मंझावली में लगाई संस्कार की पाठशाला -डॉ एमपी सिंह
अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट न 75 वे अमृत महोत्सव के तहत मंझावली में संस्कार की पाठशाला का आयोजन किया जिसमें देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफेसर एमपी सिंह ने ग्राम वासियों को संबोधित करते हुए कहा कि आपके बच्चे ही आपकी सही पूंजी हैं उन्हीं को संस्कारवान और शिक्षा वान बना दो उसी से आपके परिवार समाज तथा देश का भला होगा
डॉ एमपी सिंह ने कहा कि यदि टीन एज में विद्यार्थियों को पढ़ना लिखना बोलना चालना उठना बैठना तथा अनुशासन सिखा दिया तो अगली उम्र में कुछ भी सिखाने की जरूरत नहीं होगी यदि एक से 10 साल के बच्चे को बिगाड़ दिया तो टीनएज में भी संभालना मुश्किल हो जाएगा इसलिए छोटी उम्र में अच्छे महापुरुषों वीर वीरांगनाओं राजा हरिश्चंद्र भक्त मोरध्वज रूप बसंत सत्यवान सावित्री झांसी की रानी लक्ष्मीबई जैसी कहानियों का बखान करें घर में रामायण का पाठ करें गीता के पात्रों के बारे में वर्णन करें भीमराव अंबेडकर संत कबीर सूरदास विवेकानंद जैसे महापुरुषों का उदाहरण देकर उनके बारे में बताएं ताकि बच्चे कर्मशील ज्ञानी विज्ञानी और दूरदर्शी बन सके
डॉ एमपी सिंह ने कहा कि समय पर उठना बैठना जब हमारा ठीक हो जाता है तो छोटे बच्चों का भी ठीक हो जाता है क्योंकि छोटे बच्चे वही करते हैं जो हम करते हैं इसलिए अपने आचरण और व्यवहार में परिवर्तन करना होगा यदि हम नशा करके गाली देते हैं बिजली की चोरी करते हैं ताश खेलते हैं झूठ बोलते हैं आलस में पड़े रहते हैं तो छोटे-छोटे बच्चे भी वैसा ही सीख जाएंगे यदि आप अच्छे ईमानदार अधिकारी चाहते हो अच्छा मजबूत देश चाहते हो ईमानदार नेता चाहते हो तो नई युग का निर्माण ईमानदारी से करो बच्चों को चरित्रवान बनाओ बच्चों को पौष्टिक आहार दो नियम संयम सिखाओ बड़े छोटों की आव इज्जत करना सिखाओ बहन बेटियों का सम्मान करना सिखाओ सच बोलना सिखाओ सब कुछ संभव है
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