए
 12. फास्ट फूड व मिर्च मसाले अधिक नहीं खाने चाहिए
 13. गुस्सा तथा चोरी नहीं करनी चाहिए
 14. गर्लफ्रेंड ब्वॉयफ्रेंड के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए
 15. लड़ाई -झगड़ा नहीं करना चाहिए
 16. सोशल मीडिया, फेसबुक, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट आदि पर व्यर्थ में समय बर्बाद नहीं करना चाहिए 
17. आर्थिक तंगी के कारण गलत फैसले नहीं लेनी चाहिए
 18. कभी किसी को अपशब्द नहीं बोलने चाहिए
 19. कभी किसी की निंदा व चुगली नहीं करनी चाहिए
 20. गलत संगति में नहीं पड़ना चाहिए
21.. सफलता के लिए शॉर्टकट नहीं अपनाना चाहिए 22. जन्मदिन, विवाह- शादी या अन्य फंक्शन में समय को बर्बाद नहीं करना चाहिए 
23. परीक्षाओं को होवा नहीं समझना चाहिए 


परीक्षा में अधिकतम अंक लाने के लिए विद्यार्थी को क्या-क्या करना चाहिए 

1. परीक्षा काल में मनोबल बनाए रखना चाहिए 
2. 15 मिनट पहले परीक्षा भवन में पहुंच जाना चाहिए 
3. प्रश्न पत्र को सही तरीके से पढ़ना चाहिए
 4. अध्यापक के द्वारा बताए गए महत्वपूर्ण प्रश्नों का बार-बार अभ्यास करना चाहिए
 5. पिछले 5 साल के प्रश्नों का लिखकर अभ्यास करना चाहिए
 6. मंथली टेस्ट तथा क्वार्टरली परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्नों का ज्यादा अभ्यास करना चाहिए 
7. परीक्षा से पहले स्वयं की परीक्षा अपने आप ले लेनी चाहिए
 8. परीक्षा काल में पौष्टिक आहार लेना चाहिए
 9. जितना प्रश्नपत्र में पूछा गया है उसका उतना ही उत्तर देना चाहिए
 10. परीक्षा भवन में समय से पहुंचना चाहिए 
11. परीक्षा संबंधी सभी सामग्री अपने साथ लेकर जानी चाहिए 
12. उत्तर पुस्तिका में वांछित प्रविष्टियां सही से भरनी चाहिए
 13. अंकित अंकों के आधार पर प्रश्नों का जवाब देना चाहिए
 14. सरल तथा आसान प्रश्नों का जवाब सबसे पहले देना चाहिए
 15. महत्वपूर्ण बात को दिखाने के लिए उसके नीचे अंडर लाइन करनी चाहिए
 16. नंबर प्राप्ति के लिए मन की बात को उत्तर पुस्तिका पर लिखना चाहिए
 17. रबड़ पेंसिल पैमाना पैन व संबंधित सामग्री अपने पास होनी चाहिए
 18. सभी प्रश्नों के जवाब शालीनता से देने चाहिए 
19. कठिन प्रश्नों के जवाब बाद में देनी चाहिए


परीक्षा काल में परीक्षार्थी को क्या क्या नहीं करना चाहिए

 1. परीक्षा काल में नकारात्मक लोगों से दूर रहना चाहिए
 2. परीक्षा काल में खाना पीना नहीं छोड़ना चाहिए 
3. प्रवेश पत्र अर्थात हॉल टिकट घर पर भूलकर नहीं जाना चाहिए 
4. भूखे पेट परीक्षा देने नहीं जाना चाहिए 
5. परीक्षा काल में हिम्मत नहीं हरनी चहिए
6. कीमती वस्तु परीक्षाकाल में अपने साथ लेकर नहीं जानी चाहिए
 7. इधर-उधर देखने में अपना समय व्यर्थ नहीं करना चाहिए 
8. परीक्षा काल के समय टॉयलेट बाथरूम नहीं जाना चाहिए 
9. उत्तर पुस्तिका में गलत सूचना नहीं देनी चाहिए 
10. प्रश्नों का जवाब देते समय तुका  नहीं मारने चहिए
 11. उत्तर लिखते समय बार-बार नहीं काटना चाहिए
 12. नकल का प्रयोग नहीं करना चाहिए
 13. गंदी लिखावट नहीं करनी चाहिए 
14. कैलकुलेशन अपने दिमाग में नहीं करनी चाहिए
 15. प्रश्न छोड़कर नहीं आने चाहिए
 16. दूसरे परीक्षार्थियों का देखकर नहीं लिखना चाहिए
 17. अपनी उत्तर पुस्तिका किसी अन्य परीक्षार्थी को नहीं देनी चाहिए 
18. पूरी रात जगकर पढ़ाई नहीं करनी चाहिए
 19. पेपर देकर घर आने पर प्रश्न पत्र को बार-बर
दुनिया को नहीं दिखाना चाहिए


माता-पिता को बच्चों के साथ क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए 

सभी माता-पिता अपने बच्चों का भविष्य उत्तम बनना चाहते हैं इसीलिए उनको अच्छे स्कूल में पढ़ाते हैं अच्छे अध्यापकों के पास ट्यूशन लगाते हैं सही दिशा में उनकी मदद करते हैं उनके स्वास्थ्य का बेहद ध्यान रखते हैं माता-पिता अपनी हर खुशी का त्याग करके अपने बच्चों की परवरिश करते हैं 

माता पिता को क्या करना चाहिए 
1. बच्चे अपने माता-पिता की आदतों से सीखते हैं इसलिए अपनी आदतों में तो सुधार करना चाहिए 
2. अपने पूर्वजों के बारे में बताना चाहिए
 3. कई लोग षड्यंत्र के तहत बच्चे की शिकायत करते हैं इसलिए शिकायत पर जांच पड़ताल करनी चाहिए
 4. सत्संग व प्रेरक कथा में अपने बच्चे को अपने साथ लेकर जाना चाहिए
 5. बच्चे के अंदर अच्छी आदत डालनी चाहिए जैसे सुबह जल्दी उठना स्नान करना बड़ों के चरण स्पर्श करके आशीर्वाद लेना
 6. बच्चों की इच्छा को जानकर और समझकर काम करना चाहिए 
7. बच्चों के सामने सोच समझकर बोलना चाहिए
 8. अपना आचरण व व्यवहार ठीक रखना चाहिए
 9. आपका प्यार सबसे मूल्यवान है इसलिए भरपूर मात्रा में अपने बच्चों को देना चाहिए
 10.अपने बच्चों को सही गलत में अंतर सिखाना चाहिए
 11. अपने बच्चे की बात को गंभीरता से सुनना चाहिए
 12. बच्चों के सभी प्रश्नों के जवाब बड़ी ही शालीनता और सरलता से देने चाहिए
 13. रोजाना की गतिविधियों को डायरी में लिखने के लिए प्रेरित करना चाहिए
 14. आइडियल जीवन जीना सिखाना चाहिए
 15. बच्चों को डर से लड़ना सिखाना चाहिए
 16. बच्चों को बचने का तरीका सिखाना चाहिए
 17. बच्चों को मानसिक तौर पर मजबूत बनाना चाहिए
 18. नेगेटिव माहौल से दूर रखना चाहिए
 19. उन्हें जिंदगी समझने के लिए स्वतंत्र छोड़ देना चाहिए
 20.अनुशासन और दंड में अंतर समझाना चाहिए 
21. अपने बच्चों पर भरोसा रखना चाहिए 
22. बहन बेटियों का सम्मान करना सिखाना चाहिए
 23. जीव जंतुओं पर दया करना सीखना चाहिए 
24. प्रकृति प्रेमी बनाना चाहिए 
25. अपने बच्चे पर गौर करना चाहिए क्या वह सही दिशा में जा रहा है ? क्या उसकी संगति ठीक है ?क्या उसकी पढ़ाई लिखाई ठीक चल रही है ?क्या उसकी दिनचर्या ठीक है ?क्या उसका व्यवहार ठीक है ?क्या उसकी बोली और भाषा ठीक है? क्या वह सभी के साथ अच्छा आचरण कर रहा है? क्या वह सभी के साथ प्यार से रह रहा है? क्या वह सभी के साथ प्यार से बात कर रहा है ?
 
क्या नहीं करना चाहिए 
1. बच्चों के सामने बीड़ी सिगरेट का सेवन नहीं करना चाहिए
 2. उनके सामने किसी भी प्रकार का नशा नहीं करना चाहिए
 3. उनके सामने आपस में नहीं लड़ना चाहिए
 4. उनके सामने गाली गलौज नहीं करनी चाहिए 
5. एक दूसरे को नीचा नहीं दिखाना चाहिए
  6. झूठ का सहारा नहीं लेना चाहिए
 7. एक दूसरे को अपमानित नहीं करना चाहिए
 8. बच्चों के साथ मारपीट नहीं करनी चाहिए
 9. बच्चों के सामने ताश और जुआ नहीं खेलना चाहिए
 10.बच्चों के सामने असभ्य और अश्लील बातें नहीं करनी चाहिए
 11. बच्चों को लालची और स्वार्थी नहीं बनाना चाहिए 
12. बच्चों को ईर्ष्यालू और झगड़ालू नहीं बनाना चाहिए
13. बच्चों पर दोषारोपण नहीं करना चाहिए
 14. किसी की शिकायत पर पूरा विश्वास नहीं करना चाहिए
 15. परीक्षा के दौरान घूमने-फिरने का प्रोग्राम नहीं बनाना चाहिए 
16. परीक्षा के दौरान घर में कोई फंक्शन नहीं रखना चाहिए
 17. पढ़ाई के दौरान टीवी रेडियो तेज आवाज में नहीं चलाना चाहिए 
18. बच्चों को झूठ बोलने के लिए बाध्य नहीं करना चाहिए
 19. बच्चे की हर इच्छा को पूरा नहीं करना चाहिए
 20.बच्चे के साथ जबरदस्ती नहीं करनी चाहिए
 21. बच्चे को जबरदस्ती खिलाना पिलाना नहीं चाहिए
 22. बच्चे को महंगी चीज और महंगी आभूषण नहीं देनी चाहिए
 23. बच्चों को प्यार से वंचित नहीं रखना चाहिए 
24. बच्चों को भावनाओं से दूर नहीं रखना चाहिए 
25. पूरे दिन टीवी और सीरियल नहीं देखते रहना चाहिए

दैनिक जीवन में क्या क्या करना चाहिए
1. सूर्य उदय होने से पहले उठ जाना चाहिए 
2. सहजता से मल त्याग करना चाहिए 
3. यदि कब्ज रहती है तो त्रिफला चूर्ण लेना चाहिए या मुनक्के रात को पानी में भिगोकर रख दें और सुबह उस पानी को पी ले तथा मुनक्के के बीज निकालकर मुनक्का खाने से कब्ज दूर हो जाती है
 4. सोच व लघुशंका के समय मौन रहना चाहिए
 5. कभी पेशाब खड़े होकर नहीं करना चाहिए
 6. पेशाब पैर के पंजो पर बैठकर करना चाहिए इससे शुगर की बीमारी नहीं होती है
 7. भोजन के बाद पेशाब नहीं करना चाहिए इससे पथरी बन सकती है 
8. स्नान सूर्योदय से पहले करना चाहिए
 9. मालिश के आधे घंटे बाद स्नान करना चाहिए
 10.स्नान करते समय आंखों को पानी के पात्र में बार-बार खोलना और बंद करना चाहिए इससे नेत्र ज्योति बढ़ जाती है
 11. त्वचा की स्वच्छता के लिए साबुन लगाकर स्नान करना चाहिए
 12. मुल्तानी मिट्टी का लेप लगाकर कुछ समय के बाद स्नान करने पर त्वचा संबंधी रोग खत्म हो जाते हैं इसलिए सप्ताह में एक बार मुल्तानी मिट्टी वाला स्नान करना चाहिए 
13. स्नान के बाद साफ तोलिया से शरीर को रगड़ कर साफ़ करना चाहिए 
14. स्नान के बाद साफ-सुथरे धुले हुए कपड़े पहनने चाहिए
 15. नीम या कबूल की दातुन करनी चाहिए
 16. श्रेष्ठ जनों का आदर व सम्मान करना चाहिए
 17. प्रातः काल योग व मेडिटेशन अवश्य करना चाहिए 
 18. भगवान का धन्यवाद करते हुए मौन होकर भोजन करना चाहिए 
19. ओसवाली घास पर नंगे पैर चलना चाहिए ऐसा करने से आंखों की रोशनी बढ़ जाती है
 20. सुबह खाली पेट गुनगुना पानी पीना चाहिए 
 21. फल व सलाद भोजन से पहले खाने चाहिए
 22. पानी भोजन के आधे घंटे बाद पीना चाहिए 
23. शुगर पेशेंट को जामुन खाली पेट खाने चाहिए
  24. सुबह उठते ही दिन भर के कार्यों की योजना बना लेनी चाहिए 
25. दूध दही को अपने आहार में शामिल रखना चाहिए
 26. बीमार व्यक्तियों के खाने-पीने के बर्तन अलग से रखने चाहिए
 27. हाथ पैर के नाखून समय-समय पर काटते रहना चाहिए
 28. स्वस्थ रहने के लिए कम से कम 6 घंटे प्रतिदिन सोना चाहिए
 29. सभी का यथा योग्य सम्मान करना चाहिए
30. साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए 
31. मौसम के फल व सब्जी खाने चाहिए 
32. बे फालतू में जलने वाले बिजली के यंत्रों को बंद कर देना चाहिए 
33. बे फालतू में पानी बर्बाद नहीं करना चाहिए 
34. थाली में भोजन उतना ही लेना चाहिए जितना आप खा सकते हैं 
35. एक दूसरे की भावनाओं को समझना चाहिए 
36. जरूरत पड़ने पर एक दूसरे के काम आना चाहिए 
37. शुद्ध हवा में टहलना चाहिए 
38. हमें हर कार्य को ईमानदारी के साथ करना चाहिए
 39. हमें आपस में प्रेम भाव से रहना चाहिए तथा एक दूसरे के मददगार बनना चाहिए 
40. हमें सभी के साथ उत्तम व्यवहार करना चाहिए 
41. छुआछूत से परे होना चाहिए 
42. विद्यार्थी जीवन में ब्रह्मचर्य धर्म का पालन करना चाहिए 
43. शरीर को ठीक रखने के लिए संतुलित आहार लेना चाहिए
44. जिस वस्तु का स्थान जहां पर है उसको वहीं पर रखना चाहिए

दैनिक जीवन में क्या क्या नहीं करना चाहिए
 1. निर्वस्त्र होकर कभी स्नान नहीं करना चाहिए 
2. किसी नदी सरोवर तालाब कुआ बावड़ी आदि में स्नान करते समय मल मूत्र का विसर्जन नहीं करना चाहिए
 3. रात्रि के समय स्नान नहीं करना चाहिए
 4. भोजन के तुरंत बाद और पहले स्नान नहीं करना चाहिए
 5. पसीना आने की स्थिति में स्नान नहीं करना चाहिए
 6. उल्टी दस्त लगने पर स्नान नहीं करना चाहिए
 7. बुखार की स्थिति में स्नान नहीं करना चाहिए
 8. दूसरे व्यक्ति का तोलिया साबुन और कंघी का उपयोग नहीं करना चाहिए
9. भोजन की निंदा नहीं करनी चाहिए
 10. खड़े होकर पानी नहीं पीना चाहिए 
11. अत्यधिक ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए 
12. फ्रीज में रखी वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए
 13. दूध के साथ आइसक्रीम नहीं खानी चाहिए 
14. देर तक कट रखे हुए फल नहीं खाने चाहिए
 15. एक बार पकाया हुआ भोजन दोबारा गर्म करके नहीं खाना चाहिए इससे ट्यूमर की बीमारी हो सकती है
 16. खाने-पीने में एलुमिनियम के बर्तनों का उपयोग नहीं करना चाहिए इससे कैंसर रोग होने का खतरा रहता है
 17. पुस्तकें खुली छोड़कर नहीं जाना चाहिए 
18. पुस्तकों पर पैर नहीं रखना चाहिए
 19. पुस्तकों को तकिया के रूप में उपयोग में नहीं लाना चाहिए 
20. उंगली में थूक लगाकर पुस्तकों के पेज नहीं पलटने चाहिए 
21. दूसरे के पहने हुए कपड़े जूते आदि नहीं पहनना चाहिए
 22. हाथ और पैर से भूमि नहीं कुरेदनी चाहिए
 23. बार बार सिर पर हाथ नहीं फेरना चाहिए
 24. उंगलियां बार-बार नहीं चटकानी चाहिए
 25. झूठे मुंह पढ़ाई लिखाई नहीं करनी चाहिए
 26. सोने के लिए नींद की गोली नहीं लेनी चाहिए
 27. तनाव दूर करने के लिए शराब नहीं पीनी चाहिए
 28. बड़ों के सामने ज्यादा मुंहजोर नहीं करना चाहिए
29. ज्यादा मिर्च मसाले नहीं खाने चाहिए
 30.बिजली के उपकरण व सामान से नहीं खेलना चाहिए
 31. धारदार हथियार बच्चों को खेलने के लिए नहीं देनी चाहिए
 32. वायु प्रदूषण ध्वनि प्रदूषण और जल प्रदूषण नहीं करना चाहिए 
33. पेड़ पौधों को नहीं काटना चाहिए 
34. कच्चे पहाड़ों को नहीं तोड़ना चाहिए 
35. भूमि दोहन नहीं करना चाहिए
 36. जल दोहन नहीं करना चाहिए
 37. प्रकृति को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए
 38. तेज आवाज में घर में बातें नहीं करनी चाहिए
 39. एक दूसरे पर चिल्लाकर नहीं पडना चाहिए 
40. जाति धर्म के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए 
41. सही व्यक्ति का तिरस्कार और बहिष्कार नहीं करना चाहिए
 42. दिखावे के लिए कार्य नहीं करना चाहिए 
43. अपने स्वार्थ के लिए दूसरे को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए
 44. दिन में नहीं सोना चाहिए और रात्रि को जागरण नहीं करना चाहिए
 45. वाद विवाद में नहीं पड़ना चाहिए
 46. बात बात पर गुस्सा नहीं करना चाहिए
 47. चोरी नहीं करनी चाहिए
 48. आत्महत्या नहीं करनी चाहिए
 49. किसी को गाली नहीं देनी चाहिए
 50.गुरुजनों के सामने ऊंचे आसन पर नहीं बैठना चाहिए
 51. यदि दो व्यक्ति आपस में बात कर रहे हैं तो उनके बीच में नहीं बोलना चाहिए
 52. किसी की बातों को छुपकर नहीं सुनना चाहिए
 53. आज का कार्य कल पर नहीं छोड़ना चाहिए 
54. एक साथ अनेकों कार्यों का शुभारंभ नहीं करना चाहिए 
55. अपने एस और आराम पर अधिक खर्च नहीं करना चाहिए



 
सड़क पर चलते समय क्या करना चाहिए
 
1. सड़क पर चलते समय यातायात के नियमों की पालना करनी चाहिए
 2. सड़क पर हमेशा बाएं चलना चाहिए
 3. एंबुलेंस को पहले रास्ता देना चाहिए
 4. निर्धारित गति सीमा में अपना वाहन चलाना चाहिए
 5. निर्धारित स्थान पर अपने वाहन को पार्क करना चाहिए
 6. लाल बत्ती पर रुक जाना चाहिए
 7. टू व्हीलर पर हेलमेट पहनना चाहिए
 8. फोर व्हीलर में सीट बेल्ट लगानी चाहिए
 9. वाहन से संबंधित सभी कागजात अपने साथ रखने चाहिए
 10. यातायात पुलिस के पूछने पर सभी कालजात चेक कराने चाहिए 
11. दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को अतिशीघ्र अस्पताल पहुंचाना चाहिए 
12. हमेशा लेन ड्राइविंग करनी चाहिए
 13. कोहरे में फोग लाइट को जलाकर रखना चाहिए
 14. यदि सड़क पर गाड़ी खराब हो जाती है तो पार्किंग लाइट जला कर रखनी चाहिए
 15. सड़क पर लगे चिन्ह और प्रतीकों का ज्ञान प्राप्त करना चाहिए
 16. अपना ड्राइविंग लाइसेंस स्वयं बनवाना चाहिए
 17. वाहन चलाने से पहले उसका तेल पानी चेक कर लेना चाहिए 
18. यदि कोई आपके वाहन का पीछा कर रहा है तो अपना वाहन पुलिस चौकी या थाने में ले जाना चाहिए या 112 पर कॉल करके सूचना देनी चाहिए
 19. मोड़ते समय इंडिकेटर का प्रयोग करना चाहिए
 20. गाड़ी के शीशे में देखकर गाड़ी चलानी चाहिए
 21. गाड़ी मोड़ते समय पीछे का विशेष ध्यान रखना चाहिए 
22. सड़क पर जीव जंतुओं को बचाते हुए वाहन चलाना चाहिए

 क्या नहीं करना चाहिए
 
1. गपशप मारते हुए बाहन नहीं चलाना चाहिए 
2. शराब पीकर वाहन नहीं चलाना चाहिए
 3. करतब दिखाते हुए वाहन नहीं चलाना चाहिए
 4. रस्सी घुमाते हुए बाहन नहीं चलाना चाहिए
 5. सड़क पर खेल नहीं खेलना चाहिए
 6. सड़क को जाम नहीं करना चाहिए
 7. अनायास होरन नहीं बजाना चाहिए
 8. नशे की हालत में बाहन नहीं चलाना चाहिए
 9. अस्वस्थ अवस्था में बाहन नहीं चलाना चाहिए
 10. नींद की अवस्था में बाहन नहीं चलाना चाहिए
 11. मोबाइल पर बातें करते समय सड़क का प्रयोग नहीं करना चाहिए
 12. मोबाइल पर चैटिंग करते समय व ईमेल भेजते समय बाहन नहीं चलाना चाहिए
 13. सड़क के बीचो-बीच वाहन रोककर रास्ता नहीं पूछना चाहिए
 14. टेलीविजन देखते हुए वाहन नहीं चलाना चाहिए 
15. केले संतरा इत्यादि खाकर सड़क पर नहीं फेंकने चाहिए
 16. हाथ छोड़कर साइकिल नहीं चलानी चाहिए
 17. ट्रैक्टर को पकड़कर वाहन नहीं चलाना चाहिए 
18. किसी को हिट करके भागना नहीं चाहिए 
19. सवारी गाड़ी को भारत वाहक गाड़ी नहीं बनाना चाहिए
 20. ओवरलोडिंग नहीं करनी चाहिए
 21. ट्रिपल राइडिंग नहीं करनी चाहिए
 22. किसी अनजान व्यक्ति से रास्ता नहीं पूछना चाहिए
 23. किसी अनजान व्यक्ति को अपने वाहन पर नहीं बिठाना चाहिए 
24. दलालों के माध्यम से वाहन के कागजात तैयार नहीं करना चाहिए
 25. खराब वाहन को सड़क पर नहीं निकालना चाहिए
 26. अनाड़ी के हाथ में गाड़ी नहीं देनी चाहिए
 27. 18 साल से कम उम्र के बच्चों को बाहन नहीं देना चाहिए 
28. पटाखे वाले साइलेंसर अपने वाहन में नहीं लगवाने चाहिए 
29. अपने वाहन पर काली फिल्म नहीं चढ़ाना चाहिए
 30. वाहन पर जातिसूचक शब्द नहीं लिखने चाहिए
 31. कभी ब्लाइंड मोड नहीं लेना चाहिए 
32. अचानक ब्रेक नहीं लगाने चाहिए 
33. सड़क पर लड़ाई झगड़ा नहीं करना चाहिए
34. यदि सड़क पर जल भरा हुआ है और आप रास्ते से अनजान हैं तो जलभराव की स्थिति में अपना वाहन न लेकर के जाएं

बरसात के दौरान क्या क्या करना चाहिए
 1. अधिक बरसात के समय अपने घरों मैं रहना चाहिए
 2. घर से बाहर निकलते समय रेन कोट पहनना चाहिए
 3. पैरों की सुरक्षा के लिए जूते पहनना चाहिए
 4. रास्ते बीच में बारिश आ जाती है तो बस क्यू शेल्टर या टीन सेड में चले जाना चाहिए
 5. भीगने से बचने के उपाय ढूंढने चाहिए 
 6. बारिश में गाय भैंस का चारा करना पड़े तो बोरी या टाट पट्टी ओढ़ लेनी चाहिए
 7. सामान लाने ले जाने के लिए वाटरप्रूफ कैरी बैग रखना चाहिए
 8. रुकी नालियों को खोल देना चाहिए ताकि अति शीघ्र बरसात का पानी निकल जाए
 9. यदि अधिक दिनों तक आपके आसपास पानी भरा रहता है तो उस में मिट्टी का तेल या पेट्रोल डाल देना चाहिए ताकि मच्छर न पनप सकें
 10. बरसात के पानी का संचय तालाब या पोखर में कर लेना चाहिए
 11. बरसात के मौसम में पानी उबालकर पीना चाहिए
 12. संक्रमण से बचने के लिए स्वच्छता बनाए रखनी चाहिए
 13. स्ट्रीट फूड और ड्रिंक्स से परहेज करना चाहिए 
14. गीली दीवारों के संपर्क से बचना चाहिए क्योंकि बिजली का करंट उस में प्रवाहित हो सकता है
 15. खट्टे फलों का सेवन करना चाहिए क्योंकि इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
16. कहीं मैनहोल खुला दिखाई पड़ जाए तो उसके आसपास ईट रख देनी चाहिए या लाल झंडा लगा देना चाहिए या पेड़ पौधों की टहनी रख देनी चाहिए
ताकि अनजान व्यक्ति दुर्घटना का शिकार ना हो सके 17. मानसून की खबर के लिए समाचार देखते रहना चाहिए

 बरसात के दौरान क्या क्या नहीं करना चाहिए
 1. अधिक तेज बारिश में सड़क पर वाहन नहीं दौड़ाने  चाहिए
2. बारिश का पानी अधिक देर तक अपने आसपास नहीं रुकने देना चाहिए
 3. फल और सब्जियों को बारिश के पानी से नहीं धोना चाहिए
 4. बारिश के पानी से स्नान नहीं करना चाहिए
 5. रेडी पटरी वालों का बना भोजन नहीं खाना चाहिए
 6. कीचड़ भरे पानी में नहीं चलना चाहिए
 7. भीगी अवस्था में ऐसी और पंखा के नीचे नहीं जाना चाहिए 
8. गीले कपड़ों में ज्यादा देर तक नहीं रहना चाहिए
 9. पहले से कटे फल नहीं खाने चाहिए 
10. अधिक मसालेदार भोजन नहीं करना चाहिए
 11. यदि आपको रास्ते का ज्ञान नहीं है तो जलभराव की स्थिति में पानी में नहीं उतरना चाहिए क्योंकि कोई सीवर लाइन या मैन हॉल खुला हो सकता है और अवहेलना करने पर बड़ी दुर्घटना का जन्म हो सकता है


ओलावृष्टि के दौरान क्या-क्या करना चाहिए
 1. मौसम संबंधी खबर सुनते रहना चाहिए
 2. अपने सुरक्षित घरों में रहना चाहिए
 3. बच्चे वृद्ध विकलांग घरेलू जानवर व पालतू जीवो को सुरक्षित जगह में रखना चाहिए 
4. घर के सभी दरवाजे खिड़कियां बंद कर देना चाहिए
 5. आर्थिक क्षति से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करते रहना चाहिए
 6. सभी इलेक्ट्रिक उपकरणों को बंद कर देना चाहिए
 7. बदलते मौसम की जानकारी रखनी चाहिए तथा सुरक्षा उपकरणों की व्यवस्था करनी चाहिए

 ओलावृष्टि में क्या नहीं करना चाहिए 
1. सुरक्षित जगह को नहीं छोड़ना चाहिए
 2. पेड़ पौधों के नीचे नहीं जाना चाहिए
 3. एल्युमिनियम ढांचे के नीचे नहीं जाना चाहिए
 4. यदि आप यात्रा कर रहे हैं तो अपने वाहन को रोक लेना चाहिए और उसमें से बाहर नहीं निकलना चाहिए

बाढ़ के दौरान क्या-क्या करना चाहिए
 1. जिला प्रशासन के आदेशों की पालना करनी चाहिए
 2. अति शीघ्र अपने निवास स्थान को छोड़ देना चाहिए
 3. अति आवश्यक सामान को अपने साथ रखना चाहिए
 4. बाढ़ सुरक्षा किट को अपने साथ रखना चाहिए
 5. सरकार द्वारा अधिकृत स्थान पर पहुंच जाना चाहिए
 6. गाय भैंस व पालतू जानवरों को खोल देना चाहिए
 7. टॉर्च लाइट पानी रेडियो कंबल जरूरी दवाई अपने साथ रखे 
8. बाढ़ के पानी को पार करने के लिए ट्यूब क्राफ्ट, ड्रम राफ्ट, बंबू राफ्ट, मटका राफ्ट, वाटर बोतल राफ्ट, चारपाई राफ्ट,  थर्माकोल राफ्ट, नारियल राफ्ट, जरीकिन राफ्ट का प्रयोग करें
 9. किसी के डूबने की स्थिति में जिला प्रशासन को सूचना दें

 क्या नहीं करना चाहिए 
1. ज्यादा सामान अपने साथ नहीं बांधना चाहिए
 2. सरकार के आदेशों की अवहेलना नहीं करनी चाहिए
 3. घबराना नहीं चाहिए
 4. परेशान नहीं होना चाहिए
 5. अफवाह नहीं फैलानी चाहिए
 6. प्रशासन के लिए समस्या पैदा नहीं करनी चाहिए
 7. बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में अकेले पैदल नहीं निकलना चाहिए
 8. बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में पानी को अपने वाहन से पार नहीं करना चाहिए 
 9. बच्चों को बाढ़ के पानी में नहीं जाने देना चाहिए
 10. खतरनाक घाटों के किनारे ना जाएं और ना ही बच्चों को जाने दे 
11. बच्चों को पुल पुलिया ऊंचे टीलों से पानी में कूदकर स्नान करने से रोके 
12. नदी में उतरते समय गहराई का अवश्य ध्यान रखें
 13. तैरते समय आत्मविश्वास लूज ना होने दें 
14. दुखद घटना के बारे में आपस में चर्चा करें तथा भविष्य में सुरक्षा उपायों का ध्यान रखें


 भूकंप के दौरान क्या-क्या करना चाहिए
 1. सुरक्षा मानकों का उपयोग करना चाहिए
 2. अपने घरों से बाहर निकल कर सुरक्षित स्थान पर चले जाना चाहिए
 3. यदि आप बहुमंजिला इमारत में रहते हैं तो वहीं पर सुरक्षित स्थान में अपने आप को सुरक्षित कर लेना चाहिए 
4. सीढ़ियों के माध्यम से नीचे उतरना चाहिए
 5. सीढ़ियों के नीचे सुरक्षित स्थान माना जाता है इसलिए अपने आपको वहां छुपा लेना चाहिए
 6. विद्युत उपकरणों के स्विच को बंद कर देना चाहिए
 7. फसने की स्थिति में जोर जोर से चिल्लाना चाहिए 
  8. खिड़की और कांच के दरवाजों से अपने आप को दूर रखना चाहिए 
9. मकान के चारों कोनों में घुटने टेक कर बैठ जाएं 
10.अपने सिर को बचाने की कोशिश करें 
11. संतुलन बनाए रखें 
12. अगर आप गाड़ी चला रहे हैं तो अति शीघ्र गाड़ी को रोक ले जब तक की कंपन बंद ना हो जाए

 भूकंप की स्थिति में क्या क्या नहीं करना चाहिए
 1. लिफ्ट का प्रयोग नहीं करना चाहिए
 2. हिम्मत नहीं हारनी चाहिए
 3. पेड़ पौधों के नीचे नहीं जाना चाहिए
 4. बिजली के खंभों व तारों के नीचे नहीं जाना चाहिए
 5. किचन में छिपने की कोशिश नहीं करनी चाहिए 
6. दीवारों से सटकर नहीं बैठना चाहिए
 7. बाहर निकलते समय दीवारों से टच नहीं होना चाहिए 8. यदि आप ओवरब्रिज के पास में तो अपने वाहन को वहां ना रोके सुरक्षित स्थान पर अपने वाहन को रोके लेकिन रेडियो चालू रखें ताकि आपातकालीन निर्देशों को सुनते रहे


बज्रपात के समय क्या-क्या करना चाहिए 
1. यदि आप खुले में हैं तो अति शीघ्र किसी पक्के मकान में चले जाएं
 2. यदि आप सफर कर रहे हैं तो अपने वाहन में ही रहे लेकिन धातु की बॉडी से टच ना हो
 3. यदि आप मकान के अंदर हैं तो खिड़की और दरवाजे से दूर रहें 
4. बिजली के उपकरणों के संपर्क से बचें 
5. तालाब और जलाशय से दूरी बनाए रखें
 6. यदि आप जंगल में हैं तो पेड़ पौधों की शरण में चले जाएं
 7. बिजली और टेलीफोन के खंभे तार की बाढ
मशीन आदि से दूर रहें 
8. धातु से बने कृषि यंत्रों से दूर रहें
 9. रेडियो के माध्यम से जानकारी प्राप्त करते रहें
 10.यदि आप खेत खलिहान में काम कर रहे हैं और कोई सुरक्षित स्थान नहीं है तो सूखी चीजें जैसे लकड़ी प्लास्टिक बोरा सूखे पत्ते आदि पैरों के नीचे रख ले

 क्या नहीं करना चाहिए
 1. जमीन पर नहीं लेटना चाहिए
 2. मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं करना चाहिए
 3. समूह में नहीं खड़े होना चाहिए
 4. धातु से बनी वस्तुओं का उपयोग नहीं करना चाहिए
 5. ऊंची इमारत वाले क्षेत्रों में शरण नहीं लेनी चाहिए
 6. धातु की डंडी वाला छतरी उपयोग में नहीं लाना चाहिए
 7. वज्रपात के दौरान पानी का नल फ्रिज ग्रिल नहीं छूने चाहिए
 8. खिड़की के पास नहीं बैठना चाहिए


 शीत लहर में क्या-क्या करना चाहिए
 1. शीतलहर के दौरान घर के अंदर रहना चाहिए
 2. सर्दियों में पर्याप्त कपड़े पहनने चाहिए 
3. अपने आसपास रहने वाले बुजुर्गों की देखभाल करनी चाहिए 
4. सर्दी से बचाव के लिए शरीर को गर्म रखने के लिए विद्युत उपकरण का प्रयोग करना चाहिए
 5. गरम पानी पीना चाहिए
 6. विटामिन सी युक्त फल जैसे नींबू संतरा आमला आदि खाने चाहिए
 7. अदरक पुदीना धनिया का सेवन करना चाहिए
 8. चाय बार-बार पीते रहना चाहिए
 9. गरम मसाला युक्त तुलसी का काढ़ा बनाकर पीते रहना चाहिए
 10.गर्म पानी से ही स्नान करना चाहिए
 11. टोपी और मफलर  पहनने चाहिए
 12. पौष्टिक खाना खाना चाहिए

 क्या-क्या नहीं करना चाहिए
 1. खेतों में काम करने के लिए जल्दी नहीं निकलना चाहिए
 2. ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए 
3. गर्मी प्राप्त करने के लिए अल्कोहल नहीं पीना चाहिए 
 4. कोयला की अंगूठी व हीटर बंद कमरे में नहीं चलाना चाहिए 


लू दौरान क्या-क्या करना चाहिए
 1. घर से निकलते वक्त छाते का इस्तेमाल करना चाहिए
 2. धूप से बचने के लिए सिर ढककर निकलना चाहिए
 3. घर से बाहर निकलते समय ठंडा शरबत आम का पन्ना शिकंजी लस्सी आदि पीना चाहिए
 4. गर्मी के दिनों में बार-बार पानी पीते रहना चाहिए
 5. पानी में नींबू और नमक मिलाकर दो या तीन बार अवश्य पीना चाहिए
 6. पैरों के तलवों पर मालिश करनी चाहिए
 7. हल्का भोजन करना चाहिए
 8. कच्ची प्याज खानी चाहिए
 9. सत्तू खाना ज्यादा फायदेमंद है 
10. सब्जियों का सूप बनाकर पीना चाहिए

क्या क्या नहीं करना चाहिए
 1. खाली पेट धूप में बाहर नहीं निकलना चाहिए
 2. धूप में से आकर तुरंत ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए 
3. लू से आकर तुरंत एसी और कूलर के नीचे नहीं जाना चाहिए
4. तेज धूप में से आकर तुरंत स्नान नहीं करना चाहिए


व्यक्ति विशेष में आग लग जाए तो क्या-क्या करना चाहिए 
1. उसे भागने से रोकना चाहिए 
2. जमीन पर लेटने के लिए कहना चाहिए
 3. जैसे रोलर चलता है उसी प्रकार से लूड़कने के लिए कहना चाहिए
 4. जले हुए कपड़ों को हटा देना चाहिए
 5. जले व्यक्ति को हौसला देना चाहिए
 6. सांस ना आने की स्थिति में सीपीआर देना चाहिए
 7. अति शीघ्र डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए

 क्या क्या नहीं करना चाहिए
 1. जले हुए व्यक्ति को भागने नहीं देना चाहिए
 2. पानी फेंक कर उसकी आग को नहीं बुझाना चाहिए
 3. चिपके कपड़ों को नहीं हटाना चाहिए
4. जले भाग पर लोशन व क्रीम नहीं लगानी चाहिए
 5. सांस ना आने की स्थिति में मृत्यु की घोषणा नहीं करनी चाहिए


 किसी मकान दुकान में आग लग जाए तो क्या करना चाहिए 
1. आग सुलगने की  स्थिति में आग को पैरों से कुचल कर समाप्त कर देना चाहिए 
2. जब आग थोड़ी थोड़ी सुलगने लगती है तो मिट्टी डालकर आग को बुझाया जा सकता है
3. थोड़ी और प्रज्वलित होने पर पानी डालकर आग पर काबू पाया जा सकता है 
4. अधिक आग प्रज्वलित होने की स्थिति में फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के द्वारा आग को बचया जा सकता है

क्या क्या नहीं करना चाहिए 
1. बिजली की आग बुझाने के लिए पानी का प्रयोग नहीं करना चाहिए 
2. फायर ब्रिगेड के रास्ते को अवरुद्ध नहीं करना चाहिए
 3. फायरमैन के काम में बांधा नहीं डालनी चाहिए


नेता को क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए
जन्म से कोई नेता नहीं होता है वह किसी का बेटा किसी का भाई किसी की बेटी किसी की बहन होती है शिक्षा ग्रहण करने के दौरान वह किसी का शिष्य तो किसी का मित्र होता है वह पहले भारतीय है फिर वह सामाजिक प्राणी है उसने पहले उन सभी समस्याओं को देखा है जिनका निराकरण करना बेहद जरूरी होता है लेकिन पंचायत, निगम, एमएलए, एमपी का चुनाव जीतने के बाद वह इतना परिवर्तित क्यों हो जाता है कि उसे सामाजिक समस्याएं नजर ही नहीं आती हैं सिर्फ चापलूसी की बातें ही क्यों अच्छी लगती है या घर खजाने भरने वाले ही क्यों अच्छे लगते हैं पहले तो जनहित व राष्ट्र हित में काम करने की सोचते थे लेकिन अब तो स्वयंहित में काम करने की सोच ही रह गई है क्या इससे राष्ट्र सशक्त हो सकता है या राष्ट्र में रहने वाले लोगों का भला हो सकता है यदि नहीं तो जनप्रतिनिधि को क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए
 अधिकतर नेता पढ़े- लिखे होते हैं कुछ अनपढ़ भी होते हैं लेकिन बुद्धि और विवेक तो उनके पास भी होता है सभी को अपने पूर्वजों से सीख लेनी चाहिए पहले भी कितने राजा महाराजा इस देश पर राज कर चुके हैं क्या वह अमर हो गए हैं क्या उनके द्वारा एकत्रित किया हुआ धन उनके काम आ रहा है क्या वह उस धर्म को अपने साथ ले गए हैं यदि नहीं तो फिर हमें कर्म ठीक करने चाहिए जितना चाहिए वह तो ईमानदारी से भी मिल जाता है कभी किसी का कोई काम नहीं रुकता है इसलिए गलत तरीके से धन कमा कर किसी आत्मा को दुख नहीं पहुंचाना चाहिए
 किसी आत्मा को विदीर्ण नहीं करना चाहिए
 अपनी शक्ति का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए
 आप शासन-प्रशासन चलाने वाले होते हैं आप किसी भी विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों से किसी का भी किसी भी प्रकार का नुकसान करा सकते हैं लेकिन वह उचित नहीं है 
आपको विधाता ने ताकतवर बनाया है आप में अपारशक्ति समाहित हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि सभी को मक्खी मच्छर समझ कर मसल दें
 उनका जीवन ही खत्म कर दें या उनकी हड्डी पसली तोड़ कर बिस्तर पर डाल दें ताकि जिंदगी और मौत से जूझता रहे 
उसके मकान दुकान कारखाने तुड़वा दें ताकि वह उभर ही ना सके 
उसके यहां ईडी इनकम टैक्स और विजिलेंस के छापे डलवा दें ताकि मुकाबला करने की कोशिश भी ना करें यदि मुकाबला करके राजा बनते तो अनेकों बन जाते ऐसा होता नहीं है 
जिसके भाग्य में राजयोग होता है वही राजा बनता है किसी के मारने से कोई मरता तो हिरण्यकश्यप के मारने से भक्त प्रहलाद मर जाता कंस के मारने से कृष्ण मर जाता है लेकिन ऐसा नहीं हुआ इसलिए ज्यादा मारने पीटने में विश्वास नहीं रखना चाहिए 
अपनी जिम्मेदारियों को शालीनता से निभाते रहना चाहिए
 हमेशा सरल व सहज होना चाहिए
 हमेशा जनहित और राष्ट्रहित में फैसले लेने चाहिए
 हमेशा दीन दुखियों की मदद करनी चाहिए
 जितना भला कर सकते हैं उतना तन मन धन से भला करना चाहिए
 हमेशा आशीर्वाद प्राप्त करने की सोच रखनी चाहिए
 किसी को बर्बाद करने व उजाड़ने की सोच नहीं होनी चाहिए
 यदि आपको लगता है कि कोई आपके सरकारी कार्य में बाधा डाल रहा है तो डराने धमकाने के तरीकों को अपनाना चाहिए
 इतना भी नहीं होना चाहिए कि  ऐरा गैरा नत्थू खैरा सभी नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने लगे 
लेकिन सम्मानित व्यक्ति का सम्मान करना चाहिए
 बुद्धिजीवियों को उचित स्थान मिलना चाहिए 
विकास के कार्यों की योजना बनानी चाहिए
 समुचित विकास के लिए भरसक प्रयत्न करना चाहिए
 साफ सफाई की उचित व्यवस्था करनी चाहिए
 पेयजल व्यवस्था पर विशेष ध्यान देना चाहिए 
बिजली सड़क पुल  उद्योग शिक्षा स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए 
आपके द्वारा किए गए कार्यों में आपका नाम और सम्मान बनता है 
जो जैसा कार्य करता है उसको उसका वैसा ही फल मिलता है
 अच्छा करने वाले की पीठ पीछे भी प्रशंसा होती है
 लेकिन जो किसी की सुनता नहीं है किसी को कुछ समझता नहीं है या किसी का सहारा नहीं बनता है उसकी बदनामी और बेइज्जती होती है
 नेता अपने मान सम्मान का स्वयं हकदार होता है उसे संविधान व संसद का ज्ञान होना चाहिए



संत महात्माओं को क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए 

भारत भूमि धर्मगुरुओं तथा संत महात्माओं की भूमि रही है इसीलिए भारतीय लोगों की आस्था संत महात्माओं में है इसलिए उनको अपना आचरण, व्यवहार, बोली-भाषा, चाल- चलन, ठीक रखना चाहिए
 वेद पुराणों में लिखित साहित्य का सही से प्रचार और प्रसार करना चाहिए
 1. किसी को भ्रम में नहीं डालना चाहिए
 2. भक्तों को भ्रमित नहीं करना चाहिए
  3. भूत प्रेतों का डर दिखाकर या धमकाकर तथा गलत तरीके अपनाकर धन नहीं कमाना चाहिए
 4. पूजा स्थल पर मीट, मास, अंडा, शराब का सेवन नहीं करना चाहिए
 5. पूजा स्थल पर जुआ नहीं खेलना चाहिए 
6. पूजा स्थल पर व्यभिचार नहीं करना चाहिए
 पूजा करने वाले ब्राह्मण, पंडित, आचार्य, शास्त्री आदि के चरित्र की पहले जांच पड़ताल कर लेनी चाहिए 
पूजा-पाठ नियमित और संयमित होकर करना चाहिए
 7. प्रबंधन कमेटी को मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा चर्च पर कब्जा नहीं करना चाहिए
 8. प्रशासनिक अधिकारियों तथा मंत्रियों के संरक्षण में सरकारी जमीन को नहीं हड़पना चाहिए 
अधिकतम विद्यार्थियों को पढ़ाना चाहिए 
सत्संग में अधिकतम समय पब्लिक को समझाने में देना चाहिए 
9. धर्म की आड़ में गलत कार्य नहीं करनी चाहिए
 10. पूजा अर्चना करने आने वाली बहन बेटियों को गलत नजर से नहीं देखना चाहिए
 11. गलत पोज में फोटो खींचकर ब्लैकमेल नहीं करना चाहिए 
12. उनकी पोर्न वीडियो बनाकर हवस का शिकार नहीं बनाना चाहिए
 13. विरोध करने पर मौत के घाट नहीं उतारना चाहिए
 14. धर्म के नाम पर लोगों को नहीं भड़काना चाहिए 
15. अपने आप को भगवान नहीं मानना चाहिए 
16. अपनी पूजा भगवान के समान नहीं करानी चाहिए
 17. धर्म के ठेकेदार नहीं बनना चाहिए
 संत महात्मा ग्रंथि पादरी धर्म का प्रचार प्रसार करने के लिए, समाज में व्याप्त कुरीतियों को, अंधविश्वास को खत्म करने के लिए होते हैं 
उन्हें सही मार्ग पर लाने के लिए सही प्रेरणा देनी चाहिए तथा सही गलत और अच्छे बुरे के अंतर को सही से समझाना चाहिए
 आपस के प्यार को बढ़ाने व हिंसा को खत्म करने के लिए काम करना चाहिए
 देश में शांति व्यवस्था को बनाए रखने में अपना अहम योगदान देना चाहिए
 18. संत समाज को नेता अभिनेता व प्रचारक नहीं बनना चाहिए 
वेदों का प्रचार और प्रसार करना तो संत महात्माओं का काम है
 19. राजनीतिक लोगों के लिए काम करना उचित नहीं है
20.  बड़ी गाड़ियों में चलकर ,बड़े महलों में रहकर, अपना वर्चस्व, साम्राज्य स्थापित नहीं करना चाहिए 
21. ऐसा करने वाले ज्ञानी और विज्ञानी नहीं हो सकते हैं
 22. किसी ना किसी बहाने से धन संग्रह करने वाले दूसरों को ग्रह नक्षत्र का खौफ दिखाकर लूटने वाले साधु तो नहीं हो सकते लेकिन स्वादु जरूर हो सकते हैं 
कुछ साधु व तांत्रिकों की वजह से समाज के लोगों का विश्वास व भरोसा उठ गया है
 वास्तव में कुछ संत तो अत्यंत पूजनीय वंदनीय और प्रार्थनीय होते हैं 
वह दुनियादारी से अलग होते हैं 
वह देश के भले के लिए प्रार्थना करते रहते हैं
 उनका अपना कुछ नहीं होता है 
कुछ मिल जाता है तो खा लेते हैं अन्यथा भूखे रहकर भी भगवान की भक्ति में मस्त अर्थात मग्न रहते हैं
 वह किसी नेता अभिनेता व उद्योगपति के यहां कुछ मांगने या खाने नहीं जाते हैं 
वह अपनी कुटिया में झोपड़ी में ही मस्त रहते हैं 
वह नाम दान देकर भारी फौज भी तैयार नहीं करते हैं
 उन्हें गनमैन तथा ड्राइवर की भी जरूरत नहीं होती है
 वह धर्म की ध्वजा को ऊंचा रखने के लिए भरसक प्रयत्न करते हैं 
उनको सुनने से मन गदगद हो जाता है
 वह सभी के साथ प्रेम का व्यवहार करते हैं 
वह किसी भी वस्तु का संचय नहीं करते हैं 
वह किसी व्यक्ति को स्वास्थ्य करने के लिए जड़ी-बूटी नहीं भेजते हैं बल्कि निशुल्क परामर्श देते हैं
 कोई मान ले उसका भला जो ना माने उसका भी भला उन्हें इस बात से कोई लेन देन नहीं है कि कौन किसका चेला है
 कौन कितना चंदा दे रहा है 
कौन कितनी दक्षिणा पहुंचा रहा है 
कौन कितने रसूख वाला है 
कौन किस संप्रदाय से है 
वह तो हमेशा नैतिकता का पाठ पढ़ाते रहते हैं 
सच पर चलने की सीख देते हैं 
माता-पिता गुरुओं का सम्मान कराने में अपनी अहम भूमिका अदा करते हैं
 चोरी नशा निंदा से दूर रहने की नसीहत देते हैं 
वह इंसानियत का पाठ पढ़ाते हैं 
कर भला हो भला को अपनाने के लिए बाध्य करते हैं
 किसी का तिरस्कार और बहिष्कार नहीं करते हैं
 सच्ची सेवा क्या होती है उसके मायने समझाते हैं 
सभी को जिम्मेदार बनाने में अपनी भूमिका निभाते हैं
 आम आदमी उनके जीवन से बहुत कुछ सीख सकता है
 अपने जीवन को धन्य बनाने का सार्थक प्रयास करता है
 संत महात्मा प्रेरक आत्माएं होती हैं 
उन्हें हमेशा अपनी मर्यादा में रहना चाहिए
 हंसी मजाक करना, अश्लीलता और सभ्यता करना, किसी पर दोषारोपण करना, बदले की भावना से किसी को नुकसान पहुंचाना, साधु समाज के लोगों का कार्य नहीं है
 जिसने आत्मा के ज्ञान की प्राप्ति के लिए घर परिवार छोड़ दिया है उसे राजनीति नहीं करनी चाहिए 
अपने पास हथियार नहीं रखने चाहिए
 बारूद बम पटाखे असले रखने की जरूरत नहीं है
 अधिकतम क्रिमिनल आजकल इस व्यवसाय मे आ रहे हैं जिसकी वजह से साधु समाज कलंकित हो रहा है 
कुछ लोग समाज में अपराध करके पीले वस्त्र पहन लेते हैं और वहां भी अपराध को जन्म देते रहते हैं क्योंकि उनकी मानसिक स्थिति विकृत होती है और वह जल्दी से किसी की समझ भी नहीं आती है
 जब कुछ लोगों को समझ आती है तब तक अनर्थ हो गया होता है 
कुछ लोग राजा बनने की नियत से संत समाज में महामंडलेश्वर पीठासीन और शंकराचार्य के इर्द-गिर्द डेरा डाले हुए हैं ताकि प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से उनका संपर्क हो जाए और अपने ब्लैक को वाइट कर ले तथा अपने उलझे हुए कामों को सुलझा लें 
ऐसा संत महात्माओं को शोभा नहीं देता है
 संत महात्माओं को बनावटी रूप धारण नहीं करना चाहिए उनको वास्तविक रूप में ही रहना चाहिए,


समाज सेवा 

समाज सेवा एक बहुत ही पुण्य और पुनीत कार्य है सही समाज सेवा करने के बाद इंसान का नाम इतिहास के पन्नों में अमर हो जाता है 
सही समाज सेवा करने पर सभी जगह मान सम्मान मिलता है
 सही समाज सेवा करने के बाद सेवा पदक, पदम श्री, पदम भूषण, पदम विभूषण आदि पदक मिलते हैं 

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है जिसे मिल- जुल कर रहना चाहिए और कानून- कायदों का पालन करना चाहिए
 प्रकृति के साथ छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए
 प्रकृति को नहीं नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए 
लेकिन अधिकतर लोग इसके विपरीत ही कार्य करते हैं और कपड़ा रोटी तथा मकान के लिए लड़ते रहते हैं 
एक दूसरे को पीड़ा पहुंचाते रहते हैं 
बदले की भावना से एक दूसरे के खिलाफ षड्यंत्र रचते रहते हैं
 जिससे काफी सामाजिक बुराई पैदा हो जाते हैं 
उक्त बुराइयों से छुटकारा पाने के लिए सच्चे समाजसेवियों की जरूरत होती है

 डॉ एमपी सिंह का कहना है कि किसी राष्ट्र की उन्नति वहां के लोगों पर निर्भर करती है अच्छे विचारों वाले लोग सकारात्मक सोच पर कार्य करके राष्ट्र को सशक्त बना देते हैं लेकिन गंदे घटिया सोच वाले लोग गलत कार्य करके समाज को दूषित और प्रदूषित कर देते हैं जिससे काफी विसंगतियां सामने आ जाते हैं औरअधिकतर लोगों का जीवन कष्ट में गुजरने लगता है

 डॉ एमपी सिंह का कहना है कि निजी स्वार्थ से ऊपर उठकर कार्य करना चाहिए 
1. सर्वशक्तिमान होने का दावा नहीं करना चाहिए 
2. उपेक्षित वंचित पीड़ित की मदद करनी चाहिए 
 3. असहाय अनाथ और घायलों  की मदद देने वाला भगवान के समतुल्य समझा जाता है
 4. जातिवाद से ऊपर उठकर सेवा करनी चाहिए
 5. बेहतर माहौल बनाने की कोशिश करनी चाहिए
 6. मिलजुल कर समाज सुधार का कार्य करना चाहिए

 समाज सुधार तभी हो सकता है
1.  जब हम अपने विचारों को ठीक कर ले 
2. ऊंच-नीच के भेदभाव को मिटा दें
 3. समाज में व्याप्त कुरीतियों और द्वेष को मिटा दें 
4. बाल मजदूरी कराने वालों के खिलाफ एकजुट खड़े हो जाएं 
5. कालाबाजारी करने वालों का विरोध करें
 6. शिक्षा और स्वास्थ्य का व्यापारीकरण करने वालों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दें


समाज सेवक को क्या करना चाहिए  
1. सामाजिक कार्यकर्ताओं को समस्याओं का समाधान करना चाहिए
 2. पर्यावरण में अपेक्षित सुधार लाने का प्रयास करना चाहिए 
3. जो स्वेच्छा से चंदा दे ले लेना चाहिए
 4. रचनात्मक व्यक्तियों तथा अनुभवी इंसानों से सलाह मशवरा करना चाहिए करना चाहिए 
5. जनहित और राष्ट्रहित में कार्य करने चाहिए 
6. विकास के कार्यों की प्लानिंग करनी चाहिए
 7. नेताओं को कार्य करने के लिए बाध्य करना चाहिए
 8. अनपढ़ लोगों को सरकार की  स्कीमों के बारे में बताना चाहिए
 9. गलत फायदा लेने वालों के खिलाफ विरोध दर्ज करना चाहिए 
10. देश को चूना लगाने वाले लोगों के खिलाफ सूचना देनी चाहिए 
11. समाजसेवी को समाज सेवा को ही प्राथमिकता देनी चाहिए 
12. सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए 
13. सार्वजनिक स्थानों पर कैंप लगाने चाहिए
 14. गरीब विद्यार्थियों को निशुल्क पढ़ाना चाहिए
 15. अनपढ़ महिलाओं को हस्ताक्षर करने सिखाने चाहिए
 16. दहेज के लेनदेन को खत्म करने के लिए सार्थक प्रयास करना चाहिए
 17. मरने के बाद भोजन व्यवस्था करने वालों का विरोध करना चाहिए 
18. अमीर लोगों को अपनी उतरन जरूरत बंधुओ को दे देनी चाहिए
 19. सड़क दुर्घटना के दौरान घायल पीड़ित चोटियों की मदद करनी चाहिए
 20. खिलाड़ियों के लिए समय-समय पर खेलकूद
 प्रतियोगिताएं कराते रहना चाहिए
 21. ऐतिहासिक दिनों वे तारीखों को मनाना चाहिए
 22. महापुरुषों की जयंती को मनाना चाहिए
 23. जल प्रदूषण और वायु प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए
 24. अत्याचार अनर्थ अपराध के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करना चाहिए
 25. स्वतंत्रता स्वच्छता समानता और भाईचारे के लिए कार्य करना चाहिए 
26. अंधविश्वास को दूर करना चाहिए
 27. बिजली पानी सीवर आदि से निजात दिलाने के लिए कार्य करना चाहिए
 28. अनपढ़ और अज्ञानियों का मार्गदर्शन करना चाहिए 29. गर्मियों के दौरान प्याऊ लगानी चाहिए 
30. तीर्थ यात्रा पर जाने वाले पिलग्रिम्स के लिए फर्स्ट एड पोस्ट लगाने चाहिए 
31. कांवड़ शिविर लाने वाले शिव भक्तों के लिए लंगर व्यवस्था करनी चाहिए
 32. जल बचाओ जीवन बचाओ पर प्रतियोगिताओं का आयोजन कराना चाहिए 
33. सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन कराना चाहिए
 34. अधिकतम पेड़ पौधे लगाने चाहिए
 35. घने जंगलों को उजाड़ने वाले तथा काटने वालों का विरोध करना चाहिए
 36. न्याय की लड़ाई लड़नी चाहिए
37. लोगों में जागरूकता लाने के लिए मैराथन करानी चाहिए

समाज सेवक को क्या नहीं करना चाहिए
 1. समाज सेवक को झूठ नहीं बोलना चाहिए
 2. स्वार्थ हित में गलत फैसले नहीं लेनी चाहिए
 3. समस्याओं को उलझाना नहीं चाहिए 
4. पर्यावरण को प्रदूषित नहीं करना चाहिए 
5. कार्यक्रम करने के बाद पानी के गिलास दोने पत्तल आदि कार्यक्रम स्थल पर नहीं छोड़नी चाहिए 
6. दबाव और प्रभाव में कमजोर व्यक्ति से बिना वेतन के कार्य नहीं करना चाहिए
 7. भावुक और उत्सुक नहीं होना चाहिए
 8. चोर डकैत व्यभिचारी व्यभिचारी दुराचारी का साथ नहीं देना चाहिए
 9. षड्यंत्रकारी नहीं होना चाहिए
 10. घूसखोर चुगलखोर बेईमान बलात्कारी नहीं होना चाहिए
 11. सीएसआर फंड देने वाले के साथ 50- 60 प्रतिशत वापिस देने का प्रावधान नहीं रखना चाहिए
 12. दारू पिलाकर वोट नहीं डलवाना चाहिए
 13. वोट दिलवाने का ठेका नहीं लेना चाहिए 
14. किसी के स्वाभिमान को ठेस नहीं पहुंचाने चाहिए 
15. बड़े आदमी के साथ बैठकर छोटे आदमियों का शोषण नहीं करना चाहिए
 16. ब्लड डोनेशन कैंप लगाकर खून को नहीं बेचना चाहिए
 17. स्वास्थ्य जांच शिविर लगाकर अस्पतालों के डॉक्टरों का फीवर नहीं करना चाहिए यानी गरीबों से पैसे नहीं दिलवाने चाहिए
 18. किसी के विश्वास को नहीं तोड़ना चाहिए
 19. चरित्र हनन नहीं करना चाहिए 
20. किसी को अपमानित नहीं करना चाहिए
 21. हम किसी का माल नहीं हड़पना चाहिए 
22. किसी को नीचा नहीं दिखाना चाहिए 
23. सोशल वर्क की आड़ में गलत कार्य नहीं करना चाहिए
 24. इवेंट के नाम पर चंदा लेकर अपने घर का खर्च नहीं चलाना चाहिए
 25. कन्याओं की शादी के नाम पर चंदा लेकर ऐसो 26. आराम का जीवन यापन नहीं करना चाहिए
 27. दीन दुखियों की मदद के नाम पर शोषण नहीं करना चाहिए
 28. समाजसेवी को किसी पार्टी बदल के लिए काम नहीं करना चाहिए
 29. पुलिस की दलाली नहीं करनी चाहिए
 30. प्रशासन के द्वारा दिए जाने वाले लाभ के बदले रिश्वत नहीं लेनी चाहिए
 31. नेताओं और अधिकारियों की चापलूसी नहीं करनी चाहिए 
32. धर्म का ठेकेदार नहीं बनना चाहिए 
33. अनायास झूठे मुकदमे नहीं बनवाने चाहिए
34. अपना उल्लू सीधा नहीं करना चाहिए


 समाजसेवी कैसा होना चाहिए 
1. समाजसेवी अच्छा वक्ता प्रबंधक लेखक विश्लेषक होना चाहिए 
2. उसका आचरण व्यवहार ठीक होना चाहिए
 3. वह मृदुभाषी सहनशील और धैर्यवान होना चाहिए


 समाज सेवा के माध्यम से जीवन स्तर को उत्तम कैसे बनाया जा सकता है और कैसे समाज सेवा की जा सकती है
1. नशे के आदि लोगों को नशा मुक्ति केंद्र पहुंचा कर 
2. स्कूल ना जाने वाले विद्यार्थियों को स्कूल पहुंचा कर
 शारीरिक तौर पर अक्षम लोगों को सक्षम बना कर
 बेघरों को घर देकर
 3. मानसिक तौर पर बीमार लोगों को बीमारी से छुटकारा दिला कर
 4. वृद्ध आश्रम अनाथालय अस्पताल और स्कूल खुलवा कर
5. निर्धन व जरूरतमंदों की मदद करके
 6. उत्तम पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दिलवाकर
 7. बेरोजगारों को रोजगार दिलवाकर
 8. स्वास्थ्य जांच शिविर तथाआई कैंप लगाकर 
9. बिजली पानी बचाने के लिए जागरूकता कैंप लगाकर 
10. गरीब कन्याओं की विवाह शादी मैं योगदान देकर
 11. समाज में हो रहे जघन्य अपराधों  के खिलाफ आवाज उठाकर
 12. किसी को न्याय दिला कर 
13. देश की एकता को बढ़ावा देकर
 14. किसी के जीवन को बचाकर
 15. किसी को शिक्षित बनाकर 
16. भूखे को भोजन कराना 
17. निर्वस्त्र को वस्त्र पहनाना
 18. डूबते को बचाना
 19. सुसाइड करने वाले को समझाना
 20. निराशावादी को आशावादी बनाना

वर्तमान समय में अधिकतर जवान बच्चे विदेशों में नौकरी करने चले जाते हैं और बुजुर्ग दंपति ही घर में रह जाते हैं जिनको चलने फिरने में परेशानी होती है वह बाजार जाकर सब्जी नहीं ला सकते हैं मेडिकल स्टोर से दवाई गोली बिल आने में असमर्थ होते हैं पानी की बोतल और गैस सिलेंडर दूसरी तीसरी मंजिल पर ले जाने में असमर्थ होते हैं यदि कोई भी व्यक्ति वक्त कार्यों में किसी बुजुर्ग दंपति की सहायता करता है तो वह भी बहुत बड़ी समाज सेवा होती है

 किसी को रास्ता बताना किसी  का मार्गदर्शन करना भटकाव की स्थिति में नया जीवन  देना इसमें कोई पैसा नहीं लगता है ऐसी निशुल्क सेवाएं देते रहनी चाहिए और इसमें व्यापारी करण नहीं करना चाहिए यह भी समाज सेवा का एक बहुत बड़ा हिस्सा है
 
समाज सेवा करने के लिए कोई अलग से पढ़ाई नहीं होती है समाज सेवा कोई भी व्यक्ति कहीं पर भी रहकर कर सकता है अपने पदों पर रह कर के भी बेहतर समाज सेवा की जा सकती है समाज सेवा पार्ट टाइम ओर फुल टाइम नहीं होती है 24 घंटे किसी भी तरीके से किसी का भी दुख दूर करके पीड़ा के आंसू पहुंचकर समाज सेवा की जाती है 
1. अध्यापकों को कक्षा में विद्यार्थियों को ईमानदारी से पढ़ाना चाहिए तथा ट्यूशन के लिए बाध्य नहीं करना चाहिए
 2. कर्मचारी और अधिकारियों को नियमित तौर से अपने कार्य को ईमानदारी से करना चाहिए और रिश्वत के लिए डराना धमकाना नहीं चाहिए  
 3. वकील को अपने मूवीकल का केस ईमानदारी से लड़ना चाहिए बिकना नहीं चाहिए 
 4. पत्रकारों को सच्ची खबर इमानदारी से प्रकाशित करनी चाहिए
5. डॉक्टरों को जान का सौदा नहीं करना चाहिए बल्कि भगवान बन कर जीवन दान देने के लिए पूरी जान लगा देनी चाहिए और टर्म और कंडीशन  पर काम नहीं करना चाहिए


तांत्रिक 
इस देश में ऐसे अनेकों लोग हैं जो तांत्रिकों के चक्कर में आकर अपनी दुनिया बर्बाद कर चुके हैं तांत्रिक क्रिया के माध्यम से अनेकों लोग पागल हो चुके हैं और अनेकों मर चुके हैं 
तंत्र के नाम पर चारों तरफ ठगी हो रही है समझदार तांत्रिक उपदेश आत्मक शब्दों का प्रयोग करके भी लोगों को गुमराह कर रहे हैं बड़े लंबे दाढ़ी और मूंछ रख लेते हैं बाबा होने का ढोंग करते हैं और बाबाओं की तरह अपनी पूजा कराते हैं जबकि वह अनपढ़ अन्याय, अधर्मी, दुराचारी, चोर ,डकैत ,षड्यंत्रकारी होते हैं 
थोड़ा घना काला जादू सीख लेते हैं या मुर्दाघर और श्मशान घाट में जाकर कोई सिद्धि प्राप्त कर लेते हैं जिसका दुरुपयोग करके समाज के भोले भाले लोगों को लूटते रहते हैं और जवान बहन बेटियों को अपनी हवस का शिकार बनाते रहते हैं गलत पॉज के फोटो खींच लेते हैं और पॉर्न वीडियो बना लेते हैं उसी को ब्लैकमेल करते रहते हैं और अपने चंगुल से नहीं निकलने देते हैं
 इसके लिए यदि कोई यह कहे कि पहले समझ नहीं थी तो वह गलत होगा क्योंकि तांत्रिकों के यहां फसने के बाद कोई रास्ता बाहर निकलने का बचता नहीं है एक बार उन के चक्कर में आने के बाद घर घेर बिकना स्वाभाविक है और अंत में सुसाइड करना ही होगा
 इसलिए डॉ एमपी सिंह ने काफी रिसर्च के बाद इस आर्टिकल को लिखा है ताकि भविष्य में अन्य घर बिगड़े या उजड़े नहीं यदि आपने बुद्धि और विवेक से काम लिया और सतर्क रहें तो मैं वायदा कर सकता हूं कि किसी के साथ अनहोनी नहीं होगी यदि किसी के साथ ऐसा होता है तो मेरे से 98105 66553 पर संपर्क करके समाधान प्राप्त कर सकते हैं डरने और घबराने की कोई जरूरत नहीं है मैंने ऐसे अनेकों तांत्रिकों का पर्दाफाश किया है तथा जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया है 
कुछ आपकी गलतियां होती हैं जिनकी वजह से तांत्रिक आपके ऊपर हावी हो जाते हैं और आपकी नादानी व अज्ञानी का पूरा फायदा उठाते हैं कहते हैं कि आपके ऊपर गलत साया पड़ गया है या टोटके वाली जगह पर आपका पैर पड़ गया है जिसकी वजह से भूत प्रेत मैं गलत आत्माएं आपके अंदर आ चुकी हैं जिसकी वजह से आप का मन पढ़ाई लिखाई में नहीं लगता है आपका मन काम करने में मन नहीं लगता है आपको उच्चाहट व घबराहट होती है आपको अधिक गुस्सा आता है किसी पर भी आप हाथ छोड़ देते हो खाने-पीने की भी आपको सुद नहीं रहती है बोलने का भी आपको पता नहीं रहता है ऐसी अनेकों को भ्रमित बात करते हैं जो आपको सच लगती है और आप उसे ज्ञानी पंडित मान बैठते हो फिर वह कहता है कि यदि आपने इस समय इलाज व उपाय नहीं करवाया तो भविष्य में पछताना होगा आपकी मृत्यु भी हो सकती है आप आत्महत्या भी कर सकते हैं भूत प्रेत का साया है खतरे से बाहर निकालना बहुत मुश्किल है लेकिन फिर भी यदि आप इतना खर्चा करते हो तो सोचा जा सकता है
अधिकतर तांत्रिक अपना व्यापार ऑनलाइन चला रहे हैं पहले रजिस्ट्रेशन कराते हैं फिर माया जाल में फंसाते हैं बाद में मुंह मांगा पैसा लेते हैं पीड़ित व दुखी उन के चक्कर में इतनी बुरी तरह से फंस जाता है कि वापस लौटना भी उसके लिए खतरे से खाली नहीं होता है और अपनी बदनामी की वजह से वह किसी से मुंह भी नहीं खोल पाता है 
अधिकतर महिलाएं तो शोषण का शिकार होती रहती हैं ऐसे तांत्रिक विज्ञान को जानते हैं कभी हवा से नोट पकड़ने लगते हैं तो कभी मुंह मांगा फल वायुमंडल से प्राप्त कर लेते हैं और कभी कमरे में रखे कलश को घुमा देते हैं तो कभी बेदी के चावल को हवा में उड़ा देते हैं कभी मुंह में से खून निकाल देते हैं तो कभी अनायास पृथ्वी पर सिर मारना शुरू कर देते हैं जिसकी वजह से सामने देखने वाली महिलाएं भयभीत हो जाती हैं और उनके अनुसार अपने आप को ढाल लेती हैं
 ऐसे तांत्रिक कई बार महिलाओं को निर्वस्त्र होने का आदेश देते हैं तो कई बार स्नान करने का कई बार उल्टे सीधे काम करवाते हैं तो कई बार सेक्स करने के लिए मजबूर कर देते हैं ऐसा करते कराते उन महिलाओं का सब कुछ लूट जाता है और उन के चक्कर में आकर उनका सुहाग भी उजड़  जाता है ऐसी महिलाएं अपने बच्चों को भी मार देती हैं और अपनी जवान बेटियों को भी तांत्रिक के हवाले कर देती हैं 
अनेकों ऐसे उदाहरण सुनने और देखने को मिले हैं कि इन तांत्रिकों की वजह से घर के घर बर्बाद हो गए हैं परिवार के सभी लोग मर गए ऐसे लोगों की प्रॉपर्टी यह तांत्रिक लोग हड़प लेते हैं या पहले ही कागज हस्ताक्षर करा कर अपने नाम करा लेते हैं
 जादू टोना टोटका के नाम पर यह व्यापार बड़े शहरों में अत्यधिक चल रहा है और श्मशान में पूजा करने के नाम पर लाखों रुपए बटोरे जा रहे हैं 
अधिकतर जादू टोना करने वाले लोग होली दिवाली अमावस्या की रात का ज्यादा फायदा उठाते हैं क्योंकि हिंदू लोगों की इन त्योहारों में आस्था होती है और वह भी भ्रम में पड़ जाते हैं
 कई हाईप्रोफाइल के तांत्रिक है जिनके बड़े-बड़े आश्रम हैं जहां पर विधायक और सांसद धोख लगा रहे हैं और अपनी कुर्सी बचाने का इलाज कराने के चक्कर में अपार धन दौलत लुटा रहे हैं सरकारी जमीनों पर भी उनकी इमारत खड़ी करा रहे हैं ऐसे तांत्रिक देश में पूज रहे हैं


कर्मकांड  
कर्मकांडी ब्राह्मण जन्म से लेकर मृत्यु तक किसी ना किसी बहाने से दान दक्षिणा का तरीका अपनाते रहते हैं और लोगों को भ्रम जाल में डालकर धन दौलत  ऐडते रहते हैं तथा पूजा- पाठ, शादी- विवाह, यगोपवित, सत्यनारायण भगवान की कथा, शुभ और अशुभ कार्य पर पूजा करवाते रहते हैं जो आम आदमी के सोच से परे है
 चाहे उन्हें मंत्र पढ़ने आते हैं या नहीं ,चाहे उन्होंने साइंस का अध्ययन किया है या नहीं ,चाहे वह आचार्य और शास्त्री है या नहीं, किसी बात से किसी को कोई लेन-देन नहीं है सिर्फ दुनिया दिखावे के लिए कर्मकांडी पंडित होना चाहिए 
चाहे वह दारू पीकर आ रहा है और प्रतिदिन दक्षिणा के पैसों से मीट मास अंडा खा रहा है लेकिन हम तो भगवान में आस्था रखते हैं इसलिए पंडित जी ने जो कहा है वही ठीक है उसी शुभ मुहूर्त में विवाह शादी करेंगे उसी शुभ मुहूर्त में मकान बनाएंगे लेकिन शुभ मुहूर्त में मकान बनने के बाद टूट जाते हैं शुभ मुहूर्त में विवाह शादी होने के बाद आजीवन कोर्ट कचहरी लगे रहते हैं 
फिर उन समस्याओं के समाधान के लिए उन्हीं पाखंडी पंडितों के चक्कर काटते रहते हैं और भगवान की तरह उनके चरणों में धोक लगाते रहते हैं कैसे लोग हैं कौन समझाएगा इनको कहां से आएगी बुद्धि 
कभी यह नौकरी लगवाने के लिए तवीज देते हैं तो कभी परिवार में शांति बनाने के लिए पूजा पाठ करते हैं कभी मियां बीवी के झगड़े निपटाने के लिए तो कभी बीमारी से मुक्ति के लिए, कभी दुश्मन की मृत्यु के लिए तो कभी  वशीकरण के लिए, कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है जिसके लिए ब्राह्मण पूजा-पाठ ना करते हो 
लेकिन इनके अपने बच्चे कामयाब नहीं होते हैं यह अधिक धन साले नहीं होते हैं इनमें मियां बीवी में झगड़े रहते हैं यह अधिकतर बीमार रहते हैं यदि इनके तंत्र मंत्र में या पूजा पाठ में शक्ति होती तो पहले यह अपना ही भला करते हैं 
लेकिन हम भूल जाते हैं और बुढ़िया पुराण व कुरीतियों पर चलते रहते हैं कभी अपने दिमाग पर जोर ही नहीं जानते सोचने समझने की कोशिश ही नहीं करते क्या सच है और क्या झूठ, क्या हमारे साथ हो रहा है ?और क्यों हो रहा है ?कौन कर रहा है? या हम ही इसके जिम्मेदार है
 ऐसे लोग अपने समय के अनुसार दूसरों को नचाते हैं उल्टे सीधे उपाय करने के लिए अनाप-शनाप सामान लगाते हैं कभी सफेद मुर्गा ,कभी सफेद बकरी के चक्कर में डाल देते हैं कभी शनि  की ग्रह तो कभी राहु की , कभी केतु खराब है ग्रह और नक्षत्र को ठीक करने के लिए कभी पहाड़ो पर पूजा कराते हैं तो कभी सैकड़ों ब्राह्मणों के माध्यम से महाकाल की पूजा कराते हैं और लोग इनके चक्कर में पागल होते रहते हैं बर्बाद हो जाते हैं और जब समझ आती है तब सब कुछ लुट चुका होता है 
इसलिए इन कर्मकांडी ब्राह्मणों  व तांत्रिकों से सावधान रहें तंत्र मंत्र के नाम पर जिंदगी बर्बाद ना करें  बदनामी से ना डरे अपराधी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही का सहारा लें और अपराधी को सजा अवश्य दिलवाए अन्यथा जैसा आपके साथ हुआ है वैसा भविष्य में भी उन लोगों के साथ होता रहेगा गलत के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए और सही का साथ देना चाहिए यही मानव धर्म है

कर्मकांडी और तांत्रिकों को अपने स्वार्थ के लिए किसी अन्य की दुनिया नहीं उजाड़नी चाहिए दूसरों को बिना नुकसान पहुंचाए भी सभी सुख सुविधाएं प्राप्त की जा सकती है यदि गलत का परिणाम दूसरों को भुगतना पड़ता है तो अछूते कर्मकांडी ब्राह्मण और तांत्रिक भी नहीं रहते हैं उनको भी उनके कार्यों का परिणाम तो भुगतना ही पड़ेगा आज नहीं तो कल कब तक सीधे साधे भोले भाले लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करते रहेंगे एक ना एक दिन तो कोई शेर के लिए सवा शेर मिल ही जाएगा और उसी दिन सभी कर्मों का लेखा जोखा व हिसाब किताब हो ही जाएगा इसलिए उस सुप्रीम पावर उस परमपिता परमात्मा से डरना चाहिए जिसने इस पृथ्वी पर दूसरों का भला करने के लिए भेजा है लेकिन भला करने की जगह हम पूरा करने में लगे हुए हैं हम उस प्रभु परमात्मा को भूल गए हैं और अपने को ही प्रभु परमात्मा मान लिया है जो कि वास्तव में गलत है हमें वही दूसरों के साथ करना चाहिए जिसको हम दूसरों से अपने साथ करवाना पसंद करते हैं जो हम दूसरों के साथ कर रहे हैं यदि वह हम पर लागू हो जाए तो क्या हम सहन कर सकते हैं यदि नहीं तो आज से ही उक्त गलत कार्यों को छोड़ देना चाहिए और किसी अन्य मार्ग को अपना लेना चाहिए इसी में हम सभी की भलाई है


डॉक्टरों को क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए 

रोगी डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप समझता है जब कोई भी व्यक्ति पीड़ित चोटिल घायल व अस्वस्थ होता है तो उपचार हेतु वह डॉक्टर के पास जाता है और उसका विश्वास होता है कि मुझे वह डॉक्टर ठीक कर देंगे लेकिन कई बार विश्वासघात हो जाता है 
वह डॉक्टर अपनी बड़ी इमारत का खर्चा निकालने हेतु इंसानियत के धर्म को भूल जाता है और हैवानियत के धर्म को अपना लेता है हॉस्पिटल की पूरी टीम षड्यंत्र के तहत उस रोगी को अस्पताल में लेटा लेते हैं और अनाप-शनाप टेस्ट कराकर भयंकर बीमारी की घोषणा कर देते हैं रोगी के सगे संबंधी डर जाते हैं और रोगी को ठीक करने की गुहार लगाने लगते हैं वह एक ही बात कहते हैं कि डॉक्टर साहब कुछ भी करो मेरे माता-पिता भाई-बहन बच्चे को बचा लो जो आप कहेंगे हम वही करेंगे ऐसी स्थिति में अस्पताल के लोग उनसे सभी कागजात हस्ताक्षर करा लेते हैं और पैसे लूट की योजना बना लेते हैं 
बीमारी बहुत बड़ी नहीं थी लेकिन अब बहुत बड़ी बन चुकी है अब आप अस्पताल से दूसरे अस्पताल भी जाना चाहो तो भी नहीं जा सकते हो वह मेडिकल ग्राउंड लेकर आपको वहां से जाने की इजाजत भी नहीं देते हैं
 यदि आपका अपना कोई विशेष यार दोस्त व रिश्तेदार है वह देखना चाहता है या कोई दवाई गोली देना चाहता है तो वह उसको भी अनुमति नहीं देते हैं 
कैसी लीला है कोई मरे या अपने भाग्य बस जिंदा रहे उससे उनको कोई फर्क नहीं पड़ता है सिर्फ उनकी दुकान चलनी चाहिए पैसा आना चाहिए चाहे कितना भी झूठ बोलना पड़े चाहे कोई भी गलत कार्य करना पड़े क्योंकि अधिकतर बड़े अस्पताल किसी ना किसी बड़े आका के होते हैं जिनकी सरकार में भागीदारी होती है या सरकार के बड़े पदों पर आसीन होते हैं क्योंकि उनके इलाज तो वहां निशुल्क होते हैं इसीलिए डॉक्टर उनके लिए अच्छे होते हैं 
वह दुनिया के साथ क्या कर रहे हैं उनसे उनका कोई लेन-देन नहीं है बल्कि पीड़ित प्रार्थी की सुनते भी नहीं है इसी वजह से अधिकतम लोग बेमौत मर जाते हैं अधिकतम  लोगों के परिवार उजड़ जाते हैं अनेकों का मानसिक संतुलन बिगड़ जाता है अनेकों लोग पागल हो जाते हैं अनेकों बहन बेटियां शोषण का शिकार हो जाती हैं अनेकों लोग आजीवन इन्हीं के लिए कमाते रहते हैं यह सफेद कोट में काले कारनामे करने वाले सर्टिफाइड हत्यारे होते हैं अपनी गलती का पता भी नहीं चलने देते और उजागर भी नहीं होने देते अस्पताल प्रबंधन कमेटी सब कुछ पैसे सब कुछ पैसे के आधार पर दबा लेती है और उच्च अधिकारियों को अपने फेवर में कर लेती है  डॉ एमपी सिंह का कहना है की डॉक्टर पहले तो इंसान है बाद में पढ़ाई करने के बाद डॉक्टर बना है इसलिए उसकी भी खट्टे मीठे जीवन के अनुभव रहे हैं इसलिए कई बार वह अपनी फितरत नहीं छोड़ पाता है और  बदले की भावना से भी किसी को भी मौत के घाट उतार देता हैं
 ऐसे डॉक्टर रोगी के इलाज की फाइल भी किसी को नहीं दिखाते हैं बल्कि रोगी को अधिक समय तक बेहोशी की अवस्था में रखते हैं ताकि वह सच्चाई को किसी को बताना सके और अन्य लोगों को रोगी से मिलने भी नहीं देते है 
यदि कोई समझदार इंसान डॉक्टर से बात करना चाहे तो डॉक्टर कहते हैं कि परिवार का एक ही सदस्य हमसे बात कर सकता है हम सभी को इसके बारे में नहीं बताएंगे रोगी के साथ में रहने वाले यदि नर्स से कुछ जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो नर्स भी धमका देती है वार्ड बॉय भी सुनकर राजी नहीं होता है उसका व्यवहार भी किसी बड़े अधिकारी से कम नहीं होता है रोगी के सभी सगे संबंधी वैसे ही बहुत दुखी होते हैं उनको हर तरफ से डांट फटकार खाली पड़ती है सच्चाई जानने पर बेज्जती सहन करनी पड़ती है
 डॉ एमपी सिंह समझ नहीं पा रहे हैं कि डॉक्टर कितने सही हैं कितने गलत है क्या वह उचित कार्य कर रहे हैं  डॉक्टरों के भाव किसी को समझ में नहीं आते हैं वह अपने दिमाग में क्या लेकर  बैठे है वह कितना कमाना चाहते है वह किस तरीके से कमाना चाहते है यह तब समझ में आता है जब लंका रुक जाती है
 कुछ डॉक्टर रोगी की मृत्यु के बाद भी दो-तीन दिन तक आईसीयू में रखते हैं और बिल बनाते रहते हैं यानी यह कहना भी गलत नहीं होगा कि यह मौत के सौदागर होते हैं 
मैं देश का चिंतनशील व्यक्ति  ऑथराइज मोटिवेशनल स्पीकर तथा सलाहकार हूं मैंने ऐसे अनेकों पीड़ित परिवारों की काउंसलिंग की है जिसके परिणाम स्वरूप राइट फैक्ट को कलमबंद कर दिया है 
लेखक के अनुसार डॉक्टर के द्वारा किए गए कार्य ठीक नहीं है क्योंकि बीमार तो डॉक्टर भी होते हैं और डॉक्टरों के सगे संबंधी भी होते हैं मौत भी सभी की आती है हिसाब किताब भी सभी को देना होता है परमात्मा की नजरों से कोई नहीं बच पाता है 
यहां पर बड़े बंगला बनाकर बड़ी गाड़ी में चलकर कोई बहुत बड़ा नहीं हो जाता है बल्कि किसी दुखिया के आंखों के आंसू पोछकर दुआएं लेने से बड़ा बनता है अच्छे-अच्छे राजा महाराजा संत महंत महापुरुष ने भी यही कहा है कि गलत तरीकों से कमाया गया धन गलत तरीके से ही निकल जाता है जिसको हम महसूस नहीं करते हैं और मन समझाने के लिए कहते रहते हैं कि यह पुराने जन्मों का लेखा-जोखा है  यह मानते तो हैं लेकिन इस जन्म को सार्थक नहीं बनाना चाहते हैं ज्ञान होते हुए भी अज्ञानी बन जाते हैं और गलत तरीके से धन अर्जित कर के बड़े होने का ड्रामा करते रहते हैं धन कमाने के लिए किसी को डराते हैं तो किसी को धमकाते हैं किसी को सताते हैं तो किसी को मौत के घाट उतार देते हैं  जबकि यह लेखक के अनुसार बिल्कुल गलत है


विधायक को क्या-क्या करना चाहिए 
1. वित्तीय नियंत्रण करना चाहिए
 2. सरकारी नीतियों को लागू करना चाहिए 
3. विकास योजनाओं का अध्ययन करना चाहिए 
4. विकास से संबंधित योजनाओं की पब्लिक में चर्चा करनी चाहिए 
5. जनहित में कानून बनाने चाहिए और उनका समर्थन करना चाहिए
 6. समस्याओं से निजात दिलाने चाहिए
 7. टेलीफोन बिजली पानी आदि के बिल समय पर भरने चाहिए 
 8. सड़कों की मरम्मत समयानुसार करनी चाहिए
 9. शिक्षा हेतु अच्छे भवनों का निर्माण सही तरीके से करना चाहिए
 10. शिक्षा को बढ़ावा देना चाहिए 
11. आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकारी स्कीम अधिक से अधिक लानी चाहिए 
12. जरूरत के अनुसार पुलों का निर्माण करना चाहिए
 13. यात्रियों व सड़क किनारे रहने वाले लोगों के लिए रेन बसेराओं की उचित व्यवस्था करनी चाहिए 
14. वृद्ध और विकलांगों के लिए रोटी कपड़ा और मकान की व्यवस्था करनी चाहिए 
15. सांस्कृतिक व खेल गतिविधियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए 
16. सामूहिक भूमि का सौंदर्यकरण करना चाहिए 
17. अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने चाहिए
 18. गांव में सीमेंट कंक्रीट की सड़क बनाने चाहिए
 19. भूमिगत जल को प्रदूषित होने से बचाना चाहिए
 20. बालवाड़ी और आंगनबाड़ियों का विकास करना चाहिए
 21. शवदाह गृह और कब्रिस्तान का जनसंख्या के आधार पर निर्माण करना चाहिए
 22. स्वास्थ्य भवन जरूरत के अनुसार बनाए जाने चाहिए
 23. नालियों में तालाबों का निर्माण करना चाहिए
 24. नागरिक सुविधाओं की व्यवस्था करनी चाहिए 
 25. स्ट्रीट लाइट ठीक होनी चाहिए तथा अंधेरे से मुक्ति दिलाने में अपनी अहम भूमिका निभानी चाहिए 
26. पशु चिकित्सा सहायता केंद्र खोलने चाहिए
 27. बाढ़ नियंत्रण हेतु बांध बनाने चाहिए
 28. आपदा से बचाव हेतु पूर्व की तैयारी कर लेनी चाहिए
 29. पीने का पानी सभी को निशुल्क मुहैया करवाना चाहिए
 30. पुस्तकालय और वाचनालय की व्यवस्था करनी चाहिए
 31. चलता फिरता औषधालय चलाना चाहिए  
 32. गौशालाओं की उचित देखरेख करवानी चाहिए
 33. धर्मशाला  व्यायामशाला तथा यज्ञशाला का निर्माण करना चाहिए 
34. सामुदायिक गोबर गैस संयंत्र की स्थापना करनी चाहिए
 35. कृत्रिम गर्भाधान केंद्र उचित मात्रा मैं बनाने चाहिए चाहिए
 36. रोगियों को लाने ले जाने के लिए 24 घंटे एंबुलेंस सुविधा निशुल्क करनी चाहिए 
37. गरीब विद्यार्थियों के लिए छात्रावास निशुल्क करना चाहिए
38.अपने अधीन विभागों की देखरेख गौर से करनी चाहिए कान नाक खोलकर रखने चाहिए

विधायक को क्या-क्या नहीं करना चाहि
1. विधायक को कान का कच्चा नहीं होना चाहिए
 2. पब्लिक के साथ भेदभाव नहीं बरतना चाहिए
 3. पब्लिक को यह एहसास नहीं कराना चाहिए कि तुमने वोट उसको दी थी
 4. गरीब पीड़ित असहाय की बेबसी व मजबूरी का फायदा नहीं उठाना चाहिए
 5. सत्ता के नशे में चूर नहीं होना चाहिए 
6. अश्लील और असभ्य नहीं होना चाहिए
 7. बहन बेटियों के मान सम्मान को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए
 8. सरकारी तंत्र का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए
 9. अपनी पावर का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए
 10. रंजिश में झूठे केस नहीं बनवाने चाहिए 
11. अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को बढ़ावा नहीं देना चाहिए
 12. शराबी कबाबी चरसिया अफीमी तथा मादक पदार्थों का सेवन करने वालों को बढ़ावा नहीं देना चाहिए
 13. पुलिस पर दबाव बनाकर निर्दोष को नहीं फसाना चाहिए
 14. सरकारी जमीनों पर कब्जा नहीं करना चाहिए
 15. बिजली पानी और टेलीफोन का बिल नहीं रुकना चाहिए
 16. अनायास सरकारी कर्मचारी और अधिकारियों को नहीं डांटना चाहिए
 17. रिश्वत लेकर काम नहीं करना चाहिए 
18. रिश्वतखोर को शरण नहीं देनी चाहिए
 19. चापलूसी से दूर रहना चाहिए
 20.विकास के काम में बाधा डालने वालों को माफ नहीं करना चाहिए
 21. ठेकेदारी प्रथा को बढ़ावा नहीं देना चाहिए 
22. जल दोहन भूमि दोहन नहीं करना चाहिए
 23. शिक्षा माफिया स्वास्थ्य माफिया खनन माफिया जल माफिया नहीं बनना चाहिए
 24. अहंकारी रावण नहीं बनना चाहिए
 25. मिलावटखोरों को माफ नहीं करना चाहिए 



निगम पार्षद के क्या कार्य होते हैं और वह करता क्या है 

वार्ड के चुने प्रतिनिधि को निगम पार्षद कहते हैं कल्याणकारी कार्यों जैसे स्वच्छता, स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क और पानी आदि के लिए वार्ड का प्रतिनिधि चुना जाता है ताकि आम जनमानस स्वस्थ रहे शिक्षित बने और पीने का पानी मुफ्त में प्रदान कराता रहे लेकिन आजकल इसमें विषमताएं आ गई हैं
 क्या कभी आपने सोचा है कि निगम पार्षद बनने से पहले टूटे स्कूटर पर चलता था कॉलोनी में छोटे से मकान में रहता था लेकिन अब टूटे खटारा स्कूटर से लग्जरी गाड़ी में आ जाता है और कालोनी के छोटे मकान से सेक्टर में बहु मंजिला इमारत बनाकर रहना शुरू कर देता है
 ऐसी क्या कमाई है जिसकी वजह से बड़े स्कूलों में वह अपने बच्चों को पढ़ाना शुरू कर देता है और अपने बच्चों की आलीशान शादी कर रहा है 

ऐसा क्यों होता है जाने 
मासिक भत्ता पार्षद को मिलता है मीटिंग में आने जाने का भत्ता उनको मिलता है लेकिन उससे गुजर-बसर नहीं होती है उसके अलावा विकास कार्यों को कराने के लिए संपत्ति कर लिया जाता है
 1. होटल और मनोरंजन पर टैक्स लगाया जाता है 
बनते मकानों को तुडवाया जाता है
 2. यदि 30 सफाई कर्मचारियों को सफाई के लिए चुना जाता है लेकिन उनमें से 20 काम पर होते हैं 10 का वेतन अपनी जेब में जाता है
 3. बिल पास कराने के नाम पर पैसे लिए जाते हैं 
4. जनसेवा और समाज सेवा को लूट का साधन बनाया जाता है
 5. पुलिस और अधिकारियों सेलाइज नहीं की जाती है और टेलीफोन करके राशि निर्धारित कर ली जाती है
 6. कागजात अटेस्ट करने के नाम पर भी हजार ₹500 ले लिए जाते हैं
 7. परिवार पहचान पत्र के नाम पर आधार कार्ड के नाम पर राशन कार्ड के नाम पर व अन्य जरूरी कागजातों के नाम पर लोगों को गुमराह करके प्रतिदिन हजारों रुपए कमाए जाते हैं 
8. निगम के कर्मचारियों अधिकारियों ठेकेदारों सेवादारों आदि से हिस्सेदारी निर्धारित की जाती है
 9. ठेका दिलवाने के नाम पर पैसे लिए जाते हैं
 10. काम आवंटन के नाम पर पैसे लिए जाते हैं 
11. सड़क की चौड़ाई लंबाई कम अधिक करने के नाम पर पैसे वसूले जाते हैं
 12. नाली की गहराई ऊंचाई कम अधिक करने के नाम पर पैसे वसूले जाते हैं 
13. सीमेंट बजरी का अनुपात कम अधिक करने के नाम पर पैसे वसूले जाते हैं 
14. मकान के नक्शे बनाने के नाम पर पैसे वसूले जाते हैं
 15. आवासीय मकान में दुकान बनाने के नाम पर पैसे वसूले जाते हैं 
16. उसे किराए पर देने के नाम पर पैसे वसूले जाते हैं 
17. निर्माण कार्य शुरू करने के नाम पर यदि पार्षद के पास पैसे नहीं पहुंचे तो वह इमारत बनने में अड़ंगा डाल देगा
 18. सरकारी निगम की जमीन पर वे स्वयं कब्जा कर लेते हैं और अपने लोगों को भी कब्जा करा देते हैं 
19. लाइब्रेरी की रद्दी तक बेचकर खा जाते हैं
 20. आवारा कुत्तों की नसबंदी के नाम पर लाखों डकार जाते हैं 
21. पुरानी सड़क और पुलिया की मरम्मत के नाम पर लाखों हजम कर जाते हैं
 22. दशहरा मेला गणतंत्र दिवस स्वतंत्रता दिवस पर बैठने वाले लड्डू के नाम पर भारी रकम खा जाते हैं 
23. नवरात्र रामलीला दरगाह उर्स के नाम पर हजारों डकार जाते हैं
 24. शहर में लगने वाले होर्डिंग के नाम पर भारी भरकम रिश्वत ले लेते हैं ब सस्ते बनवाकर 10 गुना बिल बनवा कर पास करा लेते हैं फिर लगवाने वालों से पैसे भी नहीं छोड़ते हैं
 25. सड़क किनारे गुजर-बसर करने वाले रेहड़ी पटरी वालों को भी नहीं छोड़ा जाता है
 26. स्ट्रीट लाइट के ठेकेदार को प्रति माह निर्धारित राशि देनी होती है

 मुझे लगता है कि उक्त बातों से आपको समझ में आ गया होगा लेकिन वोट डालते समय उक्त बातों का ध्यान अवश्य रखें
 
जो कार्य पार्षद के होते हैं वह उन कार्यों को न करके जेब भरने में लग जाते हैं जिसकी वजह से गली मोहल्ले का विकास नहीं हो पाता है जबकि निगम पार्षद के कार्य निम्नलिखित हैं 
1. अपने वार्ड की साफ सफाई करवानी चाहिए
 2. सड़कों की मरम्मत करानी चाहिए
 3. सरकार द्वारा वार्ड विकास के लिए जो धनराशि दी जाती है उसको ईमानदारी से लगाना चाहिए
 4. नालियों की नियमित सफाई करानी चाहिए 
5. सार्वजनिक स्थानों पर बिजली की व्यवस्था कर आनी चाहिए 
6. पेयजल व्यवस्था करानी चाहिए
 7. वार्ड की जन वितरण प्रणाली को दुरुस्त करना चाहिए और उसकी निगरानी करनी चाहिए
 8. गरीब लोगों का हिस्सा अमीर लोग खा रहे हैं
 उस पर प्रतिबंध लगाना चाहिए
 9. जन्म और मृत्यु के रिकॉर्ड के नाम पर होने वाले भ्रष्टाचार को खत्म करना चाहिए और ठीक ढंग से रख रखाव करना चाहिए
 10. कब्रिस्तान श्मशान घाट आदि का रखरखाव ठीक प्रकार से करना चाहिए
 11. स्ट्रीट लाइट ठीक होनी चाहिए 
12. कचरा उठाने की व्यवस्था ठीक होनी चाहिए
 13. प्राथमिक शिक्षा को सुचारू रूप से चलाना चाहिए
 14. बिजली की आपूर्ति ठीक करानी चाहिए
 15. वाटर बर्ड्स का रखरखाव बिजली आपूर्ति और सड़कों का रखरखाव अनिवार्य कार्य में आता है इसलिए इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए
 16. सार्वजनिक घरों  व बारात घर तथा सामुदायिक केंद्रों का निर्माण कराना चाहिए
 17. आग से सुरक्षा के साधन सुनिश्चित करने चाहिए
 18. बीमारियों से बचाव के लिए टीके लगवाने चाहिए
 19. बच्चों की पढ़ाई के लिए लाइब्रेरी का प्रबंध करना चाहिए 
20. सार्वजनिक पार्कों सौंदर्य करण करना चाहिए
 21. संग्रहालय का निर्माण करना चाहिए
22. शहर में साफ सफाई का काम करने वाले अधिकतम लोग झुग्गी झोपड़ी में रहते हैं गंदगी में जीवन यापन करते हैं इसलिए वहां पर साफ सफाई की व्यवस्था स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था ठीक करानी चाहिए तथा उनके बच्चों के पढ़ने के लिए प्राथमिक पाठशाला खुलवानी चाहिए वहां से कचरा नियमित संग्रह करवाना चाहिए गरीबों को मिलने वाली अधिकतम सरकारी सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए तथा दीवानी विवादों में नहीं उलझना चाहिए 
23. अपने साथ दलाल नहीं रखने चाहिए और दलाली नहीं करनी चाहिए
 24. गुंडे बदमाशों को बढ़ावा नहीं देना चाहिए 
25. नशा पर रोक लगाने के लिए योजना बनानी चाहिए 
26. जल निकासी की उचित व्यवस्था करनी चाहिए ताकि बरसात का पानी ना रुक सके
27. अवैध निर्माण पर रोक लगाने चाहिए  
28. अवैध रूप से तस्करी करने वालों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाना चाहिए


नगर निगम के कार्य 
1. नगर निगम कमिश्नर को 5 लाख  तक के कार्यों की स्वीकृति का वित्तीय अधिकार है इससे अधिक राशि के प्रस्तावों के लिए महापौर से अनुमति लेनी पड़ती है
2.  3 लाख से अधिक आबादी वाले नगर निगम में महापौर परिषद 15 लाख रुपए तक की लागत के कार्यों के लिए मंजूरी दे सकते हैं 
3. तीन लाख से कम आबादी वाले क्षेत्र में 10 लाख  तक की राशि कार्यों के लिए मंजूरी दे सकते हैं 
4. महामारी और आपदा की स्थिति में तत्काल निर्देश जारी किए जाते हैं  
 5. वार्ड की साफ-सफाई करवाना
 6. सड़कों पर स्ट्रीट लाइट लगवाना
 7. पानी सप्लाई की व्यवस्था करवाना
 8. बिल्डिंग बनाने की अनुमति देना
 9. खतरनाक इमारतों को ध्वस्त कर आना
 10. सड़कों का नामकरण करना
 11. मकानों के नक्शे पास करना
 12. शहर का सौंदर्य करण करना
 13. बगीचों का रखरखाव करना
 14. सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था करवाना
 15. जल निकासी की व्यवस्था करवाना
 16. बाजार के लिए स्थान निर्धारित करना
 17. कचरा उठाना व उसका प्रबंधन करना
 18. अस्पतालों की देखरेख करना
 19. प्राथमिक स्कूल खुलवाना
 20.स्कूलों में मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था करना
 21. एंबुलेंस सेवा सुचारू रूप से चलवाना 
22. अग्निशमन केंद्र स्थापित करना तथा आग पर काबू पाने वाले यंत्रों की विशेष व्यवस्था करना 
23. शहर में बाजारों का नामकरण करना
 24. यातायात चिन्ह की व्यवस्था करना
 25. ओवरब्रिज बनवाना 
26. ठोस अपशिष्ट की व्यवस्था करना
 27. जन्म और मृत्यु का विवरण रखना
 28. क्षेत्र में विकास कार्य करवाना

पीडब्ल्यूडी के कार्य 
पीडब्ल्यूडी को पब्लिक वर्क डेवलपमेंट अर्थात लोक निर्माण विभाग कहते हैं यह राज्य सरकार के अंतर्गत काम करता है इसका ऑफिस हर राज्य में जिले में होता है विकास के अधिकतर कार्य इस विभाग के अंतर्गत आते हैं 
सभी सार्वजनिक क्षेत्रों के विकास हेतु निर्माण का कार्य और सुधार का कार्य इसी विभाग के अंतर्गत आता है
  1. पुल बनवाना  
   2. अस्पताल बनवाना
       3. फ्लाईओवर बनवाना
 4. सरकारी दफ्तर तथा सरकारी निवास बनवाना
 5. पाइप लाइन बिछाना
 6. क्षतिग्रस्त पाइप लाइनों को बदलवाना 
 7. सड़कों की मरम्मत करवाना
 8. सरकारी पुरानी इमारतों की मरम्मत करवाना 
9. मेट्रो लाइन का निर्माण करना 
10. सरकारी पार्क का निर्माण करना



सुशासन से क्या समझते हैं और इसके क्या नियम है 

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिन के उपलक्ष में 25 दिसंबर को सुशासन दिवस मनाया जाता है
 किसी सामाजिक राजनीतिक इकाई को इस प्रकार चलाना कि वह वांछित परिणाम दे सुशासन कहलाता है इसके अंदर अच्छा बजट, सही प्रबंधन, कानून व शासन की सही व्यवस्था होती है
 1. इसमें कर्मचारियों और अधिकारियों की जवाबदेही निश्चित होती है
 2. सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को पारदर्शिता पर काम करना चाहिए लेकिन ऐसा होता नहीं है
 3. सभी को न्याय संगत कार्य करना चाहिए 
4. अपने उत्तरदायित्व को बखूबी से निभाना चाहिए
 5. कानून का अनुसरण करना चाहिए 
6. आम लोगों की सहभागिता लेनी चाहिए
 7. भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए स्वशासन व्यवस्था लाई गई है 
8. इसके अंतर्गत कमजोर लोगों की आवाज सुनी जाती है
 9. गैर सरकारी संस्थान व संगठन के सदस्य जनप्रतिनिधियों के माध्यम से अपनी बात कह सकते हैं
 10. संप्रदाय के हितों की रक्षा के लिए कार्य किया जाता है
 11. समतामूलक समाज का निर्माण करने में सहायक होती है 
12. लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाने में सहायक होती है
 13. अधिकतम उत्पादन प्रक्रिया में सहायक होती है 14. आवश्यक सूचना  जनता के पास पहुंचाई जाती है
 15. पारदर्शिता के तहत मीडिया पर किसी भी प्रकार का नियंत्रण नहीं रखा जाता है 
16. संस्थानों द्वारा निर्धारित समय में सभी हित धारकों को सेवाएं प्रदान की जाती हैं 
17. सभी सरकारी सेवाओं को नागरिकों के लिए सुविधाजनक बनाया जाता है 
18. विश्वसनीयता निश्चित की जाती है 
19. नागरिकों को आपातकालीन सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं 
20. जीवन स्तर में बदलाव के लिए आकांक्षी जिला कार्यालय शुरू किया जाता है जिसके तहत स्वास्थ्य एवं पोषण शिक्षा कृषि जल प्रबंधन वित्तीय समावेशन और कौशल विकास होता है 
21. इसके द्वारा सकारात्मक परिवर्तन लाए जाते हैं 
22. राजनीति और अपराधीकरण की वजह से सुशासन प्रक्रिया प्रदूषित हो रही है 
23. जिससे सार्वजनिक नीति निर्माण एवं शासन प्रशासन पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है 
24. इससे जघन्य अपराध हो रहे हैं और भ्रष्टाचार पनप रहा है 
25. शासन की गुणवत्ता में सुधार लाने में भ्रष्टाचार एवं बड़ी समस्या है 
26. मानव लालच ही भ्रष्टाचार का चालक है 
27. नागरिक को समय पर न्याय न मिलने की वजह से अपराध और भ्रष्टाचार बढ़ रहे हैं इसीलिए सीनियर अधिकारियों को तुरंत समस्या का समाधान करने हेतु प्रार्थी को सुनना चाहिए उसे समय देना चाहिए
 28. शासन में सत्यनिष्ठा लानी चाहिए और ईमानदारी के साथ अपने कार्य को निर्धारित समय में बिना लोभ लालच के कर देना चाहिए
 29. नैतिकता को अपनाकर बहन बेटियों का सम्मान करते हुए अपनी बोली भाषा व व्यवहार को ठीक रखना चाहिए 
30. अनैतिक अश्लील और असभ्यता के शब्द नहीं बोलने चाहिए  
31. काम में देरी नहीं करनी चाहिए
 32. बार-बार चक्कर नहीं कटवाने चाहिए 
33. एक ही बार में जरूरत कागजातों की जानकारी दे देनी चाहिए 
34. आचार संहिता का सख्ती से पालन करना चाहिए
 35. धोखाधड़ी किसी के साथ नहीं करनी चाहिए
 36. सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों का सीमांकन करना चाहिए
 37. स्थानीय मामलों का प्रबंधन करना चाहिए
 38. इसमें नेता को स्वहित छोड़कर कार्य करना चाहिए 
आज का नेता पहले अपना हित फिर अपनों का हित फिर अपने पड़ोसियों का हित फिर कहीं गुंजाइश हुई तो जनता के हित की सोचता है 
39. इसी को खत्म करने के लिए गुड गवर्नेंस यानी सुशासन व्यवस्था की गई है 
40. इसमें सभी जाति धर्म के लोगों को समान समझा गया अच्छा शासन हम सभी की इच्छा और अभिलाषा होती है लेकिन हम नहीं अपनाते हैं और औरों को अपनाने के लिए कहते रहते हैं 
41. अपना काम दलालों के माध्यम से निकलवाते रहते हैं और पुलिस की मुखबिरी भी करते रहते हैं 



प्रधानमंत्री के क्या कार्य है 
1. देश की रक्षा सुरक्षा शासन व्यवस्था नीतिगत फैसले सभी प्रधानमंत्री के हाथ में होते हैं 
2. वह आर्थिक और सामाजिक नीतियों का निर्धारण करता है
 3. वह विदेश नीति और राष्ट्र नीति का निर्धारण करता है
 वह राजनीतिक दल का नेता होता है 
4. वह मंत्रिपरिषद के कार्य निर्णय और नीति निर्धारण में दखलअंदाजी कर सकता है
 5. वह भारत रत्न पदम विभूषण पदम श्री आदि उपाधियां और सम्मान के लिए राष्ट्रपति को अनुशंसा कर सकता है
 6. वह लोकसभा के बजट पर पूर्ण प्रतिबंध लगा सकता है
 7. प्रशासन में उच्च सर्वोच्च पदाधिकारियों की नियुक्ति प्रधानमंत्री की सलाह से ही होती हैं जैसे राज्यपाल राजदूत लोकपाल आदि
 8. वह मंत्री परिषद की बैठक की अध्यक्षता करता है
 9. वह अपनी मर्जी के अनुसार अपने निर्णय को बदल सकता है 
10. वह मंत्रियों के त्यागपत्र मांग सकता है 
11. त्यागपत्र ना देने की स्थिति में बर्खास्त करने की सलाह राष्ट्रपति को दे सकता है
 12. वह सभी मंत्रियों की गतिविधियों को नियंत्रित व निर्देशित करता है 
13. वह अपनी मर्जी के अनुसार विभागों का बंटवारा करता है 
14. वह आवश्यकतानुसार मंत्रियों के विभागों में परिवर्तन कर सकता है
 15. वह राष्ट्रपति का प्रधान सलाहकार होता है 
16. वह तीनों सेनाओं के सेनापति विभिन्न आयोगों के अध्यक्ष चुनने के लिए राष्ट्रपति को सलाह दे सकता है
 17. वह सभी मंत्रालयों के कार्यों का निर्देशन प्रबंधन और आयोजन कर सकता है 
18. वह संसदीय सत्र बुला सकता है और स्थगित करने की राष्ट्रपति को सलाह दे सकता है 
19. वह किसी भी समय किसी भी लोकसभा को भंग करने की सिफारिश राष्ट्रपति से कर सकता है 
20.वह नीति आयोग व तमाम परिषद जैसे राष्ट्रीय एकता परिषद अंतर राज्य परिषद राष्ट्रीय जल संसाधन परिषद आदि का अध्यक्ष होता है
 21. वह केंद्र सरकार का प्रमुख वक्ता होता है 
22. वह युद्ध और शांति की घोषणा कर सकता है
 23. वह विदेशों के साथ आर्थिक सामाजिक राजनीतिक और व्यावसायिक गतिविधियों पर हस्ताक्षर कर सकता है 
24. वह अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भारत का प्रतिनिधित्व करता है
 25. वह ताश के पत्तों की तरह अपने मंत्रियों का उलटफेर कर सकता है 
 26. सरकार की योजनाओं का फायदा जनता तक पहुंचाना चाहिए 
27. अधिकतर सरकारी योजनाएं कागजों में सिमट कर रह जाती हैं उनका पूर्ण रूप से क्रियान्वयन करना चाहिए
 28. हर व्यक्ति को निशुल्क जल मिलना चाहिए
 29. जनसमस्याओं के प्रति सजग होना चाहिए
 30. जन समस्याओं के निराकरण के लिए ईमानदारी से कार्य करना चाहिए
 31. ऐसा व्यवहार करना चाहिए जिससे देश का मान सम्मान बढ़ सके
 32. भ्रष्टाचार खत्म करना चाहिए
 33. अफसरशाही खत्म करनी चाहिए
 34. बुनियादी सुविधाएं मुहैया करानी चाहिए
 35. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का प्रावधान करना चाहिए
 36. स्वास्थ्य सेवाएं निशुल्क करनी चाहिए
 37. सरकार और जनता के बीच की खाई को खत्म करना चाहिए 
38. गरीबों के जीवन में सुधार लाने के लिए भरसक प्रयत्न करना चाहिए
 39. जल जंगल और जीवन को बचाने की योजनाएं लागू करनी चाहिए 
40. पढ़ाई लिखाई से किसी भी व्यक्ति को वंचित नहीं रहने देना चाहिए 
41. आईआईएम आईआईटी और डॉक्टरी पढ़ाई के  संस्थान खोलने चाहिए
 42. युवाओं को सही रास्ते पर लाने के लिए योजना बनानी चाहिए 
43. नशा मुक्त भारत करना चाहिए 
44. युवाओं को रोजगार मुहैया कराना चाहिए
45.  ऐसा कार्य करना चाहिए कि अपने देश का पढ़ा-लिखा युवा वर्ग विदेशों में नौकरी करने के लिए ना जाए



रसोई घर में होने वाली दुर्घटनाओं से कैसे बचा जाए

1.  दुर्घटना से हमेशा सतर्क रहें 
2. तेल का इस्तेमाल कम से कम करें 
3. रसोई घर को साफ सुथरा रखें 
4. अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें 
5. तेज नोक व तेजधार वाली वस्तुओं से दूरी बनाकर रखें
 6. आग लगने के खतरे पर विशेष निगरानी रखें
 7.  गर्म पेन व कड़ाई उतारने के लिए हॉट बेड का प्रयोग करें 
8. रसोई घर में किसी भी उपकरण का प्रयोग करने से पहले मैनुअल को अच्छी तरह से पढ़ ले
9. कांच के बर्तन टूटने की स्थिति में फर्श को साफ करें ताकि कांच के अवशेष ना रह पाए
 10.गरम खाने की भाप से दूर रहें 
11. गर्म बर्तन के ढक्कन को खोलते समय चेहरे को दूर रखें
 12. गंदगी साफ करने के लिए रसोई में डस्टर रखें 
13. सफाई के लिए गीला और सूखा कपड़ा रखें
 14. लहसुन प्याज आदि के छिलकों के लिए डस्टबिन रखें
 15. रसोई में खाना बनाते समय बार बार हाथ धोने पड़ते हैं इसलिए हाथों को साफ करने के लिए तोलिया अलग से रखें 
16. बच्चों को स्टोव व गर्म चूल्हा से दूर रखें 
17. सिलेंडर को कैबिनेट में रखें 
18. रसोई घर में कोई भी ज्वलनशील पदार्थ ना रखें
 19. बच्चों को डस्टबिन से दूर रखें 
20. किचन को धुआं मुक्त रखें 
21. रसोई में काम करते समय नादान बच्चों को रसोई घर में ना आने दे 
22. नादान बच्चों से गर्म चीज को बच्चों से दूर रखें
 23. खाना पकाते समय लंबी व खुली आस्तीन वाली पोशाक ना पहने
 24. सिंथेटिक कपड़े पहन कर रसोई घर में काम ना करें
 25. जल्दबाजी व अफरा-तफरी में काम ना करें
 26. सब्जियों को तेजी से ना काटे 
27. जल्दबाजी में गैस स्टॉप से गर्म बर्तन नंगे हाथों से उतारने की कोशिश ना करें 
28. फूड प्रोसेसर को पानी के नीचे ना धोएं क्योंकि इससे शॉर्ट सर्किट हो सकता है
 29. चिकनाहट वाला द्रव फर्श पर ना फैलाएं जिससे कोई भी व्यक्ति फिसल सकता है और गंभीर चोट आ सकती हैं
 30. रसोई में काम करते समय बातें ना करें
 31. खाते पीते समय खाना ना पकाएं 
32. गर्म तरल पदार्थ को उतारते समय विशेष सावधानी रखें
 33. चूल्हे के आस-पस प्रज्ज्वलन सील पदार्थ ना रखें
 34. रसोई घर में बीड़ी सिगरेट ना पिए
 35. रसोई घर में अश्लीलता और असभ्यता ना करें
 36. गैस पर दूध गर्म करते समय बाहर ना जाए 
37. जलती गैस छोड़कर गली मोहल्ले में बात करने ना निकले 
38.  डस्टबिन में गीला कूड़ा ना डालें
 39.  किचन में ज्यादा समय ना लगाएं

 रसोई घर में दुर्घटना के मुख्य कारण 
1. व्याकुलता 
2. जल्दबाजी 
3. नियमों की पालना ना करना 
4. लापरवाही

यदि रसोई घर में कोई जल जाता है तो तुरंत उस पर ठंडा पानी डालें पानी जब तक डालते रहे जब तक कि दर्द कम ना हो जाए मरहम ना लगाएं पट्टी ना करें

 यदि सब्जी काटते समय चाकू से उंगली कट गई है और खून बाहर निकल रहा है तो खून को रोकने के लिए उस भाग पर दबाव डालें फिर घाव को साफ करें फिर जीवन रोधी पट्टी करें
 यदि कट गहरा है और कोई नस कट गई है तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएं 



सड़क दुर्घटना के कारण क्या है
 1. शराब पीकर गाड़ी चलाना
 2. वाहन पर स्टंट दिखाना
 3. वाहनों की होड़ लगाना
 4. सड़क पर लगे चिन्ह और प्रतीकों का ज्ञान ना होना
 5. क्षमता से अधिक सामान वाहन पर लादना
 6. तकनीकी समस्या
 7. लापरवाही से ड्राइविंग करना
 8. विचलित ड्राइविंग करना
 9. सड़क संकेतन की कमी का होना
 10. वाहनों की यांत्रिक विफलता
 11. ब्रेक ना लगना 
12. टायर का फट जाना
 13. खराब मौसम की वजह
 14. कम दिखाई देना
 15. बहन का रखरखाव ठीक से ना करना 
16. अचानक नींद का जाना
 17. कूलएंड खत्म हो जाना 
18. ब्रेक फेल हो जाना 
19. तेज रफ्तार से गाड़ी चलाना
 20. ड्राइवर का व्यवहार ठीक ना होना 
21. पुलिस के कारण 
22. लचीली कानून व्यवस्था 
 23. खराब सड़क
 24. ड्राइवर की तनखा कम होना 
25. सड़क पर रोशनी का ना होना 
26. आवारा पशुओं का सड़क पर घूमना 
27. बच्चों का सड़क पर खेलना 
28. सड़क किनारे असभ्य और अश्लील फोटोग्राफ का होना
29. हरी बत्ती के दौरान भिखारियों का अचानक आ जाना

 सड़क दुर्घटना की स्थिति में क्या करना चाहिए
 1. घायल के आसपास की भीड़ को हटा देना चाहिए
 2. रोगी के अंदर के डर को निकालना चाहिए
 3. उसकी हौसला अफजाई करनी चाहिए
 4. अतिशीघ्र एंबुलेंस को फोन कर देना चाहिए 
5. प्राथमिक चिकित्सा देनी चाहिए यदि सांस आ रहा है तो रिकवरी पोजीशन में डाल देना चाहिए और सांस नहीं आ रहा है तो अति शीघ्र सीपीआर देना चाहिए शरीर से बाहर निकलने वाले खून को रोकना चाहिए कान नाक मुंह से निकलने वाले खून को नहीं रुकना चाहिए
 6. दुर्घटना की सूचना पुलिस को देनी चाहिए
 7. दुर्घटना स्थल की फोटोग्राफी करनी चाहिए 
जिन वाहनों की टक्कर हुई है उसकी फोटोग्राफी करनी चाहिए
 8. वहां उपस्थित लोगों की लड़ाई झगड़े की फोटोग्राफी करनी चाहिए और वीडियो बनानी चाहिए 
9. घायल को अति शीघ्र नजदीकी अस्पताल पहुंचा देना चाहिए

 क्या नहीं करना चाहिए 
1. रोगी को डराना धमकाना नहीं चाहिए 
2. किसी की बेबसी और लाचारी का फायदा नहीं उठाना चाहिए
 3. रोगी से अनावश्यक बात नहीं करनी चाहिए
 4. रोगी का समय बर्बाद नहीं करना चाहिए 
5. रोगी के अनावश्यक कपड़ों को नहीं उतारना चाहिए
 6. बेहोशी की स्थिति में उसके जेवरात और पर्स नहीं लेनी चाहिए 
7. नवज व हृदय गति देखकर मृत्यु की घोषणा नहीं करनी चाहिए 
8. सड़क अवरुद्ध नहीं करनी चाहिए
 9. पीड़ित के साथियों को सड़क पर धरना प्रदर्शन नहीं करना चाहिए
 10. सरकारी वाहनों को नहीं तोड़ना चाहिए
 11. जिसके द्वारा जाने अनजाने में दुर्घटना हुई है उसको जान से नहीं मारना चाहिए
 12. कानून को अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए


दुर्घटना से बचने के लिए क्या करना चाहिए
 1. यातायात के नियमों की पालना करनी चाहिए 
2. गाड़ी चलाने से पहले प्रशिक्षण ले लेना चाहिए 
3. गाड़ी संबंधित सभी कागजात अपने पास रखने चाहिए 
4. तेज रफ्तार से गाड़ी नहीं चलानी चाहिए
 5. दुपहिया वाहन पर हेलमेट अवश्य लगाना चाहिए
 6. फोर व्हीलर गाड़ी में सीट बेल्ट लगानी चाहिए 
7. दोपहिया वाहन को भार वाहक वाहन नहीं बनाना चाहिए 
8. नशा की स्थिति में गाड़ी नहीं चलानी चाहिए 
9. अस्वस्थ अवस्था में गाड़ी नहीं चलानी चाहिए
 10.सड़क की स्थिति के अनुसार गाड़ी की चाल रखनी चाहिए 
11. वाहन की समय-समय पर जांच कराते रहना चाहिए
 12. बारिश और ओलावृष्टि में संभल कर वाहन चलाना चाहिए 
13. रात में वाहन चलाते समय सतर्क रहना चाहिए
 14. दुर्घटना और जोखिम को कम करने के लिए वाहन चालकों को जागरूक करते रहना चाहिए
15. कोहरा और धुंध में लेन ड्राइविंग करनी चाहिए तथा वाहन पर रिफ्लेक्टर लगाकर चलना चाहिए 
16. ट्रैक्टर ट्रॉली में सामान बाहर नहीं निकलना चाहिए
 17. ऑटो चालकों को अन्य चालकों का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए अचानक ब्रेक लगा देना, अचानक मोड़ लेना, किसी दिशा में मुड़ जाना 

यातायात पुलिस को क्या-क्या करना चाहिए 
1. नियमित तौर पर वाहनों की जांच करनी चाहिए 
2. सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाना चाहिए
 3. सड़क पर चलने वालों की विशेष निगरानी रखनी चाहिए
 4. यातायात को नियंत्रित करना चाहिए
 5. अपराध पर रोक लगाने  चाहिए
 6. कानून व्यवस्था बनाए रखनी चाहिए
 7. तीज त्यौहार व सार्वजनिक समारोह में लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखना चाहिए
 8. चोरी की वारदातों को रोकना चाहिए 
9. दुर्घटना के आंकड़ों में कमी लानी चाहिए
 10. मारपीट के झगड़ों में कमी लानी चाहिए 
11. अपराधियों के फोटो के साथ रिकॉर्ड रखना चाहिए 12. घटनाक्रम के बारे में पूरी पूछताछ करनी चाहिए 
13. वाहनों पर लगी काली फिल्म को हटाना चाहिए और नियमानुसार चालन करना चाहिए 
14. अनाधिकृत सायरन लगाने वाले वे बजाने वालों के चालान करने चाहिए 
15. बिना कागजात के वाहन को इंपाउंड कर लेना चाहिए



औद्योगिक दुर्घटना
 लगातार बढ़ते मशीनीकरण, विद्युतीकरण, रसायन ने खतरे पैदा कर दिए हैं जिससे उद्योग मैं  अचानक अप्रत्याशित घटनाएं हो जाती हैं 
किसी वस्तु/ पदार्थ व वितरण की क्रिया के द्वारा भी दुर्घटनाएं हो रही है इससे असुरक्षा का माहौल बना हुआ है
 दुर्घटना के कारण अनेकों प्रकार की विकलांगता और मौत हो रही है 

इसके कारण निम्नलिखित हैं
1. औजार उपकरण मशीनों का ठीक ना होना
 2. सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग ना करना
 3. लाइट व्यवस्था ठीक ना होना 
4. पर्याप्त मात्रा में भंडारण का ना होना
 5. वेंटिलेशन ना होना 
6. इसके कुछ मनोवैज्ञानिक कारण भी हैं जैसे निराशा चिंता थकान आधी 
7. एक तिहाई दुर्घटनाएं इलेक्ट्रिक ड्रॉप लाइट स्क्रु डिवाइडर लिफ्ट आदि के कारण होते हैं
 8. कार्यस्थल पर सामान को लापरवाही से फेंकना 
 9. असमान गति से काम करना  
10. किसी को चिढ़ाना ,गाली देना, झगड़ा करना, मारना- पीटना, अपमानित करना,  दिवास्वप्न दिखाना, बीमारी, धूल, मिट्टी, धुआ,  अहंकार, व्यवहार, दबंगाई, नशा आदि
उक्त कारणों को दूर करके औद्योगिक दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है


घरों में बच्चों के साथ संभावित दुर्घटनाएं 
1. कुछ बच्चे वस्तुओं को निकल जाते हैं 
2. विषैले पदार्थों का सेवन कर लेते हैं 
3. गरम पानी बिखर जाने पर शरीर जल जाता है
 4. गरम चाय के गिर जाने पर फफोले पड़ जाते हैं
 5. पटाखे चलाने पर हाथ और मुंह जल जाते हैं
 6. स्नान करते समय फिसल जाते हैं
 7. भारी वजन उठाते समय ग्रीन स्टिक फैक्चर हो जाता है
 8. नदी नाले में स्नान करते समय मुंह में पानी जाने पर बेहोश हो जाते हैं
 9. माचिस लाइटर से खेलते समय आग लग जाती है
 10. पर्दे के पीछे छिपने पर ऊपर से पर्दा गिर जाता है सिर में भारी चोट लग जाती है 
11. जलती मोमबत्ती या जलता दीपक भी आग और जलन का कारण हो सकता है

 इसलिए बचाव पक्ष में निम्नलिखित कार्य करने चाहिए
1. छोटे बच्चों से प्रज्ज्वलन सील पदार्थ दूर रखने चाहिए 
2. जहरीली वस्तु को दूर रखना चाहिए
 3. दवाई गोली को उनकी पहुंच से दूर रखना चाहिए
 4. माचिस लाइटर बच्चों को नहीं देना चाहिए
 5. तेज धार वाली चीज या तेज नोकदार वस्तु बच्चों को खेलने के लिए नहीं देनी चाहिए
 6. सौंदर्य प्रसाधन की वस्तुओं को दूर रखना चाहिए
 7. टॉयलेट बाथरूम के क्लीनर को पहुंच से परे रखनी चाहिए
 8. बगीचे के उत्पादन को दूर रखना चाहिए
 9. कीटनाशक दवाओं को पहुंच से परे रखना चाहिए
 10.मिट्टी का तेल ऊपर रखना चाहिए 
11. कैंची बुलेट खादी खेलने को नहीं देनी चाहिए
 12. स्विमिंग पूल या तालाब में अकेले नहीं जाने देना चाहिए
 13. चारपाई बिस्तर पर कूदते समय विशेष ध्यान रखना चाहिए
 14. रेलिंग पर खेलते समय विशेष ध्यान रखना चाहिए
 15. गरम पानी और गरम चाय नहीं देनी चाहिए
 16. सीढ़ियों पर चढ़ते और उतरते समय विशेष ध्यान देना चाहिए
 17. बच्चों को बिजली के यंत्रों से दूर रखना चाहिए 
18. कई बार सोते समय बच्चा कपड़े में फंस जाता है जिसकी वजह से उसका दम घुटने लगता है इसलिए बार- बार  सुलझाते रहना चाहिए 
19. कपड़े सिलने वाली सुई और मशीन से दूर रखना चाहिए
 20. बटन व अनाज का दाना जैसी वस्तुओं से भी दूर रखना चाहिए
 21. फालतू जानवरों के साथ अकेले नहीं छोड़ना चाहिए
 22. गली में अकेले नहीं खेलने देना चाहिए
 23. पानी के टब में खेलते समय विशेष ध्यान रखना चाहिए
 24. दवाई देते समय नाक बंद नहीं करनी चाहिए
 25. बम पटाखे खेलने के लिए नहीं देने चाहिए


मजदूर को क्या क्या करना चाहिए
 1. अपना कार्य ईमानदारी के साथ करना चाहिए
 2. अपने कार्यस्थल पर समय से 5 मिनट पहले पहुंचना चाहिए 
3. अपने हकों की लड़ाई लड़नी चाहिए
 4. अपने कर्तव्यों का पालन दृढ़ता से करना चाहिए
 5. अपने अधिकार प्राप्त करने चाहिए
 6. अपने औजारों की देखरेख में निगरानी सही से करनी चाहिए 
7. अपने काम के औजारों को अपनी सुपरविजन में रखना चाहिए तथा औजार खराब होने पर सूचना अपने सीनियर को देनी चाहिए
 8. काम के अनुसार कपड़े पहने चाहिए
 9. काम के अनुसार इस स्थान का निर्धारण करना चाहिए
 10. काम करने से पहले काम की पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए 
11. सभी कर्मचारियों के साथ तालमेल बनाकर रखना चाहिए
 12. ऊपर वाले अधिकारियों को सही सूचना देनी चाहिए
 13. कंपनी के नियमों की पालना मन से करनी चाहिए
 14. आने वाली पीढ़ी के लिए आदर्श स्थापित करना चाहिए
 15. जो कार्य सामने दिखाई दे रहा है उसे स्वयं पूर्ण जिम्मेदारी के साथ करना चाहिए
 16. यदि कोई बात समझ नहीं आ रही है तो दोबारा पूछ लेना चाहिए 
17. काम के अनुसार सेफ्टी रूल्स को अपनाना चाहिए
 18. कम बोलना चाहिए और ज्यादा सुनना चाहिए
19. सावधानी पूर्वक काम करना चाहिए 

नौकरी करते समय क्या क्या नहीं करना चाहिए
 1. राजनीतिक लोगों के साथ रहकर राजनीति का हिस्सा नहीं बनना चाहिए जब तक कोई अनर्थ ना हो जाए
 2. अश्लील बस अब नहीं होना चाहिए
 3. लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए
 4. नशे की हालत में काम नहीं करना चाहिए
 5. अस्वस्थ अवस्था में काम नहीं करना चाहिए 
6. मन में गलत बात रखकर काम नहीं करना चाहिए
 7. अज्ञानता में काम नहीं करना चाहिए
 8. बदले की भावना से काम नहीं करना चाहिए
 9. चोरी नहीं करनी चाहिए 
10. नौकरी के नाम पर ब्लैकमेल नहीं करना चाहिए
 11. जूनियर का शोषण नहीं करना चाहिए
 12. सीनियर की चापलूसी नहीं करनी चाहिए
 13. नीचे वालों को अधिक डराना धमकाना नहीं चाहिए
 14. अनायास किसी के शिकायत नहीं करनी चाहिए
 15. किसी की चुगली नहीं करनी चाहिए
 16. अधिकारियों के कान नहीं भरने चाहिए
 17. झूठी वाहवाही नहीं लूटने चाहिए
 18. नुकसान पहुंचाने की नियत से मशीन जी अर्जेंट नहीं करना चाहिए
 19. अधिक दवा प्रभाव में काम नहीं करना चाहिए
 20. किसी की मजबूरी का फायदा नहीं उठाना चाहिए
 21. किसी को जाल में फंसाने नहीं चाहिए
 22. किसी को उलझन में नहीं डालना चाहिए 
23. अपनी गलती के लिए दूसरों को दोष नहीं देना चाहिए
 24. किंतु परंतु टालमटोल नहीं करनी चाहिए
 25. अपने फायदे के लिए अधिकतर अनैतिकता को नहीं अपनाना चाहिए
 26. झूठ कभी नहीं बोलना चाहिए
 27. फरेब का भी नहीं करना चाहिए
 28. यदि नौकरी नहीं करनी है तो नियमानुसार सूचना देनी चाहिए
 29. नियमों की अवहेलना नहीं करनी चाहिए 
30. अपने चरित्र में गिरावट नहीं आने देनी चाहिए


चौकी में तैनात पुलिसकर्मियों को क्या करना चाहिए 
1. जब कोई भी शिकायत लेकर आता है तो उसकी शिकायत ले लेनी चाहिए
 2. शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर दूसरे पक्ष को बुलाना चाहिए और निष्पक्ष जांच करनी चाहिए
 3. शराबी को माफ नहीं करना चाहिए 
4. डोमेस्टिक वायलेंस अर्थात घरेलू हिंसा के मामले में सही तरीके से जानकारी हासिल करके अपराधी को सुधरने का मौका देना चाहिए
 5. समाज के प्रतिष्ठित लोगों को बुलाकर जागरूक करना चाहिए
 6. वर्दी की इज्जत करनी चाहिए
 7. वर्दी पहन कर न्यायमूर्ति बनकर न्याय करना चाहिए
 8. छुआछूत और भेदभाव से परे होना चाहिए
 9. गली मोहल्ले में होने वाले अनैतिक कार्य पर रोक लगानी चाहिए
 10. शराब तस्करी पर प्रतिबंध करना चाहिए 
11. नशा करके बहन बेटियों पर अत्याचार करने वालों के प्रति सख्त रवैया अपनाना चाहिए
 12. गरीब आदमी से काम कराकर मेहनतनामा ना देने वालों के खिलाफ सख्त आई से कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए
 13. साधारण कार्यों के काम की आड़ में अनैतिक कार्य करने वालों को सबक सिखाना चाहिए
 14. गली मोहल्ले में बिना किसी कारण के परेशान करने वालों को सुधारना चाहिए 
15. चौक चौराहों पर खड़े होकर अश्लील और असभ्य बात करने वालों को सुधारना चाहिए
 16. बाजार में कोई भी  रेहडी ठेला वाला कहीं पर भी लगा लेता है जिससे यातायात बाधित हो जाता है उस पर रोक लगानी चाहिए 
17. छोटी-छोटी बातों की सुनवाई करनी चाहिए ताकि क्षेत्र का माहौल ठीक बना रहे
 18. कर्मचारी किसी भी जाति व धर्म का हो सकता है इसका मतलब यह नहीं कि वह सिर्फ अपनी जाति व धर्म के लिए काम करें सभी जाति और धर्म को एक समान लेकर कार्य करना चाहिए 
19. आपातकालीन स्थितियों में फोन आने पर अति शीघ्र पहुंच जाना चाहिए सिर्फ वर्दी में पहुंचने से ही विपरीत परिस्थितियां ठीक हो जाती है और अनर्थ होने से बच जाता है
 20. चेन झपटने वाले तथा जेब काटने वालों को सबक सिखाना चाहिए
 21. सपा और ब्यूटी पार्लर की आड़ में चल रहे अनैतिक कार्यों पर रोक लगानी चाहिए
 22. रात में गस्त करनी चाहिए
 23. अपराधी को डराना धमकाना चाहिए ताकि भविष्य में अपराध करने से डरे 
24. गलत सोच के युवक और युवतियों को सुधारने के लिए क्षेत्रीय पार्को पर कड़ी नजर रखनी चाहिए 

 पुलिसकर्मियों को क्या नहीं करना चाहिए
 1. शिकायत लेकर आने वाले को डराना धमकाना नहीं चाहिए 
2. शिकायतकर्ता साथ गाली गलौज नहीं करनी चाहिए
 3. सभ्य व्यक्ति के साथ असभ्य और अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए
 4. गली मोहल्ले में बहन बेटियों पर फब्तियां कसने वालों को माफ नहीं करना चाहिए  
6. वर्दी का घमंड नहीं करना चाहिए
 7. पीड़ित पक्ष की गरीबी अमीरी पर नहीं जाना चाहिए
 8. छुआछूत व भेदभाव नहीं करना चाहिए
 9. किसी की गरीबी का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए
 10. बहन बेटियों की मजबूरी का फायदा नहीं उठाना चाहिए
 11. दबाव और प्रभाव में आकर पुलिसकर्मियों को पक्षपात नहीं करना चाहिए
 12. समाज के ठेकेदारों के कहने में आकर किसी का बुरा नहीं करना चाहिए
 13. अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के साथ चाय नहीं पीनी चाहिए 
14. अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को बराबर कुर्सी पर नहीं बैठना चाहिए
 15. केस की सुनवाई करते समय बाहुबलियों के साथ बैठ कर उनकी हां में हां नहीं मिला नहीं चाहिए
 16. अपराधी प्रवृत्ति के लोगों को अपने घरेलू फंक्शन में शामिल नहीं करना चाहिए और उनके फंक्शन में भी नहीं जाना चाहिए 
17. सिंगल महिला होने का फायदा नहीं उठाना चाहिए
 17. बाहुबली और धन बलि का फेवर नहीं करना चाहिए
 18. चौकी थाने में शराब पीकर हुड़दंग बाजी नहीं करनी चाहिए 
19.  दलाली करके सज्जन पुरुष होने का ढोंग करने वालों को अपने चौकी थाने में नहीं बैठने देना चाहिए
 20. निर्दोष को झूठे केसों में नहीं फसाना चाहिए 
21. रंजिस निकालने हेतु किसी का भविष्य दांव पर नहीं लगाना चाहिए
 22. कलम की ताकत का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए
 23. पुलिस की वर्दी का मजाक नहीं बनने देना चाहिए 24. रिश्वत लेकर किसी को जेल की सलाखों के पीछे नहीं पहुंचाना चाहिए 
25. वेरीफिकेशन प्रक्रिया को कठिन नहीं बनाना चाहिए
 26. चोरी का सामान खरीदने वालों को माफ नहीं करना चाहिए 
27. सार्वजनिक स्थानों पर गंदे लोगों का अड्डा नहीं बनने देना चाहिए

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