Posts

Showing posts from July, 2022

134A. v/s चिराग शिक्षा पद्धति भारत को किसी अन्य दिशा में धकेल रही है - डॉ एमपी सिंह

Image
अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाप्रद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफ़ेसर एमपी सिंह का कहना है कि सरकारी स्कूलों को संस्कृति मॉडल स्कूल बनाना उचित है लेकिन अधिकतम फीस लेना अनुचित है क्योंकि एससी एसटी ओबीसी दलित कुचले गरीब असहाय बेसहारा दिव्यांगों के बच्चे पैसे के अभाव में सरकारी स्कूलों में पढ़ने जाते जाते हैं यदि उनके पास धन और दौलत होता तो वह भी प्राइवेट स्कूलों का रुख कर सकते थे  डॉ एमपी सिंह का कहना है की चिराग पॉलिसी के तहत सरकारी स्कूलों में गांव मैं रहने वाले धोबी लोहार कुमार नाई सुनार आदि छठी से आठवीं तक के बच्चों को अपने अपने कार्य की शिक्षा देने के लिए जाएंगे जोकि उचित नहीं है यह शिक्षा भी प्रशिक्षित अध्यापकों के द्वारा ही देनी चाहिए यह काम तो गांव में बच्चा अपने माता पिता के साथ भी बेहतर सीख लेता है यदि वह अपना काम करना चाहे तो कर सकता है लेकिन स्कूल में कुछ बेहतर करने के लिए पढ़ने आता है  डॉ एमपी सिंह का कहना है कि शिक्षा पद्धति में पहले भी दो बार परिवर्तन आया है पहले प्राइवेट स्कूल नहीं हुआ करते थे एडिड स्कूल हुआ करते थे जिसको सरकार

समाज परिवर्तन में बुद्धिजीवियों की अहम भूमिका होती है - डॉ एमपी सिंह

Image
अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफ़ेसर एमपी सिंह का कहना है कि समाज परिवर्तन में बुद्धिजीवियों की अहम भूमिका होती है  यदि बुद्धिजीवियों ने अपनी आवाज पर ताला लगा लिया और सच को सच नहीं कहा पुलिस और प्रशासन के डर में नेताओं की भाषा को बोलना शुरु कर दिया तो समाज का परिवर्तन संभव नहीं है  क्योंकि अत्यधिक दार्शनिकों को पढ़ने के बाद सत्य -असत्य, हित- अहित, सही- गलत का बोध होता है  यदि बुद्धिजीवी कलमकार ने अपनी कलम से सही नहीं लिखा तो आने वाला देश का युवा माफ नहीं करेगा  यदि बुद्धिजीवी साहित्यकारों ने सही साहित्य को प्रकाशित नहीं किया तो आने वाला युवा भ्रमित हो जाएगा और आने वाला भारत सशक्त की बजाए कमजोर पड़ जाएगा  डॉ एमपी सिंह का कहना है कि यदि भारत की एकता अखंडता और समृद्धि को देखना चाहते हो तो अच्छे शिक्षण संस्थानों की नींव रखो टेक्निकल कॉलेज आईटीआई और पॉलिटेक्निक की ज्यादा से ज्यादा स्थापना करो उसमे शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए उच्च कोटि के विद्वान दो  स्वास्थ्य को ठीक रखने के ल

कल की बेहतरी के लिए आज अपने आप को बदलो- डॉ एमपी सिंह

Image
अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्रीय दार्शनिक प्रोफेसर एमपी सिंह का कहना है कि कल की बेहतरी के लिए आज हमें अपने आप को बदलना होगा  डॉ एमपी सिंह का कहना है कि आज जो विद्यार्थी लगन व मेहनत से पढ़ते हैं वह आने वाले 20 साल के बाद के नए भारत का निर्माण करते हैं  आज हम जिस सोच पर कार्य करेंगे भारत का निर्माण भविष्य में वैसा ही होगा इसलिए आज हमें अपनी सोच में परिवर्तन करना होगा  यदि बेहतर भारत चाहते हो तो बेहतर चरित्र का निर्माण करना होगा तथा ईमानदारी व लगन के साथ अपनी टेक्निकल तथा रोजगार परक शिक्षा पर फोकस करना होगा  डॉ एमपी सिंह का कहना है कि जितने लोग भी सफल हुए हैं उन्होंने टीन एज में अथक प्रयास किए हैं  जीव के स्वाद को त्यागा है  जैसा समय पर मिल गया वैसा खा लिया जीने के लिए खाया है लेकिन खाने के लिए नहीं जिए हैं  लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अथक निरंतर प्रयास किया है  24 घंटे में से 16 और 18 घंटे नियमित रूप से पढ़ते रहे माता पिता के साथ खरीदारी करने के लिए मॉल हाट बाजार नहीं गए हैं  मनोरंजन के बारे में कभी सोचा ही नहीं पिक्चर हॉल पर

हवाई हमले से बचाव के लिए प्रशिक्षण लेना बेहद जरूरी है -डॉ एमपी सिंह

Image
चीफ वार्डन सिविल डिफेंस व विषय विशेषज्ञ आपदा प्रबंधन डॉ एमपी सिंह का कहना है कि किसी भी प्रकार की प्राकृतिक और अप्राकृतिक घटना से हमेशा नुकसान ही होता है इनसे बचने के लिए प्रशिक्षण लेना बेहद जरूरी होता है  डॉ एमपी सिंह ने बताया कि हवाई हमले से होने वाला नुकसान कुछ ज्यादा होता है और उस नुकसान की भरपाई करना संभव नहीं होता है बल्कि उस स्थिति को संभालने में अनेकों वर्ष लग जाते हैं  डॉ एमपी सिंह ने बताया कि आजकल तो हवाई हमले हवाई जहाज या ड्रोन के द्वारा किए जाते हैं इन हमलों में लक्षित स्थानों पर बम गिराए जाते हैं ताकि भारी मात्रा में इमारतें धराशाई हो सके और उसमें रहने वाले आम नागरिकों की जान खतरे में पड़ सके  डॉ एमपी सिंह ने बताया कि हवाई हमले के नुकसान सुनामी और भूकंप से भी ज्यादा भयंकर होते हैं और हमलावर रात के समय में ही हमला करते हैं ताकि वह पकड़ में ना आए  डॉ एमपी सिंह ने बताया कि - 1-हवाई हमले से बचने के लिए हमें ऐसी जगहों की पहचान कर लेनी चाहिए जहां पर आम आदमी सुरक्षित रह सके जैसे बेसमेंट अंडर ग्राउंड रिस्ट्रिक्शन चट्टानों की सुरंग में गुफाए आदि  2-हवाई हमले के दौरान घर से बाहर नही

महादेव की शिवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भोले भंडारी की तरह बनो - डॉ एमपी सिंह

Image
अखिल भारतीय मानव कल्याण के राष्ट्रीय अध्यक्ष व देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक  प्रोफेसर एमपी सिंह ने शिव भक्तों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सावन की शिवरात्रि सावन मास के कृष्ण चतुर्दशी को शाम 6:49 से 9:12 तक मनाई जाएगी जिसके लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हुए हैं जगह-जगह सिविल डिफेंस के स्वयंसेवक भी तैनात हैं ताकि किसी प्रकार का जाम ना लगे और किसी प्रकार का सड़क हादसा ना हो अधिकतर मंदिरों में अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के सेवादार भी तैनात हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर समितियों ने भी व्यवस्था कर रखी है ताकि सभी शिवभक्त आराम से रह सके और किसी प्रकार की खानपान की परेशानी ना हो  डॉ एमपी सिंह ने बताया कि अधिकतर शिव भक्त अपने गंतव्य स्थान तक मंदिरों में पहुंच चुके हैं और हर हर भोले हर हर महादेव के नारे लगा रहे हैं कुछ शिव भक्त भक्ति में झूम रहे हैं तो कुछ आराधना करते हुए मनोकामना पूरी होने की उम्मीद लगा कर बैठे हुए हैं  डॉ एमपी सिंह ने बताया कि कुछ लोग शिवलिंग पर पंच

वर्ल्ड ओलंपिक कप जीतने पर सिंहराज को दी बधाई --डॉ एमपी सिंह

Image
अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफ़ेसर एमपी सिंह ने कहा कि स्वस्थ मन और स्वस्थ शरीर के लिए योग तथा खेल बहुत जरूरी है इसको सभी भारतीयों को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए डॉ एमपी सिंह ने सिंहराजा अधना को बधाई तथा शुभकामनाएं देते हुए हर्ष प्रकट किया है क्योंकि सिंहराज आधाना ने जर्मनी मुनिच में वर्ल्ड कप के अंदर 4 गोल्ड मेडल और एक सिल्वर मेडल जीतकर भारत का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है डॉ एमपी सिंह ने बताया कि सिंहराज फरीदाबाद औद्योगिक नगरी के ऊंचे गांव में प्रेमसिंह आधाना नेशनल बॉक्सर के यहां पर पैदा हुए और इन्होंने 10 मीटर 25 मीटर तथा 50 मीटर शूटिंग मैं भाग लेना शुरू किया इन्होंने अपनी लगन और मेहनत से अनेकों बार ओलपियाड में मेडल जीतकर भारत को दिए हैं अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट अक्सर उन विजेता खिलाड़ियों का मान सम्मान व हौसला अफजाई करता है जो देश का नाम रोशन करते हैं उसी कड़ी में आज सिंहराज आधाना का शहर में भव्य स्वागत व सम्मान किया जिसमें उमाशंकर कोच सैनिक स्कूल के चेयरमैन सुनील आधाना सैनिक स्कूल

जलभराव हो सकता है जानलेवा सिद्ध-- डॉ एमपी सिंह

Image
अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफ़ेसर एमपी सिंह का कहना है की जल संकट के प्रति सार्वजनिक चेतना जागृत करना मेरा परम धर्म है क्योंकि जल मानव जीवन ही नहीं बल्कि जलचर थलचर नभचर सभी के लिए अति आवश्यक है  डॉ एमपी सिंह ने बताया कि अधिक बरसात हो जाने पर या बाढ़ आने पर जगह-जगह जल भर जाता है जिसके कारण उसमें मक्खी और मच्छर पनपने लगते हैं जिसकी वजह से मलेरिया और डेंगू जैसी भयंकर बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है और अन्य स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी बढ़ जाती हैं यह फसलों को भी नुकसान पहुंचाता है जलभराव से भूमि में वायु का संचार नहीं होता है जिसकी वजह से भूमि दलदल में तब्दील हो जाती है जिसमें अधिकतर पशु और वाहन फस जाते हैं  डॉ एमपी सिंह का कहना है कि जल निकासी ना होने के कारण गंदा पानी नालियों में भरा रहता है और निचले घरों में भी भर जाता है जिसके कारण पैदल यात्री नहीं निकल पाते हैं और चारों तरफ गंदगी फैल जाती है कुछ समय के बाद पानी से बदबू आने लगती है क्योंकि घरों के लैट्रिन बाथरूम का पानी भी इसमें मिल जाता है डेरियो मैं

बीते दिनों की यादें करके रोना आता है -डॉ एमपी सिंह

Image
मेरा जन्म उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के सारोल गांव में हुआ था और जब मैं 2 वर्ष का था पिता का देहावसान हो गया था मेरी अनपढ़ मां ने परवरिश करके बहुत बड़ा उपकार किया जिसके लिए मैं सदैव आभारी रहूंगा  मेरे जीवन परिचय के पहले 5 भाग प्रकाशित हो चुके हैं यह छठा भाग निम्न प्रकार है  पिछला जमाना याद कर आज मुझे रोना आता है कि किस स्थिति और परिस्थिति में मैंने अपना जीवन गुजारा उस समय बड़ा भाई पिता के समान माना जाता था और बड़े भाई और बहन के सामने कोई ऊंची आवाज में भी बात नहीं कर सकता था माता पिता के डांटने फटकारने और मारने पर कोई गर्दन ऊंची नहीं कर सकता था  जब मैं अबोधबालक था तब मां सीख देती थी कि सुबह 4:00 बजे उठकर कुआं पर स्नान करके मंदिर जाया करते हैं और जल से मंदिर की सफाई तथा देवी देवताओं को नहलाया करते हैं इसीलिए मैं गांव के सभी मंदिरों में पूजा करने के लिए एक बाल्टी में पानी लेकर एक लोटा लेकर जाया करता था तथा माता की आज्ञा का बखूबी से पालन किया करता था  माताजी कहती थी कि शाम को देवालय में जाकर आरती में शामिल होते हैं और वहां से भभूत लाकर अपने गले माथे पर लगाते हैं ताकि भूत प्रेत दूर रह सके

माता-पिता और दादा-दादी को देवी देवता समझकर सम्मान करें-डॉ एमपी सिंह

Image
अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफ़ेसर एमपी सिंह का कहना है कि माता-पिता तथा दादा- दादी को देवी -देवता समझ कर सम्मान करने से गलत समय टल जाता है और राहु केतु तथा शनि की कुदृष्टि भी ठीक हो जाती है इसलिए हमें माता-पिता तथा दादा- दादी का दिल से सम्मान करना चाहिए  डॉ एमपी सिंह ने कहा कि जब बच्चा पैदा होता है तो अत्यंत खुशी मनाई जाती है और बड़े लाड प्यार के साथ उसको पाला जाता है बड़े उत्साह और उमंग के साथ उसको पढ़ाया लिखाया जाता है अच्छे से अच्छा भोजन खिलाया जाता है और अच्छे से अच्छा वस्त्र पहनाया जाता है बच्चों की हर इच्छा पूरी करने के लिए हर माता-पिता तत्पर रहता है चाहे भले ही कितनी भी गरीबी क्यों ना हो अपनी सीमा से बाहर जाकर विवाह शादी में धन खर्च किया जाता है और उत्तम शादी करके इतिहास बनाने की कोशिश की जाती है  डॉ एमपी सिंह का कहना है कि वही बच्चे विवाह- शादी के बाद अपने माता- पिता को बोलने नहीं देते हैं और बेअकल समझते हैं उनके खाने--पीने और वस्त्र पहन ने पर भी प्रश्न चिन्ह खड़े कर देते हैं बाहर आने जाने पर तो बवा

अमरनाथ गुफा के बाहर बादल फटने से 16 लोगों की मौत- डॉ एमपी सिंह

Image
चीफ वार्डन सिविल डिफेंस व विषय विशेषज्ञ आपदा प्रबंधन डॉ एमपी सिंह ने संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि बरसात के दिनों में प्रतिवर्ष बादल पहाड़ों में कहीं ना कहीं फटते ही रहते हैं और अपार जन धन की हानि होती रहती है लेकिन फिर भी हम सतर्क नहीं होते हैं  बादल क्यों फटते हैं बादल के फटने से क्या होता है और इससे कैसे बचा जा सकता है इस पर प्रकाश डालते हुए डॉ एमपी सिंह ने कहा कि जब भारी मात्रा में नमी वाले बादल एक जगह एकत्रित हो जाते हैं तब उसमें समाहित पानी की बूंदों का भार इतना अधिक हो जाता है कि उसकी डेंसिटी बढ़ जाती है इस स्थिति में जब बादल हवा के साथ पहाड़ों से गुजरते हैं तो कई बार पहाड़ों के बीच फंस जाते हैं जिसकी वजह से बादल फट जाते हैं और मूसलाधार बरसात होने लगती है यह बरसात इतनी तेज होती है कि इसके सामने किसी का भी टिक पाना संभव नहीं होता है इससे भूस्खलन होने लगता है तथा पहाड़ टूट कर सड़कों पर आ जाते हैं जिसकी वजह से वहां के लोग और उनकी संपत्ति या तो पानी के बहाव में बह जाती हैं या रास्ता अवरुद्ध होने पर जहां के तहां फस जाते हैं  जम्मू कश्मीर में अमरनाथ गुफा के बाहर बादल फटने से होने वाले

सेक्टर 19 स्थित ओम शांति सेंटर में कल्पतरु बैनर तले दया और करुणा को लेकर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया --डॉ एमपी सिंह

Image
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय माउंट आबू के दिशा निर्देश अनुसार पूरे भारतवर्ष में कल्पतरु बैनर तले कार्यक्रम किए जा रहे हैं जिसके तहत राजयोगिनी हरीश दीदी के द्वारा सेक्टर 19 के ओम शांति सेंटर में दया और करुणा को लेकर एक कार्यक्रम किया गया जिसमें देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफ़ेसर एमपी सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि कहा कि माता पिता और गुरु करुणा के सागर हैं संस्था के संस्थापक सेवानिवृत्त व्यवसायी दादा लेखराज कृपलानी जो कि ब्रह्मा बाबा के नाम से जाने जाते हैं कृपा के सागर तथा करुणानिधान है जिन्होंने राजस्थान के अरावली पर्वत श्रंखला की चोटी पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की स्थापना की जहां पर राजयोग ध्यान का अभ्यास कराया जाता है  डॉ एमपी सिंह ने कहा कि माता-पिता तथा गुरुओं का सम्मान करना, सड़क दुर्घटना के दौरान घायल को प्राथमिक सहायता देकर अस्पताल पहुंचाना, रक्तदान करना, स्वास्थ्य जांच शिविर लगाना ,अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाना, जीव जंतुओं को प्यार करना ,बहन बेटियों का सम्मान करना, मीठे शब्द बोलना, भूखे व्यक्ति को भोजन कराना, निर्वस्त्र

मणिपुर में आर्मी कैंप के पास भूस्खलन होने पर जताया दुख और बचाव के लिए टिप्स - डॉ एमपी सिंह

Image
असम स्थित मणिपुर में आर्मी कैंप के पास लैंडस्लाइड हो जाने पर 20 सैनिकों की जान चली गई है और 44 अभी लापता है जोकि बहुत दुखद और असहनीय समाचार है उक्त कार्य के लिए एनडीआरएफ के जवान सर्च एंड रेस्क्यू का कार्य कर रहे हैं  चीफ वार्डन सिविल डिफेंस व विषय विशेषज्ञ आपदा प्रबंधन डॉ एमपी सिंह का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं अधिकतर होती रहती हैं अभी कुछ दिन पहले पंचकूला की मोरनी हिल में लैंडस्लाइड होने की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था इसी प्रकार से कुछ समय पहले उत्तराखंड में भारी वर्षा और बादल फटने से लैंडस्लाइड की घटना देखी गई थी जिसमें बहुत भारी नुकसान हुआ था  उक्त घटनाओं को देखकर डॉ एमपी सिंह ने सिविल डिफेंस की कोर कमेटी के साथ आपातकालीन मीटिंग बुलाई और भूस्खलन के कारण परिणाम और बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि यह जागरूकता आपने जन-जन तक पहुंचानी है  डॉ एमपी सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि भूस्खलन एक प्राकृतिक आपदा है जिसमें भूमि क्षेत्र का कुछ हिस्सा दूसरे हिस्से की हो गिर जाता है इसमें पथरीली मिट्टी का बहाव तथा चट्टान गिरने की घटनाएं शाम