तिगांव में लगाई संस्कार की पाठशाला -डॉ एमपी सिंह
4 जून 2023 को अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट ने आजादी के अमृत महोत्सव पर 75 सप्ताह 75 पाठशाला के तहत तिगांव में अलग-अलग स्थानों पर संस्कार की पाठशाला लगाई जिसमें देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफ़ेसर एमपी सिंह ने घर परिवार तथा देश की मजबूती के लिए बताया कि संस्कारों का होना बहुत जरूरी होता है जिस बच्चे में संस्कार नहीं होते हैं वह बना हुआ भी बिगाड़ देता है सुरक्षित को भी नुकसान पहुंचा देता है घर परिवार के सदस्यों को भी उलझन मैं डाल देता है मतभेद और मनभेद करा देता है इसलिए बचपन में ही संस्कारों पर ज्यादा से ज्यादा जोर देना चाहिए सुबह जल्दी उठाना, दिनचर्या को सही तरीके से कराना, बड़ों का सम्मान करने की सीख देना, सच बोलने के लिए प्रेरित करना, अपना काम अपने आप करने के लिए प्रेरित करना ,असभ्य और अश्लील लोगों से दूर रखना, स्वास्थ्यवर्धक भोजन देना, साफ सफाई के लिए प्रेरित करना तथा नशे से दूर रहने की नसीहत देना आदि
इस अवसर पर डॉ एमपी सिंह ने पर्यावरण को बचाने की भी सीख दी यदि बच्चा बचपन में पेड़ पौधे लगाने सीख लेता है तो भविष्य में पेड़ पौधों को काटता नहीं है यदि कपड़े के थैले में बाजार से वस्तुएं लाना शुरू कर देता है तो प्लास्टिक और पॉलीथिन का प्रयोग भी नहीं करता है जल प्रदूषण ध्वनि प्रदूषण वायु प्रदूषण का ज्ञान यदि बचपन में हो जाता है तो वह उक्त प्रदूषण में अपनी अहम भूमिका नहीं निभाता है बल्कि लोगों को जागरूक करने में अपना योगदान देता है
डॉ एमपी सिंह ने कहा कि बच्चा वही करता है जो देखता है बच्चा वही करता है जो हम उससे कराते हैं जैसा वह सुनता है वैसा ही वह बोलता है इसलिए बच्चों की कामयाबी के लिए और उन में सुधार लाने के लिए हमें अपने आचरण तथा व्यवहार में भी सुधार करना होग यदि हम चोरी करते हैं तो बच्चे से ईमानदारी की कल्पना नहीं कर सकते यदि हम झूठ बोलते हैं तो बच्चे से सच बोलने की कल्पना नहीं कर सकते इस अवसर पर गांव की सरदारी ने डॉ एमपी सिंह का स्वागत करते हुए धन्यवाद किया और उक्त कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा की
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