बच्चों के चरित्र निर्माण के लिए नैतिक शिक्षा और सामाजिक विज्ञान बेहद जरूरी है -डॉ एमपी सिंह

डबुआ कॉलोनी स्थित प्रकाश बाल भारती पब्लिक स्कूल में चरित्र निर्माण और मोरल वैल्यूज पर एक सेमिनार का आयोजन विद्यालय की प्रबंधक कमेटी के द्वारा किया गया जिसमें देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफ़ेसर एमपी सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को सच्चाई और अनुशासन की सीख देनी चाहिए ताकि बेहतर समाज का निर्माण हो सके
 डॉ एमपी सिंह ने नैतिक मूल्यों पर जोर देते हुए कहा कि नैतिक मूल्य मनुष्य के आधार स्तंभ होते है जो मानवता को जीवित रखते हैं इनका व्यक्ति के जीवन में अत्यधिक महत्व होता है मूल्य कई प्रकार के होते हैं नैतिक मूल्य, आर्थिक मूल्य, कलात्मक मूल्य, राज नैतिक मूल्य, सैद्धांतिक मूल्य 
भिन्न-भिन्न व्यक्तियों के भिन्न-भिन्न मात्रा में भिन्न-भिन्न मूल्य होते हैं इनमें अच्छा- बुरा, उचित -अनुचित, अपना- पराया, मित्र- दुश्मन आदि की सीख मिलती है 
मूल्य प्राप्ति व सम्मानित जिंदगी के लिए
 -सत्य बोलना चाहिए 
-सभी का यथा योग्य सम्मान करना चाहिए 
-सभी का अभिवादन करना चाहिए
 -आत्म नियंत्रण होना चाहिए
 -गलती हो जाने पर तुरंत माफी मांग लेनी चाहिए 
-आप को किसी की गलती को तुरंत माफ कर देना चाहिए
 - जरूरतमंद की मदद करनी चाहिए
 -प्रेरक प्रसंग पढ़ने व सुनने चाहिए
 -सफल व्यक्तियों का सानिध्य लेना चाहिए 
-असभ्य और अश्लील लोगों से दूरी बनाए रखनी चाहिए
 -नकारात्मक व्यक्तियों से दूरी बनाए रखनी चाहिए
 -आज का कार्य कल पर नहीं छोड़ना चाहिए
 -किसी का अपमान नहीं करना चाहिए
 -किसी का उपहास नहीं उड़ाना चाहिए
 -जाति का भेदभाव नहीं रखना चाहिए
 -नियम और कानून की अवहेलना नहीं करनी चाहिए
 -दूसरों के साथ धोखा नहीं करना चाहिए
 -सफलता प्राप्ति के लिए शॉर्टकट नहीं अपनाना चाहिए
 -हमेशा मर्यादा व अनुशासन में रहना चाहिए 
-प्रभावी बोलचाल के तरीकों को अपनाना चाहिए 
-अच्छी किताबों को पढ़ना चाहिए
 -अच्छा लेख लिखना चाहिए
 -स्वास्थ्यवर्धक भोजन करना चाहिए
 -मादक पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए
 -अपने काम को ईमानदारी के साथ करना चाहिए 
-सभी के साथ मित्रवत व्यवहार करना चाहिए
 -किसी की मजबूरी का फायदा नहीं उठाना चाहिए
 -माता पिता और गुरु का सम्मान करना चाहिए तथा उनकी आज्ञा का पालन करना चाहिए
- हमें अपने बुद्धि और विवेक से काम लेना चाहिए तथा धैर्य रखना रखना चाहिए
 -हमें सहनशील होना चाहिए तथा हिम्मत नहीं हारना चाहिए
 -सामाजिक ज्ञान रखना चाहिए
 इस अवसर पर विद्यार्थियों ने अनेकों प्रश्न पूछे और डॉ एमपी सिंह ने बड़ी सरलता से उनके जवाब दिए विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती अनिता चौधरी ने डॉ एमपी सिंह का धन्यवाद किया उक्त कार्यक्रम में 350 विद्यार्थियों और 30 अध्यापकों ने भाग लिया

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