प्रधानमंत्री के आदेशानुसार आजादी के अमृत महोत्सव पर राजा नाहरसिंह महल में भूकंप आधारित मॉकड्रिल का आयोजन किया गया -डॉ एमपी सिंह
उपायुक्त फरीदाबाद जितेंद्र यादव आईएएस के दिशा निर्देशानुसार जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और नेशनल डिजास्टर रिलीफ फोर्स के सौजन्य से 30 नवंबर 2021 को सुबह 11बजे से दो बजे तक भूकंप आधारित मॉक ड्रिल का आयोजन जिला राजस्व अधिकारी विजेंद्र राणा के नेतृत्व में गया जिसमें सिविल डिफेंस रेडक्रॉस स्वास्थ्य विभाग पुलिस विभाग फायर ब्रिगेड सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड ने भाग लिया चीफ वार्डन सिविल डिफेंस डॉ एमपी सिंह ने कमेंट्री करके सभी दर्शकों का ज्ञान वर्धन किया इस अवसर पर एनडीआरएफ के द्वारा एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसमें एनडीआरएफ के जवानों ने सभी आगंतुकों को उपयोग में आने वाले सभी इंस्ट्रूमेंट की विस्तृत जानकारी दी डॉ एमपी सिंह ने बताया कि मॉकड्रिल के दौरान 15 हताहत लोगों को ध्वस्त मकान से निकाला गया गैस लीक होने की वजह से एक व्यक्ति बेहोश हो गया शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लग गई जिसमें दो लोग जल गए एक व्यक्ति सीढ़ियों से उतरते हुए फस गया चार व्यक्ति मलबे के नीचे दब गए छह व्यक्ति डक कवर होल्ड की स्थिति में पाए गए एक व्यक्ति को डॉग स्क्वायड ने सर्च करके बताया जोकि मर चुका था फायर ब्रिगेड के एडीएफओ सत्यवान साबरीवाल और फायर ऑफिसर आरडी भारद्वाज ने फायरमैन लिफ्ट के द्वारा हताहत लोगों को निकाला सिविल डिफेंस की टीम ने सर्च एंड रेस्क्यू किया और टू हैंड तथा 3 हैंडसीट पर अनेकों घायल लोगों को फर्स्ट एड पोस्ट पर पहुंचाया सेंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड ने साइकिल का स्ट्रेचर बनाकर घायल को प्राथमिक सहायता देकर एंबुलेंस तक पहुंचाया स्वास्थ्य विभाग के द्वारा फर्स्ट एड पोस्ट लगाई गई और एंबुलेंस के द्वारा नागरिक अस्पताल को रोगियों को पहुंचाएगा एनडीआरएफ के एसीपी विकास कुमार सैनी के नेतृत्व में रोप रेस्क्यू के माध्यम से बेहोश व्यक्तियों तथा जानवरों को बहुमंजिला इमारतों से उतारा गया स्टील के दरवाजे को काटकर मकान की दीवार में छेद करके कैमरा लगाकर घायलों को सर्च किया गया तथा सुरक्षित निकालकर फर्स्ट एड पोस्ट तक पहुंचाया गया राजा नाहर सिंह महल के मैनेजर महिपाल शर्मा ने बताया की भूकंप आने पर उनके महल में रुकने वाले लोग और कर्मचारी भी घायल हो गए जिनको एनडीआरएफ के जवानों ने सुरक्षित निकाल लिया डॉ एमपी सिंह ने बताया कि इस अवसर पर वायरलेस सिस्टम तथा टॉकी वॉकी का प्रयोग किया गया क्योंकि भूकंप आने पर कम्युनिकेशन सिस्टम बाधित हो जाता है बिजली की तारे टूट जाती है बिजली के खंभे गिर जाते हैं सड़कें टूट जाती हैं मकान गिर जाते हैं रास्ते अवरुद्ध हो जाते हैं आपातकालीन वाहन भी घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाते हैं इसलिए पीडब्ल्यूडी और नगर निगम की तरफ से जेसीबी के द्वारा आपातकालीन रास्तों का निर्माण किया जाता है ताकि घायलों को आसानी से अस्पताल पहुंचाया जा सके डॉ एमपी सिंह ने बताया कि प्रकार की मॉकड्रिल समय-समय पर होती रहनी चाहिए और सभी विभागों की साझेदारी निर्धारित होनी चाहिए ऐसा करने से सभी क्यूआरटी टीम अलर्ट रहती हैं और भूकंप आने की स्थिति में समय रहते अपना कार्य पूर्ण जिम्मेदारी के साथ करके जान माल को बचा लेती है
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