करवा चौथ प्रेम और सुंदरता का प्रतीक है - डॉ एमपी सिंह
अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफ़ेसर एमपी सिंह ने करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि करवा चौथ प्रेम और सुंदरता का प्रतीक है
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि इस दिन अधिकतर सुहागिन महिलाएं हिंदू परंपरा के साथ निर्जला व्रत रखती हैं और सोलह सिंगार करके शाम के समय करवा माता की पूजा करती हैं तथा कथा सुनती है
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि करवा चौथ पर महिलाएं छलनी में दीपक रखकर चांद को देखती हैं फिर पति का चेहरा देखती हैं तथा पूजा अर्चना के बाद व्रत की थाली को अपनी मदर इन लॉ को देती हैं तथा सास और ससुर के पैर छूकर आशीर्वाद प्राप्त करती हैं सास और ससुर उनको सुहागिन रहने का आशीर्वाद भी देते हैं
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि दीपक जलाने से नकारात्मकता दूर हो जाती है और ध्यान केंद्रित हो जाता है जिससे एकाग्रता बढ़ती है चांद की पूजा करना और अर्क देने का मतलब है कि चांद की किरणों से शीतलता प्राप्त करना और चंद्रमा के गुणों को अपने अंदर समाहित करना क्योंकि चंद्रमा में शीतलता का गुण होता है और चांद को प्रेम और सुंदरता का प्रतीक माना जाता है इसीलिए चांद के दर्शन करके पत्नी अपने पति के चरण स्पर्श करती है और पति अपनी पत्नी को जल पिलाकर व्रत को खुलवाता है
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि इस दिन सभी महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुखी दांपत्य जीवन की कामना से व्रत और पूजा करती हैं इससे पति और पत्नी के रिश्ते मजबूत होते हैं और पति और पत्नी के बीच स्नेह और विश्वास को बढ़ाता है
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि पत्नियों को अपने पति की स्थिति और आय को देखकर इस पर्व पर उपहार मांगने चाहिए प्रेम का मोल नहीं होता है वह पहाड़ का मूल होता है इसलिए खरीद-फरोख्त की वस्तुओं को ज्यादा तवज्जो नहीं देनी चाहिए आपसी रिश्तो को बेहतर बनाने के लिए काम करना चाहिए
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