पटाखे चलाते समय यदि जल जाए तो तुरंत करें यह उपाय -डॉ एमपी सिंह
सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन व विषय विशेषज्ञ आपदा प्रबंधन डॉ एमपी सिंह का कहना है कि बच्चे से लेकर बड़ों तक दिवाली के दिन पटाखे चलाने का शौक होता जा रहा है जिसके कारण अनेकों दुर्घटनाओं का जन्म हो रहा है कहीं आगजनी घटना हो रही है तो कहीं किसी के कपड़ों में आग लग रही है कहीं किसी के अंग भंग हो रहे हैं जो कि बेहद दर्दनाक और दुखदाई है
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि पटाखों से निकलने वाली चिंगारी से ध्वनि ,धुआ और आग निकलती है जिससे ध्वनि प्रदूषण, वायु प्रदूषण और आगजनी घटना हो जाती है
डॉ एमपी सिंह का कहना है कि पटाखे चलाते समय बाल्टी में पानी या मेडिकल किट अपने पास रखें तथा 5 मीटर की दूरी पर पटाखे रखकर चलाएं ताकि अपनी सुरक्षा हो सके
अपनों का ध्यान रखते हुए पटाखे चलाने चाहिए
पटाखों की तेज आवाज से बचना चाहिए
पटाखे और अनार चलाने के चक्कर में कहीं आप अस्पताल न पहुंच जाएं इस बात का विशेष ध्यान रखें पटाखा चलाना आप पर भारी पड़ सकता है इसलिए नियमों की पालना करें
डॉ एमपी सिंह का कहना है कि प्राथमिक उपचार की सहायता से किसी के जीवन को बचाया जा सकता है और घरेलू देखभाल भी प्राथमिक चिकित्सा का एक भाग है न्यूनतम चिकित्सा तकनीकी का उपयोग करके रोगी की जान को बचाया जा सकता है इसके लिए ज्ञान और प्रशिक्षण दोनों का होना बेहद जरूरी है
डॉ एमपी सिंह का कहना है कि
जले भाग से गहने चूड़ी कड़ा बेल्ट आदि हटा दें
जले भाग को ठंडा करें
जले भाग को बहते या चलते पानी के नीचे रखें
जले भाग को साफ-सुथरे कपड़े से ढक दें
जले भाग पर दबाव डालने से बचें
त्वचा से चिपके कपड़े को ना हटाए
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