दीपावली को प्रेम और सौहार्द से मनाए - डॉ एमपी सिंह
देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफेसर एम पी सिंह का कहना है कि दीपावली का त्यौहार सामाजिक सद्भाव का प्रतीक है दीपावली प्राचीन सनातन संस्कृति का त्योहार है यह कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है यह भारत वासियों के लिए महत्वपूर्ण त्योहार है दीपावली दीपों का त्योहार है अंधकार पर प्रकाश की जीत को दर्शाता है माना जाता है कि इस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम राम 14 वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या वापस आए थे इसलिए उनके आगमन की खुशी में अयोध्या वासियों ने घी के दीपक जलाएं इसीलिए दीपावली से पहले अधिकतर लोग अपने घर मकान दुकान आदि की साफ सफाई करते हैं पेंट पॉलिश करते हैं अपने घर मकान दुकान कारखाने आदि की मरम्मत करते हैं मकानों दुकानों और बाजारों को सजाते हैं नए कपड़े बनवाते हैं दीपावली पर लक्ष्मी जी की पूजा करते हैं स्कूटर मोटरसाइकिल कार इत्यादि खरीदते हैं नए बही खातों की शुरुआत करते हैं अपने परिवार रिश्तेदार व दोस्तों को खूबसूरत उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं बच्चे अपनी इच्छा अनुसार फुलझड़ी और पटाखे चलाते हैं लेकिन असामाजिक तत्व इस दिन शराब पीकर जुआ खेलते हैं दीपावली से पहले धनतेरस मनाई जाती है इस दिन सोने चांदी के आभूषण व बर्तन आदि खरीदते हैं दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है और उससे अगले दिन भाई-बहन का पवित्र त्यौहार भाई दूज के रूप में मनाया जाता है सभी त्योहारों के लिए भारतवर्ष में अवकाश रखा जाता है और सभी त्योहारों को लोग बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ मनाते हैं अच्छे-अच्छे पकवान बनाए जाते हैं लेखक डॉ एमपी सिंह की तरफ से सभी देशवासियों को दीपावली के अवसर पर ढेर सारी शुभकामनाएं सभी सुखी व स्वस्थ रहें प्रेम और मित्रता से रहे आपसी भाईचारे को बनाए रखें सद्भाव व शांति बनाए रखें मर्यादा पुरुषोत्तम राम के जीवन से सीख लेकर मर्यादित रहे जिस प्रकार मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने वंचित शोषित और छोटी जाति के लोगों को साथ लेकर छुआछूत व अस्पृश्यता को त्याग कर वचनबद्ध होकर सभी को यथा योग्य सम्मान देकर राजा महाराजाओं पर विजय प्राप्त की उस पर मनन और चिंतन करें
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