मौसम के अनुसार अपने आप को बदलना बुद्धिमानी है - डॉ एमपी सिंह
अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट ने एकलव्य इंस्टीट्यूट में शीत लहर से सावधानी व बचाव पर सेमिनार का आयोजन किया जिसमें 92 सुरक्षाकर्मियों ने भाग लिया इस अवसर पर चीफ वार्डन सिविल डिफेंस व विषय विशेषज्ञ आपदा प्रबंधन डॉ एमपी सिंह का मुख्य अतिथि बतौर भव्य स्वागत किया गया और मुख्य वक्ता बतौर उन्होंने कहा कि समझदार लोग वह होते हैं जो अपने आप को मौसम के अनुसार बदल लेते हैं क्योंकि पिछले कई दिनों से कड़ाके की सर्दी पड़ रही है और शीतलहर की वजह से अधिकतर बच्चे और बूढ़े बीमार पड़ रहे हैं
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि अधिक सर्दी के दौरान हमें ऊनी कपड़ों को पहनना चाहिए तथा सिर को टोपी कानों को मफलर हाथों को दस्ताने से गरम रखने की कोशिश करनी चाहिए पैरों में चप्पलों की जगह जूतों का इस्तेमाल करना चाहिए गर्म पानी से स्नान करना चाहिए लेकिन तोलिया से तुरंत साफ कर देना चाहिए और नंगा नहीं रहना चाहिए अति शीघ्र कपड़े पहन लेने चाहिए
डॉ एमपी सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि सर्दी से मुक्ति पाने के लिए गर्म चाय या गरम कॉफी पीनी चाहिए लेकिन अल्कोहल का सेवन नहीं करना चाहिए फ्रीज में रखी वस्तुओं का भी सेवन नहीं करना चाहिए ताजा स्वास्थ्यवर्धक भोजन खाना चाहिए
डॉ एमपी सिंह का कहना है कि अधिक सर्दी से खांसी और जुखाम हो जाता है हड्डियों और जोड़ों में दर्द हो सकता है इसलिए विटामिन डी भरपूर मात्रा में ले अधिकतम धूप में बैठे और एक्सरसाइज करें ताकि अकड़न ना हो तापमान में गिरावट होने की वजह से हाइपरटेंशन और हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है जिस से सिर में दर्द भी हो सकता है इसलिए लहसुन और शहद का सेवन ज्यादा मात्रा में करें तथा खट्टे फल खाए
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