अधिक पानी का बरसना अधिक पानी का नदी में आ जाना खतरनाक आपदा हो सकती है -डॉ एमपी सिंह
आपदा प्रबंधन के विषय विशेषज्ञ व सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन डॉ एमपी सिंह का कहना है कि कई दिनों से दिन रात भारी बरसात हो रही है जिसकी वजह से शहर जलमग्न हो गया है और नदी में भी जल का स्तर बढ़ गया है इसलिए नदी किनारे बसे हुए ग्राम वासियों को विशेष तौर पर सचेत रहना चाहिए तथा आपातकालीन किट बना लेनी चाहिए
डॉ एमपी सिंह का कहना है कि जल किसी का सगा नहीं होता है जल में प्रवेश करने से पहले हाथ में छड़ी होनी चाहिए ताकि गड्ढे खाई और जल की गहराई का पता चल सके अचानक जल में प्रवेश नहीं करना चाहिए ऐसा करने पर आपका जीवन खतरे में पड़ सकता है तथा जल जनित बीमारियां भी हो सकती हैं जल में अनेकों प्रकार का कबाड़खाना लक्कड़ पत्थर हड्डी सर्प बिच्छू मरे सड़े जीव जंतु हो सकते हैं जो आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं
डॉ एमपी सिंह का कहना है कि बरसात के दिनों में घरों की टोटीयो में भी बिजली का करंट आ जाता है इसलिए टोटियों का प्रयोग करते समय विशेष ध्यान रखें तथा नंगे पैर व गीले हाथों से किसी भी बिजली संचालित यंत्रों को नहीं छूना चाहिए पानी की पाइप के लीक होने की वजह से घरों में पानी भी दूषित आने लगता है शहर की गंद की वजह से पानी भी काला हो जाता है इसलिए गंदे पानी में चलना नहाना या खेलना बीमारी का घर है
डॉ एमपी सिंह का कहना है कि पोखर तालाब या नदी किनारे जो घर बने हुए हैं वह पानी की वजह से किसी समय धरा शाही हो सकते हैं इसलिए कुछ समय के लिए उन घरों को छोड़ देना चाहिए तथा अपने पालतू पशुओं को भी किसी अन्य स्थान पर ले जाना चाहिए बाहर फैला हुआ सामान एकत्रित करके किसी एक स्थान पर सुरक्षित रख देना चाहिए पानी से खराब होने वाले डॉक्यूमेंट किसी पॉलिथीन मैं पैक कर देना चाहिए तथा समय-समय पर रेडियो पर समाचार सुनते रहना चाहिए
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